Priya Ramani Metoo
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मानहानि केस में प्रिया रमानी बरी : फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कही ये 6 बातें
- Wednesday February 17, 2021
Priya Ramani vs MJ Akbar : दिल्ली की एक अदालत ने आपराधिक मानहानि मामले में पत्रकार प्रिया रमानी को बरी कर दिया. यौन उत्पीडन के आरोपों पर रमानी के खिलाफ एमजे अकबर ने मुकदमा दायर किया था. कोर्ट ने पत्रकार प्रिया रमानी को आपराधिक मानहानि मामले (Defamation Case) में दोषी मानने से इनकार करते हुए उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया. प्रिया रमानी ने साल 2018 में #MeToo कैम्पेन के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. रमानी ने अकबर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, जिसे लेकर उन्होंने (अकबर ने) उनके खिलाफ 15 अक्टूबर 2018 को यह शिकायत दायर की थी. अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार ने अकबर और रमानी के वकीलों की दलीलें पूरी होने के बाद एक फरवरी को अपना फैसला 10 फरवरी के लिए सुरक्षित रख लिया था. हालांकि, अदालत ने 10 फरवरी को फैसला 17 फरवरी के लिए यह कहते हुए टाल दिया था कि चूंकि दोनों ही पक्षों ने विलंब से अपनी लिखित दलील सौंपी है, इसलिए फैसला पूरी तरह से नहीं लिखा जा सका है.
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रमानी ने मीडिया का सबसे बड़ा शिकारी कहकर मेरी छवि को नुकसान पहुंचाया: एमजे अकबर
- Saturday February 29, 2020
अकबर ने अपने वकील की मदद से रमानी द्वारा उनके खिलाफ दायर किये गए निजी आपराधिक मानहानि मामले की शिकायत पर सुनवाई के दौरान अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटिन मजिस्ट्रेट के समक्ष यह आरोप लगाए. अकबर ने 17 अक्टूबर 2018 को केंद्रीय मंत्री के तौर पर इस्तीफा दे दिया था.
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एमजे अकबर की ओर से पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दर्ज कराए गए मानहानि के मामले में अंतिम जिरह 7 फरवरी को
- Friday January 24, 2020
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद एमजे अकबर की ओर से पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दर्ज कराए गए मानहानि के मामले में अंतिम जिरह 7 फरवरी को होगी. प्रिया रमानी ने एमजे अकबर पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे.
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पूर्व केंद्रीय मंत्री एम. जे. अकबर के वकील ने गवाह से पूछा, 'क्या आप कमरे में भूत की तरह मौजूद थीं'
- Saturday October 26, 2019
रमानी ने पिछले दिनों अकबर पर मुंबई के एक होटल के कमरे में कथित तौर पर यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था. इसके बाद अकबर ने 'मी टू' अभियान में उनका नाम घसीटे जाने के बाद रमानी के खिलाफ एक मानहानि की शिकायत दर्ज कराई थी.
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प्रिया रमानी के खिलाफ केस में एमजे अकबर से वकील ने कोर्ट में पूछे दो सवाल तो बोले- मुझे याद नहीं
- Sunday May 5, 2019
- Bhasha
अंग्रेजी अखबार एशियन एज में नौकरी के सिलसिले में रमानी के अकबर से मिलने के ब्यौरे के बारे में वरिष्ठ अधिवक्ता रेबेका जॉन ने पूर्व केंद्रीय मंत्री से जिरह की. हालांकि, इसके जवाब में अकबर ने कहा कि उन्हें याद नहीं है. जॉन ने पूछा कि क्या रमानी एशियन एज, मुंबई में नौकरी तलाशते समय दिसंबर 1993 में उनके कार्यालय में उनसे मिली थी और क्या उन्होंने रमानी से नरीमन प्वाइंट के ओबराय होटल में मिलने को कहा था. दोनों सवालों के जवाब में अकबर ने कहा, ‘मुझे याद नहीं है.’
