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82 मृतकों के बैंक खातों में जा रही थी पेंशन, सत्यापन पर खुला राज, अब DM का सख्त आदेश

वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांगजन पेंशन और अन्य सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के किए जा रहे भौतिक सत्यापन के दौरान ये खुलासा हुआ है कि 28 अप्रैल तक जिन 5214 लाभार्थियों का सत्यापन हुआ है, उनमें  82 ऐसे पेंशन धारक हैं,  जिनकी मृत्यु हो चुकी है

82 मृतकों के बैंक खातों में जा रही थी पेंशन, सत्यापन पर खुला राज, अब DM का सख्त आदेश

उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांगजन पेंशन और अन्य सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के किए जा रहे भौतिक सत्यापन के दौरान ये खुलासा हुआ है कि 28 अप्रैल तक जिन 5214 लाभार्थियों का सत्यापन हुआ है, उनमें  82 ऐसे पेंशन धारक हैं,  जिनकी मृत्यु हो चुकी है,  लेकिन उनके बैंक खाते में हर महीने पेंशन की राशि जमा की जा रही है। डीएम ने समीक्षा बैठक कर अधिकारी स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा है कि सत्यापन कर पूरी गंभीरता जिम्मेदारी से किया जाए उन्होंने यह भी कहा कि सत्यापन में किसी प्रकार की लापरवाही या गलती को क्षमा नहीं किया जाएगा।

डीएम मनीष कुमार वर्मा ने आज कलेक्ट्रेट में समस्त उप जिलाधिकारी, नगर निकायों के अधिकारी और खंड विकास अधिकारी के साथ समीक्षा बैठक की जिसमें जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं विभिन्न अधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में अब तक किए गए सत्यापन कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। जिसमें बताया गया कि जिले में राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन के 14881 लाभार्थी है तथा 4503 दिव्यांग और 15416 विधवाओं को पेंशन दिया जा रहा है। शासन की ओर से सभी पेंशन धारकों का सत्यापन करके मृतक और अपात्र पेंशन धारकों का पता लगाया जा रहा है और 28 अप्रैल तक 5214 लाभार्थियों का सत्यापन हुआ है, जिसमें से 82 पेंशन धारकों की मौत हो चुकी है लेकिन प्रति माह 1000 रुपये  उनके बैंक खाते में पेंशन दी जा रही है. और 6 माह में मृत पेंशन धारकों  को करीब 4.49 लाख पेंशन भेजी जा चुकी है।  

डीएम ने समीक्षा बैठक के दौरान स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा है कि सत्यापन कर पूरी गंभीरता जिम्मेदारी से किया जाए उन्होंने यह भी कहा कि सत्यापन में किसी प्रकार की लापरवाही या गलती को क्षमा नहीं किया जाएगा। उन्होने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पात्र व्यक्ति पेंशन योजना के लाभ से वंचित न रहे और कोई भी अपात्र व्यक्ति इसका अनुचित लाभ न उठा सके। जिलाधिकारी ने अपेक्षा जताई कि तय समय सीमा के भीतर शत-प्रतिशत सत्यापन कार्य पूर्ण किया जाए और किसी भी स्तर पर कोई कोताही नहीं बरती जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी स्तर पर सत्यापन में गड़बड़ी या अनियमितता पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय की जाएगी और आवश्यकतानुसार कार्रवाई की जाएगी। 

जिला समाज कल्याण अधिकारी सतीश कुमार का कहना है कि मृतक पेंशन धारकों का पता लगने के बाद जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने बैंक से जानकारी मांगी है। इनमें पेंशन धारक की मृत्यु होने के बाद भी बैंक से पेंशन राशि निकाली गई है या खाते में ही जमा है। परिजनों ने बैंक को इसकी सूचना दी थी या नहीं। उन्होने कहा की 14881 पेंशन धारकों का सत्यापन 25 में तक हर हाल में कर दिया जाएगा और सत्यापन के बाद मृतकों और पात्र पाए जाने वालों की पेंशन रोक दी जाएगी।

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