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दिल्ली पुलिस ने हापुड़ के जीएस मेडिकल कॉलेज से एक डॉक्टर को उठाया, जम्मू कश्मीर का है निवासी

दिल्ली पुलिस ने यूपी के हापुड़ स्थित जीएस मेडिकल कॉलेज से फारूक अहमद डार नाम के एक डॉक्टर को हिरासत में लिया है. वह जम्मू कश्मीर का रहने वाला है.

  • दिल्ली पुलिस ने लाल किला ब्लास्ट की जांच में हापुड़ के जीएस मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर फारूक को हिरासत में लिया है
  • डॉक्टर फारूक कश्मीर का रहने वाला है और अल फलाह यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस व एमडी की डिग्री प्राप्त कर चुका है
  • डॉक्टर फारूक पर जैश-ए-मोहम्मद से संबंध होने और आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता का शक जताया जा रहा है
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लखनऊ:

दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के हापुड़ के पिलखुवा स्थित जीएस मेडिकल कॉलेज में काम करने वाले डॉक्टर फारूक को हिरासत में लिया है. दिल्ली पुलिस लाल किला ब्लास्ट की जांच के सिलसिले में डॉक्टर को उठाया है. डॉक्टर फारूक मूल रूप से जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं. वह इस मेडिकल कॉलेज में पिछले एक साल से रह रहा है. डॉक्टर फारूक ने हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है.दिल्ली ब्लास्ट के सिलसिले में इस संस्थान से कई लोगों को या तो गिरफ्तार किया गया है या हिरासत में लिया गया है.  

डॉक्टर फारूक अहमद डार ने हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस और एमडी की पढ़ाई की है. वह जम्मू कश्मीर का रहने वाला है. उसके आतंकी संगठन से जुड़े होने की आशंका है. उसके कब्जे से लैपटॉप और पेन ड्राइव जब्त की गई है. वह छह अप्रैल 2024 से हापुड़ के जीएस मेडिकल कॉलेज के स्त्री एवं प्रसूती रोग विभाग में अस्सिटेंट प्रोफेसर के रूप में काम कर रहा था. इस दौरान उसका उसका व्यवहार पूरी तरह ठीक था. उससे किसी को कोई शिकायत नहीं रही.

दिल्ली ब्लास्ट में हिरासत में लिए गए डॉक्टर शाहीन से पूछताछ में डॉक्टर फारूक का नाम सामने आया है. उसके संबंध भी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े बताए जाए रहे हैं. 

उत्तर प्रदेश से अब तक कितनी गिरफ्तारियां हुई हैं

दिल्ली ब्लास्ट से पहले उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से डॉ आदिल अहमद को गिरफ्तार किया था. उसने कश्मीर में विवादित पोस्टर लगाए थे. कश्मीर पुलिस ने यूपी पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार किया था. वह सहारनपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में नौकरी कर रहा था.

दूसरी गिरफ्तारी गुजरात के बनासकांठा से हुई थी. गुजरात पुलिस की एटीएस ने तीन आतंकी पकड़े थे. इनमें से दो उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे। उनकी पहचान आजाद सुलेमान शेख और मोहम्मद सुहैल के तौर पर हुई. ये दोनों डॉक्टर अहमद मोहियुद्दीन सैयद के लिए काम करते थे. दोनों पर लखनऊ के आरएसएस दफ्तर की रेकी करने का आरोप है.  

ब्लास्ट के बाद यूपी से कितनी गिरफ्तारी हुई है

तीसरी गिरफ्तारी दिल्ली में सोमवार शाम हुए ब्लास्ट के बाद हुई. लखनऊ की रहने वाली डॉक्टर शाहीन की कार से विस्फोटक बरामद हुए. उसकी गिरफ्तारी हरियाणा के फरीदाबाद से हुई, जहां वह पिछले कुछ सालों से रह रही थी. उसका संबंध आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि वह जैश की महिला विंग से जुड़ी हुई थी. उसे भारत में संगठन के लिए भर्तियां करने का काम दिया गया था. 

डॉ शाहीन से पूछताछ में उसके भाई डॉक्टर परवेज का नाम सामने आया. वह लखनऊ के इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी कर रहा था. लेकिन उसने सात नवंबर को यूनिवर्सिटी से इस्तीफ़ा दे दिया था. पुलिस ने उसके घर से कुछ मोबाइल फोन और  लैपटॉप बरामद किए हैं.

इसके बाद अगली गिरफ्तारी कानपुर से हुई.वहां से डॉक्टर मोहम्मद आरिफ मीर को गिरफ्तार किया गया. वह एमडी कार्डियोलॉजी की पढ़ाई कर रहा था. बताया जा रहा है कि आरिफ दिल्ली में ब्लास्ट करने वाले उमर का क्लासमेट रहा है. उसके डॉ शाहीन से भी संबंध थे. 

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