उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर की फाइल फोटो
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                लखनऊ: 
                                        उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने आरोप लगाया है कि पिछड़ी जाति का होने के कारण उन्हें बहराइच में गार्ड ऑफ़ ऑनर नहीं दिया गया. राजभर ने कहा कि अगर कोई ब्राह्मण, भूमिहार, राजपूत आता तो यही अधिकारी उसके सामने खड़े होते.
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आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले राजभर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनकी लड़ाई सीधे मुख्यमंत्री से है और इसका फैसला सिर्फ अमित शाह ही करेंगे. पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राजभर ने रसड़ा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में 'रामायण' का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, "लव और कुश की राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न से लड़ाई सिद्धांत को लेकर हुई थी. महर्षि वाल्मीकि ने हस्तक्षेप कर उनके बीच युद्ध को रोका था. हमारी लड़ाई मुख्यमंत्री से है, बीच में आकर फैसला अमित शाह कराएंगे."
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राजभर ने बाद में हालांकि अपने बयान पर सफाई भी दी. उन्होंने कहा कि वह सरकार के खिलाफ नहीं बोल रहे हैं, बल्कि उसे जनता की भावनाओं को लेकर आईना दिखा रहे हैं. गौरतलब है कि राजभर की पार्टी 'सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी' (सुभासपा) ने पिछला विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था और उसके कोटे के चार विधायक जीते थे.
राजभर पहले भी मुख्यमंत्री योगी पर कटाक्ष करते रहे हैं. उन्होंने पिछले दिनों योगी को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर भी सवाल उठाया था और कहा था कि भाजपा नेतृत्व ने (तत्कालीन) सांसद योगी को मुख्यमंत्री बनाकर 325 विधायकों की उपेक्षा की है.
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उन्होंने अधिकारियों द्वारा सुभासपा नेताओं की बात अनसुनी किए जाने पर भी नाराजगी जाहिर की थी. इसके अलावा वह कई अन्य मुद्दों को लेकर दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिले थे. बाद में लखनऊ आए शाह ने मुख्यमंत्री और राजभर के साथ बैठक की थी, जिसके बाद राजभर मान गए थे.
                                                                                 
                                                                                
                                                                                                                        
                                                                                                                    
                                                                        
                                    
                                योगी सरकार में मंत्री राजभर बोले: BJP सरकार ने अब तक कोई अच्छा काम नहीं किया
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले राजभर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनकी लड़ाई सीधे मुख्यमंत्री से है और इसका फैसला सिर्फ अमित शाह ही करेंगे. पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राजभर ने रसड़ा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में 'रामायण' का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, "लव और कुश की राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न से लड़ाई सिद्धांत को लेकर हुई थी. महर्षि वाल्मीकि ने हस्तक्षेप कर उनके बीच युद्ध को रोका था. हमारी लड़ाई मुख्यमंत्री से है, बीच में आकर फैसला अमित शाह कराएंगे."
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राजभर ने बाद में हालांकि अपने बयान पर सफाई भी दी. उन्होंने कहा कि वह सरकार के खिलाफ नहीं बोल रहे हैं, बल्कि उसे जनता की भावनाओं को लेकर आईना दिखा रहे हैं. गौरतलब है कि राजभर की पार्टी 'सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी' (सुभासपा) ने पिछला विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था और उसके कोटे के चार विधायक जीते थे.
राजभर पहले भी मुख्यमंत्री योगी पर कटाक्ष करते रहे हैं. उन्होंने पिछले दिनों योगी को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर भी सवाल उठाया था और कहा था कि भाजपा नेतृत्व ने (तत्कालीन) सांसद योगी को मुख्यमंत्री बनाकर 325 विधायकों की उपेक्षा की है.
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उन्होंने अधिकारियों द्वारा सुभासपा नेताओं की बात अनसुनी किए जाने पर भी नाराजगी जाहिर की थी. इसके अलावा वह कई अन्य मुद्दों को लेकर दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिले थे. बाद में लखनऊ आए शाह ने मुख्यमंत्री और राजभर के साथ बैठक की थी, जिसके बाद राजभर मान गए थे.
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