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आनंद महिंद्रा ने शेयर किया दुनिया के सबसे बड़े मियावाकी जंगल का Video, जानें - कैसे कर सकते हैं एक्सप्लोर

महिंद्रा ग्रुप के चेयरपर्सन आनंद महिंद्रा ने मियावाकी वन एक वीडियो शेयर किया है और बताया कि कैसे शख्स की मेहनत ने मानव निर्मित जंगल तैयार कर दिया है. आइए जानते हैं, इसकी खासियत.

आनंद महिंद्रा ने शेयर किया दुनिया के सबसे बड़े मियावाकी जंगल का Video, जानें - कैसे कर सकते हैं एक्सप्लोर
देखें दुनिया के सबसे बड़े मियावाकी जंगल का Video

महिंद्रा ग्रुप के चेयरपर्सन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) अक्सर अपने आधिकारिक X अकाउंट  पर दुनिया भर की आकर्षक जगहों, लोगों और चीजों के बारे में पोस्ट और वीडियो शेयर करते रहते हैं. ऐसे में हाल ही में, बिजनेसमैन ने गुजरात के कच्छ (Kutch) में बने एक ऐसे जंगल का वीडियो शेयर किया है. जो प्राकृतिक जंगल नहीं है, बल्कि मानव निर्मित है.

आनंद महिंद्रा की ओर से शेयर किया गया ये वीडियो गुजरात के कच्छ में सबसे बड़े मियावाकी वन (Miyawaki forest) का है, जिसका निर्माण का श्रेय डॉ. राधा कृष्ण नायर को जाता है. वीडियो में बताया गया है कि, "कच्छ के शुष्क हिस्से में यह भूमि कुछ साल पहले तक काफी हद तक बंजर थी, लेकिन पिछले कुछ सालों में ही यहां हरियाली छाई हुई है. देखने में ऐसा लगता है, जैसे ये एक प्राकृतिक जंगल है.

मियावाकी वन क्या है? (What Is A Miyawaki Forest)

मियावाकी वन का नाम जापानी वनस्पतिशास्त्री डॉ. अकीरा मियावाकी द्वारा विकसित एक टेक्निक के नाम पर रखा गया है. इस टेक्निक में घने शहरी जंगल विकसित करने के लिए एक-दूसरे के करीब विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए जाते हैं. मियावाकी मेथड के जरिए केवल 2 से  3 सालों में एक जंगल विकसित किया जा सकता है.

दुनिया का सबसे बड़ा मियावाकी जंगल

कच्छ में यह जंगल राज्य सरकार की पर्यावरण पहल और भारत के हरित नायक डॉ. राधाकृष्णन नायर की दूरदर्शिता और कड़ी मेहनत का नतीजा है. वीडियो में बताया गया है कि डॉ. नायर ने देश भर में 115 मियावाकी जंगल बनाने में मदद की है. वहीं कच्छ में बना यह जंगल दुनिया का सबसे बड़ा मियावाकी जंगल है.

देखें Video:

स्मृति वन में मियावाकी वन

बता दें, 3 लाख से ज्यादा पौधों वाला मियावाकी वन स्मृति वन (Smritivan) का हिस्सा है. जो भारत का सबसे बड़ा स्मारक और म्यूजियम भी है. बता दें, स्मृति वन को साल 2001 में गुजरात में भूकंप से गई लोगों की याद में और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए बनाया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 20,000 से अधिक लोगों की जान गई थी. बता दें, स्मृति वन भुज के बाहरी इलाके में भुजियो डूंगर (एक छोटी पहाड़ी) पर स्थित है. ऐसे में मियावाकी वन पूरे स्मारक पर फैला हुआ है. अगर आप इसे करीब से देखना चाहते हैं, तो वहां जा सकते हैं.

जान लें घूमने का सबसे अच्छा समय

अगर आप मियावाकी वन और स्मृति वन को देखना चाहते हैं, तो पहले कच्छ आना होगा. ऐसे में यहां आने का सबसे बेस्ट समय अक्टूबर से मार्च की शुरुआत तक का है. बता दें, सर्दियों के दौरान यहां का मौसम अच्छा रहता है.

जान लें समय के बारे में
- ये जगह मंगलवार से रविवार तक खुला रहता है.
-स्मृति वन: सुबह 05:00 बजे से रात 11:00 बजे तक
-म्यूजियम: सुबह 11:00 बजे से शाम 07:00 बजे तक
-सोमवार को स्मृति वन और म्यूजियम बंद रहता है.

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