Uttarkashi Cloudburst
- उत्तरकाशी जिले के धराली में बादल फटने से कई घर, होटल और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं
- इस हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हुई है और 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं
- भारतीय सेना की 14 राजपूताना राइफल का कैंप भी प्रभावित हुआ है, जिसमें लगभग 10 जवान लापता हैं
Uttarkashi Cloudburst: पहाड़ों में एक बार फिर हाहाकार मचा है, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित धराली में अचानक बादल फटने से तबाही मच गई. कुछ ही सेकेंड में मलबे का सैलाब कई घरों और होटलों को अपने साथ बहाकर ले गया. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे ताश के पत्तों की तरह पक्के घर जड़ से उखड़ गए. आइए इस घटना को लेकर अब तक की 10 बड़ी बातें जानते हैं.
- उत्तरकाशी के धराली में 5 अगस्त की सुबह सब कुछ सामान्य था, लोग मार्केट के लिए घरों से निकले थे और अपने रोजमर्रा के काम कर रहे थे. इसके बाद दोपहर में कई लोग अपने गांव वापस लौट गए, लेकिन पर्यटक और कुछ लोग अब भी धराली मार्केट में मौजूद थे. करीब एक बजकर 50 मिनट पर धराली में अचानक तेज आवाज सुनाई दी और लोग जब तक समझ पाते तब तक देर हो चुकी थी.
- उत्तरकाशी के धराली इलाके में कई हजार फीट ऊंचाई से पानी और मलबा 43 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से नीचे गिरा. जिसने कुछ ही सेकेंड में सब कुछ तबाह कर दिया. यहां के कई घर, होटल और दुकानें जल प्रलय में बह गए.
- इस घटना में अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, वहीं 50 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं. पूरे इलाके में कई फीट तक मलबा है, जिससे ये साफ है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में कुछ दिन और लग सकते हैं.
- इस बड़े हादसे की चपेट में भारतीय सेना का कैंप भी आया है. 14 राजपूताना राइफल का ये कैंप हर्षिल इलाके में था, यहां मौजूद जवानों को कुछ भी समझने का मौका नहीं मिला. बताया जा रहा है कि सेना के करीब 10 जवान लापता हैं.
- आर्मी, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें इस रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हैं. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से एनडीआरएफ की टीमें एयरलिफ्ट कर इस इलाके में पहुंचाई गईं. प्रशासन की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि वो जहां हैं वहीं रहें.
- इस हादसे का कारण जरूरत से ज्यादा बारिश को बताया जा रहा है. कई घंटों से ऊपरी इलाकों में भारी बारिश हो रही थी, जिससे बादल फटने की घटना हुई और पानी तेजी से पत्थर और मलबे को साथ लेकर नीचे की तरफ आया.
- सरकार और प्रशासन की तरफ से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. इस घटना में जिनके परिजन लापता हुए हैं वो लोग 01374222126, 01374222722 और 9456556431 पर संपर्क कर सकते हैं. प्रभावित लोगों के लिए बाकी तमाम तरह की व्यवस्था सरकार की तरफ से की जा रही है.
- इस घटना के बाद से ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार लगातार बाचतीत कर रही है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रेस्क्यू ऑपरेशन से लेकर तमाम तरह की जानकारी गृहमंत्री अमित शाह को दी. फिलहाल पूरी रफ्तार से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है, क्योंकि लोगों के मलबे से जिंदा निकलने की उम्मीद बाकी है.
बताया जा रहा है कि धराली के अलावा सुक्खू टॉप पर भी बादल फटने की घटना हुई, जिससे धर्मशाला का कुछ इलाका भी इसकी चपेट में आया है. फिलहाल सेना के हेलिकॉप्टर और बाकी तमाम तरह के सैन्य उपकरण काम में लगाए गए हैं.
जब भी किसी इलाके में 10 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश लगातार एक घंटे तक या इससे ज्यादा होती है तो इसे बादल फटना कहा जाता है, ये मूसलाधार बारिश पहाड़ों में सैलाब लाने का काम करती है.
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