
- सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर के बाद 900 रुपये गिरकर 1,18,000 प्रति 10 ग्राम हुईं
- अमेरिकी डॉलर में मजबूती और मुनाफावसूली के कारण विदेशी बाजार में सोने की कीमतें कम हुई हैं
- विशेषज्ञों के अनुसार पिछले 5 वर्षों में सोने की कीमत लगभग दोगुनी हुई है
नवरात्र के तीसरे दिन सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला. हालांकि कल रिकॉर्ड स्तर को छूने के बाद आज कीमतें नीचे आ गईं हैं. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पॉलिसी इंटरेस्ट रेट में कटौती पर पॉजिटिव रुख अपनाने के बाद व्यापारियों ने हाई लेवल पर मुनाफावसूली की. ऑल इंडिया बुलियन फेडरेशन के अनुसार, सोने की कीमत 900 रुपये की गिरावट के साथ 1,18,000 रुपये प्रति 10 ग्राम रही, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में यह 1,18,900 रुपये प्रति 10 ग्राम के हाई लेवल पर पहुंच गई थी.

कीमतों में क्यों आई मामूली गिरावट?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, "अमेरिकी डॉलर में सुधार और फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल द्वारा मंगलवार को दिए गए भाषण में की गई आक्रामक टिप्पणियों के कारण सोने की कीमतें अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से थोड़ी कम हुई हैं." मुनाफावसूली की वजह से भी चांदी की कीमतें भी अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से नीचे आ गईं.
सौमिल गांधी ने कहा कि, "बुधवार को थोड़ी गिरावट के बावजूद, मौजूदा भू-राजनीतिक अनिश्चितता कीमती धातुओं में सुरक्षित निवेश को बढ़ावा दे रही है, जिससे सर्राफा कीमतों में बड़े गिरावट को रोकने में मदद मिलती है."
विदेशी बाजार का क्या है हाल?
विदेशी बाजारों में, सोना मामूली गिरावट के साथ 3,760.36 डॉलर प्रति औंस पर रहा. मंगलवार को यह चढ़कर 3,791.11 डॉलर प्रति औंस के नए शिखर पर पहुंच गया था.
कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी (जिंस शोध) कायनात चैनवाला ने कहा, "रिकॉर्ड ऊंचाई के बाद निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली करने से हाजिर सोने में गिरावट आई है. हालांकि, उसके बाद से कीमतें बढ़ी हैं और वर्तमान में 3,760 डॉलर प्रति औंस के आसपास रहीं. बाजार पॉवेल के सतर्क रुख का आंकलन कर रहे हैं और प्रमुख अमेरिकी मुद्रास्फीति और रोजगार आंकड़ों का इंतजार है."
खरीदें या बेचें, क्या बोले एक्सपर्ट?
एक्सपर्ट अजय केडिया ने बताया कि पिछले पांच साल में सोने के भाव पर नजर डालें तो ये 2020 की तुलना में करीब 112% तक बढ़ी हैं. 19 सितंबर, 2020 को 24 कैरेट सोने का भाव ₹51,619/10 ग्राम था, जो कि अब ₹1,09,388 है. इसी वजह से निवेश के लिए ये एक भरोसेमंद विकल्प बन गया है. उन्होंने ये भी कहा कि जोखिम-पसंद माहौल के कारण, सावधानी बरतना उचित है, क्योंकि सोने में 8-10% की तकनीकी गिरावट या समय सुधार से इनकार नहीं किया जा सकता है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं