
'कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती' इस पंक्ति को सच साबित कर दिखाया है, बाराबंकी जिले के छोटे से गांव निजामपुर के राम केवल पुत्र जगदीश ने. यह उपलब्धि न सिर्फ़ उनके लिए बल्कि पूरे गांव के लिए ऐतिहासिक पल बन गई है. बता दें कि ब्लाक बनीकोडर तहसील रामसनेहीघाट का निजामपुर गांव जो अहमदपुर टोल प्लाज़ा के समीप बसा है, वहां आज़ादी के बाद से लेकर अब तक कोई भी छात्र हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा पास नहीं कर सका था. लेकिन वर्ष 2025 में राजकीय इंटर कॉलेज अहमदपुर के छात्र राम केवल ने हाईस्कूल परीक्षा पास कर गांव के शिक्षा इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है.
राम केवल की इस सफलता के पीछे केवल मेहनत नहीं, बल्कि मिशन पहचान जैसी शैक्षणिक पहलों की भी अहम भूमिका रही है. राम केवल की इस उपलब्धि ने यह सिद्ध कर दिया कि संसाधनों की कमी प्रतिभा को नहीं रोक सकती. उनके इस सफर ने न सिर्फ़ उनके परिवार को गर्व से भर दिया है, बल्कि पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है. अब उम्मीद है कि राम केवल द्वारा दिखाया गया यह रास्ता अन्य बच्चों के लिए भी प्रेरणा बनेगा और निजामपुर में शिक्षा की एक नई रोशनी फैलेगी.
बाराबंकी जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने राम केवल को सम्मानित किया है और राम केवल व उनके परिवार को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर हार्दिक शुभकामनाएं और भविष्य के लिए अनंत सफलताओं की कामना की है.
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