फरीदाबाद में किराए के कमरे से 360 किलोग्राम विस्फोटक बरामद होने के बाद गिरफ्तार किए गए डॉ. मुजम्मिल के परिवार ने मंगलवार को दावा किया कि उन्हें मुजम्मिल के आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त होने की कोई जानकारी नहीं थी. इसी बीच इस मामले की जांच अब लखनऊ पहुंच गई है. लखनऊ ATS टीम मड़ियांव के आईआईएम रोड पर डॉ. परवेज के घर में छापामारी करने पहुंची. डॉ परवेज को डॉ. मुजम्मिल का जानने वाला बताया जा रहा है. छापेमारी में डॉ परवेज के घर कोई नहीं मिला. घर में ताला लगा हुआ था. एटीएस की टीम जांच कर मौक़े से निकल गई है.
दूसरी और मुजम्मिल के भाई आजाद शकील ने पुलवामा स्थित अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘‘यह आरोप लगाया जा रहा है कि वह बड़ा आतंकवादी है. हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है. पिछले पांच दशकों से हमारे परिवार के किसी भी सदस्य के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.''
- डॉ मुजम्मिल को 10 दिन पहले पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
- डॉ मुजम्मिल के जैश ए मोहम्मद से जुड़े होने के लिंक और पक्के सबूत पुलिस को मिले हैं.
- जिस स्विफ्ट कार को पुलिस ने बरामद किया है, उस कर से सभी राइफल, पिस्टल और मैगजीन मिली है.
- ये स्विफ्ट कार अलफलाह यूनिवर्सिटी में काम करने वाली एक लेडी डॉक्टर की है.
- पुलिस इस लेडी डॉक्टर से भी पूछताछ कर रही है.
‘‘अच्छा इंसान'' था
वहीं शकील ने कहा कि उनका परिवार खेतीबाड़ी करता है और उन्हें अतीत में राष्ट्रवादी होने के कारण पथराव करने वालों ने निशाना भी बनाया था. उन्होंने कहा, ‘‘हम पूरी तरह से भारतीय हैं और हमने भारत के लिए पत्थर झेले हैं. आप गांव में किसी से भी इसकी पुष्टि कर सकते हैं.'' अपने भाई के बारे में पूछे जाने पर शकील ने कहा कि वह एक ‘‘अच्छा इंसान'' था.
उन्होंने कहा, ‘‘आप उसके बारे में पूछताछ कर सकते हैं. उसके आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं लेकिन हमें अभी तक उससे मिलने की अनुमति नहीं दी गई है.'' शकील ने बताया कि उसका भाई अपनी बहन की शादी में शामिल होने के लिए घर आने वाला था. शादी रविवार को होनी थी लेकिन अब रद्द कर दी गयी है. शकील ने बताया कि आरोपी डॉक्टर इससे पहले भी कश्मीर आया था जब उसके पिता की सर्जरी हुई थी. (भाषा इनपुट के साथ)
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