
- ग़ाज़ीपुर के विधायक बेदीराम एक सरकारी अस्पताल में जांच के दौरान अस्पताल की अव्यवस्था देखकर नाराज हुए थे.
- विधायक ने अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर योगेन्द्र यादव को अव्यवस्था पर फटकार लगाने की कोशिश की थी.
- डॉक्टर योगेन्द्र यादव ने विधायक की बात सुनने के बजाय नौकरी छोड़ने की बात कहकर अस्पताल छोड़ दिया था.
यूपी के ग़ाज़ीपुर में ग़ज़ब हो गया. सुभासपा के पीले गमछे वाले विधायक जी बेदीराम एक सरकारी अस्पताल में जांच करने गए. अस्पताल में कमियां देख आगबबूला विधायक जी ने सीएचसी प्रभारी डॉक्टर पर उंगली उठाई तो सामने बैठे डॉक्टर साहब ने विधायक जी को मुंह पर सुना दिया और चल दिए. डॉक्टर साहब उठकर चल दिए और विधायक जी बैठे जांच करते रह गए.
मामला क्या था
हुआ कुछ यूं कि विधायक बेदीराम अस्पताल में जांच करने पहुंचे. गंदगी से लेकर अव्यवस्था देखी तो अस्पताल के प्रभारी डॉ योगेन्द्र यादव को फटकार लगाने की कोशिश की. विधायक जी फटकार लगाते, उससे पहले ही डॉक्टर योगेंद्र यादव ने कहा ‘आपके जैसे बहुत विधायक देखे है'. इसके बाद डॉक्टर साहब उठे, कहा नौकरी नहीं करेंगे, इस्तीफ़ा दे देंगे और चल दिए. विधायक जी कुर्सी पर बैठकर मुंह देखते रह गए.
डिप्टी सीएम तक पहुंची बात
बेदीराम ग़ाज़ीपुर की जखनिया विधानसभा सीट से ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से विधायक हैं. उन्होंने डॉक्टर योगेंद्र यादव से अव्यवस्था को लेकर कहा कि आप सरकार की मंशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं. डॉक्टर साहब विधायक जी को सुनाकर निकल लिए तो विधायक जी ने उनकी शिकायत डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक से करने की बात कही.
अब कौन भारी पड़ेगा
इस नोक-झोंक के बाद विधायक बेदीराम ने अस्पताल के बाक़ी कर्मचारियों को हिदायत देते हुए व्यवस्था ठीक करने का निर्देश दिया. वहीं इस विवाद पर डॉक्टर योगेन्द्र यादव ने विधायक पर असभ्य भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. अब देखना होगा कि विधायक जी अपना प्रभाव दिखाकर डॉक्टर पर कार्रवाई करा पाते हैं या डॉक्टर विधायक जी को अपना प्रभाव दिखाने में सफल होंगे.
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