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#MeToo: एमजे अकबर मानहानि मामले में पत्रकार प्रिया रमानी को मिली जमानत
- Monday February 25, 2019
- NDTVKhabar News Desk
दिल्ली की एक अदालत ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री एम. जे. अकबर द्वारा दायर मानहानि के मामले में सोमवार को पत्रकार प्रिया रमानी को जमानत दे दी. 'मी टू’ अभियान के दौरान रमानी ने अकबर के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया था.
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एमजे अकबर मानहानि मामले में कोर्ट ने पत्रकार प्रिया रमानी को किया तलब
- Wednesday January 30, 2019
- NDTVKhabar News Desk
दिल्ली की एक अदालत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर द्वारा दायर मानहानि के मामले में पत्रकार प्रिया रमानी को 25 फरवरी को तलब किया है. रमानी द्वारा अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने के बाद उन्होंने यह मामला दायर किया था.
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कांग्रेस ने एमजे अकबर के इस्तीफे को 'सच की जीत' बताया, AAP ने दिया यह बयान, जानिये किसने क्या कहा...
- Wednesday October 17, 2018
- NDTVKhabar News Desk
एमजे अकबर (MJ Akbar) ने विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. #MeToo अभियान में यौन शोषण का आरोप लगने के बाद एमजे अकबर ने यह कदम उठाया है. इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि, 'चूंकि मैंने निजी तौर पर कानून की अदालत में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं.' मुझे यह उचित लगा कि पद छोड़ दूं और अपने ऊपर लगे झूठे इल्ज़ामों का निजी स्तर पर ही जवाब दूं. इसलिए मैंने विदेश राज्य मंत्री के पद से अपना इस्तीफ़ा दे दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एमजे अकबर का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. बता दें कि अकबर पर 20 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. अकबर के इस्तीफे के बाद कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी के नेताओं के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि अकबर को पहले ही इस्तीफा देना चाहिए था.
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एमजे अकबर का इस्तीफा: आरोप लगाने वाली पत्रकार प्रिया रमानी ने कही यह बात, जानिये किसने क्या कहा...
- Wednesday October 17, 2018
- NDTVKhabar News Desk
एमजे अकबर ने विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. #MeToo अभियान में यौन शोषण का आरोप लगने के बाद एमजे अकबर ने यह कदम उठाया है. इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि, 'चूंकि मैंने निजी तौर पर कानून की अदालत में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं.' एमजे अकबर ने बयान जारी करके कहा कि मैंने निजी तौर पर अदालत में न्याय पाने का फ़ैसला किया है, मुझे यह उचित लगा कि पद छोड़ दूं और अपने ऊपर लगे झूठे इल्ज़ामों का निजी स्तर पर ही जवाब दूं. इसलिए मैंने विदेश राज्य मंत्री के पद से अपना इस्तीफ़ा दे दिया है. बता दें कि अकबर पर 20 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है.
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#MeToo: प्रिया रमानी के समर्थन में उतरीं 20 महिला पत्रकार, एमजे अकबर के खिलाफ गवाही को तैयार
- Wednesday October 17, 2018
- NDTVKhabar News Desk
मीटू आंदोलन के जोर पकड़ने के साथ ‘द एशियन एज’ अखबार में काम कर चुकीं 20 महिला पत्रकार अपनी सहकर्मी प्रिया रमानी के समर्थन में आईं जिन्होंने केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इन महिला पत्रकारों ने एक संयुक्त बयान में रमानी का समर्थन करने की बात कही और अदालत से आग्रह किया कि अकबर के खिलाफ उन्हें सुना जाए.
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क्या एमजे अकबर इस्तीफ़ा ना देने पर अड़ गए हैं?
