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गंगा में नहाने के दौरान स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डूबे, परिजनों में हड़कंप; तलाश में जुटी NDRF

डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन अपने तीन अन्य साथियों के साथ गंगा स्नान करने नानामऊ घाट गए थे. जहां वो स्नान करते समय अचानक गहरे पानी में चले गए.

गंगा में नहाने के दौरान स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डूबे, परिजनों में हड़कंप; तलाश में जुटी NDRF
कानपुर:

कानपुर में साथियों के साथ गंगा में नहाने गए बनारस स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन गौरव के डूबने से हड़कंप मच गया. जानकारी के बाद मौके पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम और गोताखोर उन्हें खोजने में जुटे हैं. आदित्य वर्धन बिहार कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और मुख्यमंत्री के निजी सचिव के चचेरे भाई हैं.

आदित्य वर्धन अपने तीन अन्य साथियों के साथ गंगा स्नान करने नानामऊ घाट गए थे. जहां वो स्नान करते समय अचानक गहरे पानी में चले गए. उनके साथियों ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, लेकिन तब तक वो गंगा की तेज धारा में बह गए. घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में हाहाकार मच गया.

डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन गौरव शनिवार को अपने मित्र लखनऊ निवासी योगेश्वर मिश्र और प्रदीप तिवारी के साथ अपनी कार से गंगा स्नान करने गए थे. उन्हें गंगा स्नान के बाद अपने पैतृक गांव कबीरपुर खंभौली जाना था. सभी कानपुर नगर के बिल्हौर थाना क्षेत्र स्थित नानामऊ घाट पर गंगा स्नान करने लगे. इस दौरान अचानक उनका पैर फिसल गया और वो गहरे पानी में चले गये. वहां मौजूद साथियों ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुए.

डूबने की सूचना मिलते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई. वो आनन-फानन में गंगा तट पर पहुंचे. सूचना पर पहुंची बिल्हौर पुलिस भी स्थानीय गोताखोरों को नदी के गहरे पानी में उतारकर उनकी खोज में जुट गई है. साथ ही एनडीआरएफ की टीम भी स्टीमर से डूबे डिप्टी डायरेक्टर की खोज कर रही है.

बचाने के एवज में नाविक को दिए 10 हजार रुपये
डूबते समय आदित्य वर्धन ने बचाने के लिए शोर मचाया, तो साथी प्रदीप ने घाट पर ही नाव के ऊपर मौजूद नाविक से डूब रहे मित्र को बचाने की गुहार लगाई. इस पर उसने 10 हजार रुपये तुरंत उसके बैंक खाते में ट्रांसफर करने की मांग की. प्रदीप तिवारी ने उसे पैसे दिए भी, हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी थी और आदित्य वर्धन गंगा नदी की तेज धारा में गायब हो गए. बाद में नाविक अपनी नाव गंगा तट पर ही छोड़कर मौके से भाग निकला.

डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन उन्नाव के बांगरमऊ कोतवाली अंतर्गत बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के ग्राम कबीरपुर खंभौली के रहने वाले हैं. उनके पिता रमेश चंद्र सिंचाई विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर हैं. वो मौजूदा समय में लखनऊ के मोहल्ला अलीगंज में मकान बनाकर रह रहे हैं.

पत्नी जज और बहन ऑस्ट्रेलिया में उच्च पद पर हैं तैनात
गंगा में डूबे डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन गौरव की पत्नी श्रेया मिश्रा महाराष्ट्र के अकोला ज़िले में न्यायाधीश के पद पर तैनात हैं. घटना की सूचना मिलते ही वो भी वहां से घर के लिए निकलीं. वहीं बहन आस्ट्रेलिया में उच्च पद पर तैनात हैं.

चचेरा भाई हैं बिहार के मुख्यमंत्री के निजी सचिव
आदित्य वर्धन गौरव के चचेरे भाई अनुपम सिंह बिहार में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं. वो पटना सहित करीब एक दर्जन जिलों में जिलाधिकारी सहित कई उच्च पदों पर तैनात रहे हैं. वर्तमान समय में वो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निजी सचिव हैं.

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