
- उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान कारोबारी दंपति ने आत्महत्या की.
- दंपति ने अपने चार साल के बेटे को जहरीला पदार्थ खिलाकर उसकी जान भी ले ली.
- मृतक ने सुसाइड नोट में कर्ज और मानसिक तनाव की वजह से आत्महत्या की बात लिखी है.
कर्ज और आर्थिक तंगी इंसान से क्या न करवा दे. कर्जदार जब सिर पर खड़े हों तो बोझ इतना भारी लगने लगता है कि उसके आगे जान बहुत सस्ती लगने लगती है. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश (UP Suicide) के शाहजहांपुर जिले से सामने आया है यहां पर आर्थिक तंगी और कर्ज से एक कारोबारी दंपति खुद तो जान दी ही साथ ही अपने चार साल के बेटे को भी मार डाला. उन्होंने कथित तौर पर बच्चे को जहरीला पदार्थ खिलाया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली.
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कार-मकान बेचकर कर्ज निपटा देना
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमें मृतक ने लिखा है कि वह बहुत परेशान है और उस पर बहुत कर्ज हो गया है. अलग-अलग लोगों से उसने कर्ज ले रखा है और उसकी आमदनी नहीं हो रही है ऐसे में वह मानसिक रूप से काफी परेशान है. ऐसे बुरे वक्त में उसे किसी ने भी सहारा नहीं दिया.
सुसाइड नोट में लिखा है, " मुझे परिजनों से कोई शिकायत नहीं है. सभी ने मेरा साथ दिया. हमारी कार और मकान आदि बेचकर कर्ज निपटा देना ताकि कोई यह न कह पाए कि हमारा कर्ज बाकी रह गया."
पत्नी, बेटे संग की आत्महत्या
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि थाना रोजा अंतर्गत एक कॉलोनी में रहने वाले हथकरघा कारोबारी 30 साल के सचिन ग्रोवर, उनकी 28 साल की पत्नी शिवानी और 4 साल के बेटे फतेह के शव घर में मिले हैं. दंपति ने अलग-अलग कमरों में पंखे से फांसी लगा ली, जबकि फतेह का शव दूसरे कमरे में मिला.
कर्ज से परेशान होकर दे दी जान
पुलिस का कहना है कि पहली नजर में ऐसा लगता है कि दंपति ने पहले अपने चार साल के बच्चे को कोई जहरीला पदार्थ खिलाया, जिसके बाद उन्होंने अलग-अलग कमरों में फांसी लगा ली. पुलिस अधिकारी के मुताबिक, मृतक का परिवार मकान की दूसरी मंजिल पर रहता है जबकि नीचे मृतक के परिजन रहते हैं. बुधवार सुबह जब परिजन ऊपर की मंजिल में गए तब उन्हें घटना का पता चला. यह घटना मंगलवार रात की है.
मृतक सचिन ग्रोवर की मां ने बताया कि सचिन ने कल शाम ही उन्हें बताया था कि उसे पांच लाख रुपये बैंक में जमा करने हैं और तीन लाख रुपये का इंतजाम हो गया है. अब बेटे और उसके परिवार की मौत से वह बुरी तरह टूट गई हैं. पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है.
इनपुट- भाषा को लेकर
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