- Wednesday October 17, 2018
- Ravish Kumar
विदेश राज्य मंत्री मुबशिर जावेद अकबर ने पत्रकार प्रिया रमानी पर मानहानि का मुकदमा किया है. वकालतनामे में 97 वकीलों का नाम देखने के बाद भी दो महिलाएं और सामने आईं हैं. स्वाति गौतम ने क्विंट में और तुसीता पटेल ने स्क्रॉल डॉट इन में अकबर के साथ अपने अनुभव को लिखा है. उम्मीद थी कि कानूनी कार्रवाई के बाद अकबर को लेकर महिलाओं के लेख आने बंद हो जाएंगे, मगर ऐसा नहीं हुआ. लग रहा था अब जिन्हें लिखना था उन्होंने लिख लिया है. बाकी नहीं लिखेंगी. एक दिन में दो महिलाओं के लेख आने के बाद कहा नहीं जा सकता है कि कल कोई लेख नहीं आएगा. कल कोई प्रसंग नहीं आएगा.
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#MeToo: विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर की बढ़ेंगी मुश्किलें, 2 और महिला पत्रकारों ने लगाया आरोप, कही यह बात....
- Tuesday October 16, 2018
- NDTVKhabar.com team
करीब 16 महिलाओं द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद भी राज्य विदेश मंत्री ने मंगलवार को अन्य मंत्रियों की तरह अपना कामकाज जारी रखा.
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अकबर ने आरोपों के पीछे मंशा पर ही उठाए सवाल
- Tuesday October 16, 2018
- Ravish Kumar
एम जे अकबर पर 14 महिला पत्रकारों के लगाए आरोप और उनके जवाब की स्टोरी को लेकर एक अध्ययन यह भी करना चाहिए कि हिन्दी अखबारों ने अकबर पर लगे आरोपों का किस पन्ने पर और कितना छोटा सा छापा और जब खंडन आया तो उनके खंडन को कहां छापा और कितनी प्रमुखता से छापा.
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#MeToo: केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने आरोप लगाने वाली महिला पत्रकार के खिलाफ मानहानि का केस किया
- Tuesday October 16, 2018
#MeToo कैंपेन में कई महिला पत्रकारों के यौन शोषण के आरोपों से घिरे विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर (MJ Akbar) ने महिला पत्रकार प्रिया रमानी (Priya Ramani) के ख़िलाफ़ मानहानि का केस दायर किया है. आपराधिक मानहानि की धारा IPC 499, 500 के तहत उन्होंने अपने वकील के ज़रिए ये केस दायर किया है. इस धारा के तहत दोषी पाए जाने पर दो साल तक की सज़ा का प्रावधान है. एक दिन पहले विदेश से लौटने के बाद एमजे अकबर ने कानूनी कार्रवाई की बात कही थी. एक लिखित बयान में ख़ुद को बेकसूर बताते हुए अकबर ने आरोपों को पूरी तरह गलत और मनगढ़ंत बताया है. अकबर ने कहा, झूठ के पैर नहीं होते लेकिन उसमें ज़हर होता है जिसे उन्माद में बदला जा सकता है.
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मानहानि केस में प्रिया रमानी बरी : फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कही ये 6 बातें
- Wednesday February 17, 2021
Priya Ramani vs MJ Akbar : दिल्ली की एक अदालत ने आपराधिक मानहानि मामले में पत्रकार प्रिया रमानी को बरी कर दिया. यौन उत्पीडन के आरोपों पर रमानी के खिलाफ एमजे अकबर ने मुकदमा दायर किया था. कोर्ट ने पत्रकार प्रिया रमानी को आपराधिक मानहानि मामले (Defamation Case) में दोषी मानने से इनकार करते हुए उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया. प्रिया रमानी ने साल 2018 में #MeToo कैम्पेन के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. रमानी ने अकबर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, जिसे लेकर उन्होंने (अकबर ने) उनके खिलाफ 15 अक्टूबर 2018 को यह शिकायत दायर की थी. अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार ने अकबर और रमानी के वकीलों की दलीलें पूरी होने के बाद एक फरवरी को अपना फैसला 10 फरवरी के लिए सुरक्षित रख लिया था. हालांकि, अदालत ने 10 फरवरी को फैसला 17 फरवरी के लिए यह कहते हुए टाल दिया था कि चूंकि दोनों ही पक्षों ने विलंब से अपनी लिखित दलील सौंपी है, इसलिए फैसला पूरी तरह से नहीं लिखा जा सका है.
