
- उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से सैलाब आया, जिसमें चार लोगों की मौत और 50 से अधिक लापता हुए हैं
- सोलापुर के चार टूरिस्ट धराली आए थे, जिन्होंने हादसे से पहले परिवार को ठीक होने की जानकारी दी थी
- राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार उत्तराखंड में फंसे 51 महाराष्ट्र के पर्यटक सुरक्षित पाए गए हैं
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना के बाद लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. यहां धराली नाम की खूबसूरत जगह सैलाब से पूरी तरह तबाह हो चुकी है. इस हादसे में चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, वहीं अब भी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. ऐसे लोगों की संख्या 50 से ज्यादा है. इनमें वो टूरिस्ट भी शामिल हैं, जो यहां घूमने के लिए आए थे. ऐसे ही चार टूरिस्ट सोलापुर के भी हैं, जिनका 5 अगस्त की दोपहर के बाद से कोई अता पता नहीं है.
परिवार को किया था फोन
जानकारी के मुताबिक सोलापुर से गंगोत्री के पास मौजूद धराली आए चार युवकों ने हादसे से ठीक पहले अपने परिवार को फोन किया था. उन्होंने करीब 11 बजे अपने परिवार को फोन पर बताया था कि वो ठीक हैं और गंगोत्री के नजदीक ठहरे हुए हैं. इसके बाद उनका अब तक कोई भी पता नहीं लग पाया है. परिवार वालों को जैसे ही धराली में हादसे की खबर मिली, वो तुरंत उनसे संपर्क करने की कोशिश में लग गए, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया.
सोलापुर से धराली आए टूरिट्स में विट्ठल पुजारी, समर्थ दशारा, धनराज बांगले और मल्हार धोत्रे शामिल हैं. परिवार की अपील के बाद सोलापुर जिला प्रशासन की तरफ से भी उन्हें तलाशने की कोशिश हो रही है. इसके लिए सोलापुर के अधिकारी उत्तराखंड प्रशासन के संपर्क में हैं. किसी भी तरह की अपडेट मिलते ही परिवार को जानकारी दी जाएगी.
51 टूरिस्ट सुरक्षित
उत्तराखंड में महाराष्ट्र के कई जिलों के पर्यटक उत्तरकाशी में फंसे हैं. इनमें 51 पर्यटक, नांदेड़ जिले के 11 और अन्य जिलों के 40 पर्यटक शामिल हैं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, ये सभी पर्यटक सुरक्षित हैं. महाराष्ट्र सरकार उत्तराखंड में फंसे पर्यटकों को सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है और पर्यटकों से संपर्क कर रही है. इसके लिए, राज्य सरकार उत्तराखंड आपदा प्रबंधन केंद्र और उत्तरकाशी जिला आपदा केंद्र से संपर्क कर रही है और फंसे हुए पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के प्रयास जारी है. राज्य के जिला प्रशासनों को भी निर्देश दिए गए हैं.
कई टूरिस्ट के फंसे होने की आशंका
भले ही इस सीजन में लोग गंगोत्री की तरफ कम आते हैं, लेकिन यहां टूरिस्ट अलग-अलग जगहों से पहुंच जाते हैं. धराली के होटलों और होम स्टे में भी कई टूरिस्ट मौजूद थे, जिनकी अब तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है. लोकल लोगों के अलावा बाकी कई राज्यों के लोग मलबे में दबे हो सकते हैं. प्रशासन किसी भी तरह उन्हें बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है. साथ ही परिवार के लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, जिनसे वो अपने परिजनों की जानकारी ले सकते हैं.
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र, महाराष्ट्र ने 9321587143 / 022-22027990 / 022-22794229 हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. वहीं राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र, उत्तराखंड सरकार ने 01374-222722, 7310913129, 7500737269 हेल्पलाइन नंबर दिए हैं.
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
उत्तरकाशी के धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है, यहां सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान पूरे मलबे को छानने का काम कर रहे हैं, किसी भी तरह लोगों को जिंदा निकालने की कोशिश की जा रही है. हालांकि मलबा काफी ज्यादा है और मशीनें वहां नहीं पहुंच पा रही हैं, ऐसे में रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी हो रही है.
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