- ग्रेटर नोएडा के दनकौर में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने 4.6 हेक्टेयर जमीन अतिक्रमण मुक्त कराई.
- इस जमीन की कीमत लगभग 500 करोड़ रुपए आंकी गई है, जिसे अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है.
- अभियान के दौरान टीनशेड, कच्ची-पक्की दीवारें, झोपड़ियां और अन्य निर्माण ध्वस्त कर दिए गए.
ग्रेटर नोएडा के दनकौर में बुधवार को यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 500 करोड़ की जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया. मिली जानकारी के अनुसार दनकौर में 4.6 हेक्टेयर (लगभग 46,000 वर्ग मीटर) की सरकारी/प्राधिकरण की जमीन अतिक्रमण मुक्त कराई गई. मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार सिंह के आदेश पर यह कार्रवाई हुई. गौतम बुद्ध नगर के तहसील सदर अंतर्गत दनकौर गांव में बड़े पैमाने पर चले अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत यह कार्रवाई हुई. यहां खसरा नंबर 211 पर अवैध कब्जे से लगभग 4.6 हेक्टेयर (लगभग 46,000 वर्ग मीटर) की जमीन को मुक्त कराया गया. इसकी कीमत लगभग 500 करोड़ रुपए बताई जा रही है.
कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में अधिकारी व पुलिस जवान रहे मुस्तैद
यीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के निर्देशानुसार और विशेष कार्य अधिकारी शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में यह कार्रवाई हुई. अभियान में शिवौतार सिंह विशेष कार्याधिकारी यीडा, अरविन्द सिंह सहायक पुलिस आयुक्त, मनोज कुमार सिंह तहसीलदार , धर्मेन्द्र सिंह व यीडा की राजस्व टीम व परियोजना विभाग, दनकौर थाना पुलिस के साथ-साथ प्राधिकरण के सुरक्षा बल और बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती थी.

अधिकारी बोले- अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
शैलेंद्र सिंह ने मौके पर उपस्थित रहकर पूरे अभियान की मॉनिटरिंग की तथा अतिक्रमणकारियों को सख्त चेतावनी दी कि प्राधिकरण की किसी भी भूमि पर अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यमुना एक्सप्रेस-वे तथा ईस्टर्न पेरिफेरल के इंटरचेंज के किसानों के 7% आबादी भूमि एवं यीडा क्षेत्र में विकास परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सरकारी व प्राधिकरण की समस्त भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराना प्राथमिकता है.
टीनशेड, कच्ची-पक्की दीवारें और झोपड़ियां हटाई गईं
अभियान के दौरान अवैध रूप से खड़ी की गई टीनशेड, पक्की-कच्ची दीवारें, झोपड़ियां तथा अन्य स्थायी-अस्थायी निर्माण पूरी तरह ध्वस्त कर दिए गए. इस कार्रवाई से यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे महत्वपूर्ण औद्योगिक एवं शहरी विकास के लिए आरक्षित भूमि पूर्ण रूप से मुक्त हो गई है.

यीडा ने सभी अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी है कि भविष्य में यदि किसी ने भी प्राधिकरण की भूमि पर अतिक्रमण करने की कोशिश की तो उसके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी तथा लागत वसूली के साथ आपराधिक मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा.
प्राधिकरण द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान निरंतर जारी रहेगा. यीडी के सीईओ शैलेंद्र सिंह ने कहा कि आज दनकौर में 46,000 वर्ग मीटर से अधिक भूमि जिसकी कीमत लगभग 500 करोड़ है, को अतिक्रमण मुक्त कराना यीडा के संकल्प का प्रतीक है.
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