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TRAI की टेलीकॉम कंपनियों पर सख्ती, लेकिन स्पैम कॉल और ऑनलाइन ठगी से कैसे बचें, जानें एक्सपर्ट से

स्पैम कॉल और साइबर ठगी की समस्या के ख़िलाफ़ अपने यूज़रों की मदद के लिए NDTV ने विशेषज्ञ के साथ विशेष कार्यक्रम किया, जिसमें यूज़रों की समस्याओं के जवाब देते हुए सुझाव भी दिए गए.

नई दिल्ली:

आज के युग में किसी भी शख्स का काम मोबाइल फ़ोन के बिना नहीं चल पाता है, और ऐसा भी शायद ही कोई फ़ोन यूज़र होगा, जो स्पैम कॉल (Spam Calls), फ़र्ज़ी SMS और नेटवर्क और कॉल ड्रॉप की समस्या से न जूझता हो. कहीं-कहीं नेटवर्क कनेक्टिविटी बढ़िया रहती है, कहीं फ़ोन नेटवर्क बिलकुल नदारद हो जाता है. कहीं-कहीं 5जी नेटवर्क चलता है, कहीं 4जी. कहीं 4जी ढंग से कनेक्ट नहीं होता, तो 5जी दिखता ही नहीं. इसके अलावा, स्पैम कॉल और साइबर ठगी की समस्या भी मुंह बाये खड़ी रहती है, जिसमें मदद के लिए NDTV ने अपने यूज़रों की मदद के लिए विशेषज्ञ के साथ विशेष कार्यक्रम किया, जिसमें यूज़रों की समस्याओं के जवाब देते हुए सुझाव भी दिए गए.

TRAI के नए नियम हो रहे हैं लागू

इन सभी समस्याओं के चलते अब भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण, यानी Telecom Regulatory Authority of India या TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों पर लगाम कसते हुए नए नियम बनाए हैं, जो 1 अक्टूबर, 2024 से लागू होने जा रहे हैं. TRAI ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया है कि अपनी वेबसाइट पर उन्हें यह जानकारी देनी होगी कि किस इलाके में उनकी कंपनी का नेटवर्क कैसा है - यानी यहां 5जी कनेक्टिविटी नहीं है, या 4जी कनेक्टिविटी है - ताकि फ़ोन यूज़र उसी के मुताबिक तय कर सकें कि उन्हें किस फ़ोन नेटवर्क के साथ रहना है. यूज़र अपना पिनकोड डालकर टेलीकॉम कंपनी की वेबसाइट पर नेटवर्क का स्तर जान पाएगा, और तय कर पाएगा कि किस कंपनी का सिम कार्ड खरीदने पर उसे बेहतर कनेक्टिविटी हासिल हो सकेगी. इसके अलावा, स्पैम कॉल को लेकर भी TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को सख़्ती बरतने के निर्देश दिए हैं.

फ़ोन यूज़रों को भी शिक्षित करे TRAI : टेलीकॉम एक्सपर्ट

NDTV ने टेलीकॉम एक्सपर्ट अनिल कुमार से बातचीत की, जिन्होंने कहा कि नए नियमों के लागू हो जाने से समस्या का समाधान निकल पाने की उम्मीद बेहद कम है, क्योकि स्पैम कॉल करने वालों पर नकेल कसने के स्थान पर TRAI भी सिर्फ़ टेलीकॉम कंपनियों पर ही सख्ती बरत रहा है. इसके अलावा, TRAI को फ़ोन यूज़रों को भी शिक्षित करना चाहिए, सिर्फ़ सावधान रहने के SMS भेज देने से समस्या हल नहीं हो सकेगी. 

कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के महावीर एन्क्लेव इलाके में रहने वाले एक यूज़र ने फ़ोन कर सवाल किया कि रोज़ाना कई-कई बार चंदा या किसी अन्य तरीके से पैसा मांगने के लिए आने वाले कॉल से कैसे निपटा जा सकता है. इस पर अनिल कुमार का कहना था, इस समस्या से निपटने के लिए यूज़र को भी प्रयास करने होंगे. इस तरह का कॉल या SMS आते ही तीन दिन के भीतर https://sancharsaathi.gov.in/ पर जाकर शिकायत दर्ज करनी चाहिए.

लॉटरी लग जाने की कॉल आए, तो क्या करें...?

मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर से एक यूज़र ने कॉल किया कि उन्हें लॉटरी लग जाने की सूचना देने और रजिस्ट्रेशन के नाम पर रकम मांगने के लिए कॉल आया, तो क्या करना चाहिए. अनिल कुमार का सुझाव था कि https://sancharsaathi.gov.in/ के अलावा यूज़र अपनी शिकायतें दर्ज करवाने के लिए 1909 हेल्पलाइन नंबर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

ठगी के उद्देश्य से भेजे जाने वाले SMS और लिंक से कैसे खुद को बचाया जा सकता है, इस सवार पर अनिल कुमार का कहना था, TRAI को एंड यूज़र को एजुकेट करने के लिए ऑडियो-विज़ुअल तरीके इस्तेमाल करने चाहिए, और सावधान रहने के सिर्फ़ SMS भेजकर काम नहीं चलने वाला है.

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