ड्राइविंग करते समय फोन पर बात की तो खैर नहीं (प्रतीकात्मक फोटो)
- यूपी सरकार ने मांगी यात्रियों से मदद
- ड्राइवर पर जुर्माना लगाया जाएगा
- फोटो खींचने वाले व्यक्ति को इनाम मिलेगा
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
लखनऊ:
सरकारी बसों से होने वाले हादसों को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक नई पहल की है. सरकार ने यात्रियों से कहा है कि वे यात्रा के दौरान सरकारी बसों के ड्राइवर को मोबाइल पर बात करता देख उनकी फोटो खींचे और बदले में इनाम जीतें. उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा- सरकारी बसों में यात्रा के दौरान ड्राइवर मोबाइल पर बात ना करें, इसके लिए तमाम नियम कानून बने, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों की अक्सर शिकायतें आती हैं कि ड्राइवर गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करते हैं. इसको देखते हुए हमने अब यात्रियों से ही मदद मांगी है. यात्री फोन पर बात करते हुए ड्राइवर की फोटो खींचे और हमें सोशल मीडिया के माध्यम से भेजें.
उन्होंने कहा कि ऐसे लापरवाह ड्राइवरों की फोटो मिलने के बाद संबंधित ड्राइवर पर जुर्माना लगाया जाएगा और फोटो भेजने वाले यात्री को इनाम दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इस विचार से हमें दो तरह से मदद मिलेगी. पहला ड्राइवर को फोन पर बात करते देख उसकी फोटो खीचेंगा और अपनी सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेगा और दूसरी तरफ ड्राइवर के मन में यह डर रहेगा कि कहीं उसे फोन पर बात करता देख कोई यात्री फोटो न खींच ले इसलिये वह गाड़ी चलाते समय फोन पर बात करने से बचेगा.
वैसे गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करने वालों के लिए कानून में सजा है. ऐसे व्यक्ति को मोटर व्हीकल एक्ट 1988 की धारा 184 के तहत छह महीने तक की सजा और एक हजार रुपये का जुर्माना है, लेकिन इस कानून की चपेट में आने से अक्सर ड्राइवर बच जाते हैं.
उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम उत्तर भारत के अन्य राज्यों समेत समूचे उत्तर प्रदेश में अपनी बसें चलाता है. इसके बेड़े में 11 हजार 851 से अधिक बसें हैं और करीब तीस लाख किलोमीटर का सफर करती हैं तथा करीब सत्तर लाख रुपये प्रतिदिन की आमदनी करती हैं. मंत्री सिंह ने कहा कि इस फोटो खीचों अभियान से ड्राइवरों और यात्रियों में जागरूकता बढ़ेगी और दुर्घटनाएं कम होगी, क्योंकि अधिकतर दुर्घटनाओं में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन ही कारण होता है. (प्रतीकात्मक )
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा कि ऐसे लापरवाह ड्राइवरों की फोटो मिलने के बाद संबंधित ड्राइवर पर जुर्माना लगाया जाएगा और फोटो भेजने वाले यात्री को इनाम दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इस विचार से हमें दो तरह से मदद मिलेगी. पहला ड्राइवर को फोन पर बात करते देख उसकी फोटो खीचेंगा और अपनी सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेगा और दूसरी तरफ ड्राइवर के मन में यह डर रहेगा कि कहीं उसे फोन पर बात करता देख कोई यात्री फोटो न खींच ले इसलिये वह गाड़ी चलाते समय फोन पर बात करने से बचेगा.
वैसे गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करने वालों के लिए कानून में सजा है. ऐसे व्यक्ति को मोटर व्हीकल एक्ट 1988 की धारा 184 के तहत छह महीने तक की सजा और एक हजार रुपये का जुर्माना है, लेकिन इस कानून की चपेट में आने से अक्सर ड्राइवर बच जाते हैं.
उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम उत्तर भारत के अन्य राज्यों समेत समूचे उत्तर प्रदेश में अपनी बसें चलाता है. इसके बेड़े में 11 हजार 851 से अधिक बसें हैं और करीब तीस लाख किलोमीटर का सफर करती हैं तथा करीब सत्तर लाख रुपये प्रतिदिन की आमदनी करती हैं. मंत्री सिंह ने कहा कि इस फोटो खीचों अभियान से ड्राइवरों और यात्रियों में जागरूकता बढ़ेगी और दुर्घटनाएं कम होगी, क्योंकि अधिकतर दुर्घटनाओं में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन ही कारण होता है. (प्रतीकात्मक )
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं