
Income Tax Calculator: बजट 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने न्यू टैक्स रिजीम के तहत 12 लाख रुपये तक की इनकम को टैक्स फ्री कर दिया. जिससे मिडिल क्लास के टैक्सपेयर्स बेहद खुश हैं हालांकि, अभी भी कई टैक्सपेयर्स इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि बजट 2025 में हुए बदलाव के बाद उन पर टैक्स की लायबिलिटी कितनी कम हो जाएगी या कहें कि अब उन्हें पहले कि तुलना में कितना कम टैक्स देना होगा. उनकी इस समस्या को हल करने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने एक टैक्स कैलकुलेटर लॉन्च किया है जिसे इस्तेमाल करना काफी आसान है. इस टैक्स कैलकुलेटर की मदद से आसानी से पता किया जा सकता कि आपको पहले कितना टैक्स देना पड़ता था और नए फाइनेंशियल ईयर से अब आप कितना टैक्स बचा पाएंगे
इस टैक्स कैलकुलेटर (Tax Calculator) की मदद से आप जान सकेंगे कि पुरानी और नई दोनों टैक्स रिजीम के तहत आपको कितना टैक्स देना होगा. यानी यह कैलकुलटर आपको ये बता सकता है कि आपके लिए न्यू टैक्स रिजीम का विकल्प ज्यादा फायदेमंद है या ओल्ड टैक्स रिजीम.
डिफॉल्ट टैक्स व्यवस्था
सरकार न्यू टैक्स रिजीम को डिफॉल्ट टैक्स व्यवस्था तौर पर प्रमोट कर रही है इसलिए बजट 2025 में इसे और आकर्षक बनाने के लिए कई संशोधन किए गए हैं. बजट 2025 में 12 लाख रुपये तक की इनकम टैक्स फ्री करने के बाद न्यू टैक्स रिजीम (New Tax Regime) अब ओल्ड टैक्स रिजीम (Old Tax Regime) के मुकाबले टैक्सपेयर्स को कहीं ज्यादा लुभा रही है. सरकार ने न्यू टैक्स रिजीम में बेसिक एग्जम्प्शन लिमिट को भी 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 4 लाख रुपये कर दिया गया है. कुल मिलाकर सरकार की यही कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा टैक्सपेयर्स न्यू टैक्स रिजीम का विकल्प चुनें.
इस कैलकुलेटर को कैसे करते हैं इस्तेमाल? (How to use the calculator?)
टैक्सपेयर्स को इस कैलकुलेटर को इस्तेमाल करने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर जाना होगा. इस कैलकुलेटर का इस्तेमाल आप ये पता करने के लिए कर सकते है कि आपके लिए ओल्ड या न्यू कोन सी टैक्स रिजीम ज्यादा फायदेमंद है. चलिए इसे इस्तेमाल करने का स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस आपको बताते हैं.
स्टेप 1- सबसे पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं.
स्टेप 2- अब "इनकम टैक्स कैलकुलेटर" सेक्शन को सेलेक्ट करें
स्टेप 3 - फिर अपना Residential Status एंटर करें.
स्टेप 4 - अब आपको अपनी कुल Taxable Income एंटर करनी होगी (ध्यान रहे स्पेशल रेट वाली इनकम को छोड़कर जैसे कैपिटल गेन आदि).
स्टेप 5 - टैक्सेबल इनकम डालने के बाद कैलकुलेटर ओल्ड और न्यू टैक्स रिजीम के हिसाब से आपकी टैक्स लायबिलिटी की तुलना करेगा. जिससे आपको पता चल सकेगा कि टैक्स पर अब आपको कितनी बचत हो रही है.
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का यह कैलकुलेटर न्यू टैक्स रिजीम के तहत नेट टैक्स सेविंग्स को हाइलाइट करता है, जिससे टैक्सपेयर्स को यह समझना आसान हो जाता है कि वे रिवाइज्ड इनकम टैक्स स्लैब की वजह से 1 अप्रैल, 2025 से अब और कितनी ज्यादा बचत कर सकते हैं.
न्यू टैक्स रिजीम को आकर्षक बनाने पर सरकार का जोर
न्यू टैक्स रिजीम, जिसे सरकार ने फाइनेंशियल 2020-21 में पेश किया गया था, उसे और ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए बजट 2025 में कई संशोधन किए गए हैं. इसमें मिलने वाले कुछ लेटेस्ट फीचर्स में शामिल हैं:
डिफॉल्ट टैक्स रिजीम (Default Tax Regime) न्यू टैक्स रिजीम को सरकार और आसान बनाने की कोशिश कर रही है और अब भी यह एक डिफॉल्ट ऑप्शन बना हुआ है. बजट 2023 में न्यू टैक्स रिजीम को फाइनेंशियल ईयर 2023-24 के लिए डिफॉल्ट टैक्स सिस्टम बनाया गया था.
संशोधित बेसिक एग्जम्प्शन लिमिट (Revised Basic Exemption Limit): 1 अप्रैल 2025 से बेसिक एग्जम्प्शन लिमिट 3 लाख रुपये से बढ़कर 4 लाख रुपये हो जाएगी.
ज्यादा टैक्स छूट (Higher Tax Rebate): वर्तमान में 7 लाख रुपये तक की इनकम वाले लोगों के लिए इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 87A के तहत 25,000 रुपये की टैक्स छूट मिलती है. फाइनेंशियल ईयर 2025-26 से यह छूट बढ़कर 60,000 रुपये हो जाएगी, जिससे 12 लाख रुपये तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं देना होगा.
लिमिटेड डिडक्शन (Limited Deductions): इसमें ओल्ड टैक्स रिजीम की तरह ज्यादा छूट नहीं मिलेगी, लेकिन कुछ चुनिंदा डिडक्शन का फायदा जारी रहेगा. न्यू टैक्स रिजीम में सैलरीड टैक्सपेयर्स (Salaried Taxpayers) 75,000 रुपये तक स्टैंडर्ड डिडक्शन (Standard Deduction) क्लेम कर सकते हैं. इसके अलावा सेक्शन 80CCD (2) के तहत एनपीएस (NPS) में एम्प्लॉयर के कॉन्ट्रीब्यूशन (Employer Contribution to NPS) पर टैक्स छूट जारी रहेगी. इसमें बेसिक सैलरी का अधिकतम 14% तक डिडक्शन मिलेगा.
इन बदलावों के साथ, सरकार का मकसद टैक्स फाइलिंग को आसान बनाना और ज्यादा से ज्यादा टैक्सपेयर्स को न्यू टैक्स रिजीम का विकल्प चुनने के लिए प्रोत्साहित करना है. इनकम टैक्स कैलकुलेटर लोगों को सोच समझकर फाइनेंशियल डिसीजन लेने में मदद करने में एक महत्वपूर्ण टूल साबित होगा.
न्यू टैक्स रिजीम इन लोगों के लिए है सही ?
अगर अब भी आपके मन में सवाल बना हुआ है कि क्या न्यू टैक्स रिजीम आपके लिए फायदेमंद है तो इसका जवाब है कि अगर आप अपना ज्यादा टैक्स बचाना चाहते हैं और ज्यादा डिडक्शन क्लेम नहीं करते हैं, तो न्यू टैक्स रिजीम आपके लिए फायदेमंद हो सकती है. इसकी सबसे खास बात ये है कि इसमें आपको टैक्स बचाने के लिए अलग-अलग योजनाओं में निवेश करने की जरूरत नहीं रहेगी. तमाम लोग अपना टैक्स बचाने के लिए ही कई योजनाओं में निवेश करते थे अब वो बिना निवेश के ही अपना काफी टैक्स बचा सकेंगे.
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