
रविवार को चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत की शानदार जीत से जब पूरा देश जश्न के माहौल में डूबा हुआ था तो देवरिया में एक दुखद घटना घट गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 14 साल की एक बच्ची अपने परिवार के साथ पूरे उत्साह से मैच देख रही थी. विराट कोहली जैसे ही एक रन पर आउट हुए लड़की इस कदर सदमे में आ गई कि बेहोश होकर गिर पड़ी और उसकी मौत हो गई. डॉक्टर्स ने बताया कि उसे हार्ट अटैक आया था. मैच की वजह से बच्ची की मौत होने वाली खबर में कितनी सच्चाई है, उसके पिता और पड़ोसी ने NDTV को बताया है.
मैच वाले दिन हुआ क्या था?
मृतक लड़की का नाम प्रियांशी पांडेय है. उसकी उम्र 14 साल थी. वह वह देवरिया के अधिवक्ता अजय पांडेय की बेटी थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 8वीं क्लास में पढ़ने वाली प्रियांशी रविवार को अपने परिवार के साथ चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मैच देख रही थी. जैसे ही टीम इंडिया का पहला विकेट गिरा वह परेशान हो गई. कुछ ही देर में जैसे ही विराट कोहली एक रन पर आउट हुए प्रियांशी सदमे में आ गई और बेहोश होकर गिर पड़ी. अस्पताल ले जाते ही डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया.
बच्ची को कैसे आया हार्ट अटैक?
खबर के मुताबिक, लड़की को हार्ट अटैक उस वक्त आया जब टीम इंडिया बुरे दौर से गुजर रही थी और विराट कोहली सिर्फ एक रन बनाकर आउट हो गए थे. NDTV की टीम पूरा मामला जानने के लिए मृतक लड़की के घर देवरिया पहुंची. उसका परिवार तो वहां मौजूद नहीं था लेकिन उसके एक पड़ोसी से उस दिन की पूरी सच्चाई बताई. पिता ने भी फोन पर पूरी घटना बताई है.
क्या मैच देखकर लगा बच्ची को सदमा?
बच्ची के पिता अजय पांडेय ने बताया कि फर्स्ट इनिंग मैच देखने के बाद वह मार्केट चले गए. दूसरी इनिंग शुरू होते ही उनकी बेटी भी मैच देखने लगी. अचानक वह बेहोश होकर गिर पड़ी. उनके घरवालों ने उनको तुरंत फोन कर ये बात बताई. वह दौड़े-दौड़े घर वापस लौटे और उसे अस्पताल लेकर पहुंचे. लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. वह बिना पोस्टमार्टम करवाए ही बेटी के शव को घर ले आए और उसका अंतिम संस्कार कर दिया. उनका कहना है कि मैच देखकर सदमा लगने या मौत की बात सही नहीं है. उनको ऐसा नहीं लगता कि मैच देखने की वजह से उसकी मौत हुई है. जब हादसा हुआ, उस वक्त तक भारत का कोई विकेट नहीं गिरा था. तब तक विराट कोहली तो क्रीज पर पहुंचे भी नहीं थे.
बच्ची की मौत महज संयोग- पड़ोसी
अमित चंद्रा नाम के पड़ोसी ने बताया कि घटना के समय वह प्रियांशी के घर के बाहर ही थे. उन्होंने पूरी घटना अपनी आंखों से देखी. उनका कहना है कि प्रियांशी को जब हार्ट अटैक आया उस वक्त टीम इंडिया बुरा प्रदर्शन नहीं कर रही थी. खराब प्रदर्शन जैसा कुछ भी नहीं था. ये सिर्फ संयोग मात्र है कि बच्ची को हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई.
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