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गोरखपुर में खतरनाक रसायन से रंगा गया 300 क्विंटल चना बरामद, खाने पर कैंसर के अलावा हो सकती है ये बीमारियां

खाद्य विभाग ने गोरखपुर में छापा मारकार 750 बोरा भुना हुआ चना बरामद किया है. इस चने को पीला रंग एक खतरनाक रसायन से दिया गया था. इस चने को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से गोरखपुर लाया गया था.

गोरखपुर में खतरनाक रसायन से रंगा गया 300 क्विंटल चना बरामद, खाने पर कैंसर के अलावा हो सकती है ये बीमारियां
गोरखपुर:

अगर आप मार्केट से खरीद कर भुना चना खाते हैं तो सावधान हो जाएं. बाजार से खरीदा गया मिलावटी चना खाने से आपकी जान भी जा सकती है. मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में खाद्य विभाग ने छापा मारकार 750 बोरा भुना हुआ चना बरामद किया है. इसे खतरनाक रसायनों से रंगकर पीला रंग दिया गया है.अधिकारियों के मुताबिक यह चना खाने योग्य नहीं है. इस चने को खाने से कैंसर होने के साथ-साथ लिवर और किडनी को भी खतरा हो सकता है. सहायक खाद आयुक्त सुधीर सिंह ने बताया कि यह भुना हुआ चना मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से लाया गया था. उन्होंने बताया कि चने के इन व्यापारियों के नेटवर्क को तलाशा जा रहा है.उन्होंने बताया कि जो लोग इसे बेचते हुए पाए जाएंगे तो उनका लाइसेंस निरस्त कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

रासायनिक चने से किसे है खतरा

खाद्य विभाग को सोमवार को सूचना मिला कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से भुना चना दो गाड़ी से राजघाट थाना क्षेत्र के लाल डिग्गी में मेसर्स मां तारा ट्रेडर्स पर आया है. इस सूचना पर खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारकर 750 बोरा भुना चना बरामद किया. उसके नमूने लेकर जांच कराया तो उसमें सिंथेटिक यलो डाई मिला.यह सिंथेटिक यलो डाई खाने के लिए नहीं होता है. यह डाई कपड़े रंगने और कागज को पीला रंग देने के काम में प्रयोग में लाया जाता है. यह काफी खतरनाक होता है. यह बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए काफी खतरनाक होता है. इससे कैंसर की आशंका रहती है. इससे लीवर और किडनी डैमेज हो सकता है. 

गोरखपुर के मां तारा ट्रेडर्स के गोदाम से जब्त किया गया रसायन मिश्रित भुना हुआ चना.

गोरखपुर के मां तारा ट्रेडर्स के गोदाम से जब्त किया गया रसायन मिश्रित भुना हुआ चना.

इस संबंध में सहायक आयुक्त खाद्य सुधीर सिंह ने कहा,''बहुत से लोग भुना चना खाते हैं. चने को स्वास्थ्यवर्धक भी माना जाता है. लेकिन पकड़ा गया चना पीले कलर का दिख रहा है. इसे सिंथेटिक डाई का प्रयोग कर तैयार किया गया है. चने में भारी मात्रा में रसायन का प्रयोग किया गया है. यह हानिकारक है. यह लीवर से संबंधित तमाम बीमारियां पैदा करता है किडनी पर भी इसका असर होता है.''

सिंह ने कहा कि खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन पूरे प्रदेश में अभियान चला रहा है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से चना लाए जाने की सूचना पर खाद्य सुरक्षा टीम ने राजघाट थानाक्षेत्र के लाल डिग्गी स्थित गोदाम पर छापा मारा. टीम ने चने के दो नमूने लेकर उनकी जांच की. इसमें उसमें सिंथेटिक यलो डाई मिला हुआ मिला.

गोरखपुर में कितना चना बरामद हुआ है

टीम ने गोदाम से 750 सौ बोरी भुना हुआ चना बरामद किया है. एक बोरी में 40 किलो चना है.अधिकारियों ने चने को सीज कर उनकी बिक्री पर रोक लगा दी है. सहाय खाद्य आयुक्त ने बताया कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ चना आता है, क्योंकि वहां उत्पादन ज्यादा होता है. गोरखपुर से इस चने को देवरिया, बस्ती, आजमगढ़ ,मऊ ,सिद्धार्थ नगर  आदि जिलों को भेजा जाता है. सहायक आयुक्त ने कहा कि जो लोग इस चने को बेचते हुए पाए जाएंगे, उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा. 

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