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रमानी ने मीडिया का सबसे बड़ा शिकारी कहकर मेरी छवि को नुकसान पहुंचाया: एमजे अकबर
- Saturday February 29, 2020
अकबर ने अपने वकील की मदद से रमानी द्वारा उनके खिलाफ दायर किये गए निजी आपराधिक मानहानि मामले की शिकायत पर सुनवाई के दौरान अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटिन मजिस्ट्रेट के समक्ष यह आरोप लगाए. अकबर ने 17 अक्टूबर 2018 को केंद्रीय मंत्री के तौर पर इस्तीफा दे दिया था.
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एमजे अकबर की ओर से पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दर्ज कराए गए मानहानि के मामले में अंतिम जिरह 7 फरवरी को
- Friday January 24, 2020
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद एमजे अकबर की ओर से पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दर्ज कराए गए मानहानि के मामले में अंतिम जिरह 7 फरवरी को होगी. प्रिया रमानी ने एमजे अकबर पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे.
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पूर्व केंद्रीय मंत्री एम. जे. अकबर के वकील ने गवाह से पूछा, 'क्या आप कमरे में भूत की तरह मौजूद थीं'
- Saturday October 26, 2019
रमानी ने पिछले दिनों अकबर पर मुंबई के एक होटल के कमरे में कथित तौर पर यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था. इसके बाद अकबर ने 'मी टू' अभियान में उनका नाम घसीटे जाने के बाद रमानी के खिलाफ एक मानहानि की शिकायत दर्ज कराई थी.
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प्रिया रमानी के खिलाफ केस में एमजे अकबर से वकील ने कोर्ट में पूछे दो सवाल तो बोले- मुझे याद नहीं
- Sunday May 5, 2019
- Bhasha
अंग्रेजी अखबार एशियन एज में नौकरी के सिलसिले में रमानी के अकबर से मिलने के ब्यौरे के बारे में वरिष्ठ अधिवक्ता रेबेका जॉन ने पूर्व केंद्रीय मंत्री से जिरह की. हालांकि, इसके जवाब में अकबर ने कहा कि उन्हें याद नहीं है. जॉन ने पूछा कि क्या रमानी एशियन एज, मुंबई में नौकरी तलाशते समय दिसंबर 1993 में उनके कार्यालय में उनसे मिली थी और क्या उन्होंने रमानी से नरीमन प्वाइंट के ओबराय होटल में मिलने को कहा था. दोनों सवालों के जवाब में अकबर ने कहा, ‘मुझे याद नहीं है.’
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#MeToo: एमजे अकबर मानहानि मामले में पत्रकार प्रिया रमानी को मिली जमानत
- Monday February 25, 2019
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दिल्ली की एक अदालत ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री एम. जे. अकबर द्वारा दायर मानहानि के मामले में सोमवार को पत्रकार प्रिया रमानी को जमानत दे दी. 'मी टू’ अभियान के दौरान रमानी ने अकबर के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया था.
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एमजे अकबर मानहानि मामले में कोर्ट ने पत्रकार प्रिया रमानी को किया तलब
- Wednesday January 30, 2019
- NDTVKhabar News Desk
दिल्ली की एक अदालत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर द्वारा दायर मानहानि के मामले में पत्रकार प्रिया रमानी को 25 फरवरी को तलब किया है. रमानी द्वारा अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने के बाद उन्होंने यह मामला दायर किया था.
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कांग्रेस ने एमजे अकबर के इस्तीफे को 'सच की जीत' बताया, AAP ने दिया यह बयान, जानिये किसने क्या कहा...
- Wednesday October 17, 2018
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एमजे अकबर (MJ Akbar) ने विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. #MeToo अभियान में यौन शोषण का आरोप लगने के बाद एमजे अकबर ने यह कदम उठाया है. इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि, 'चूंकि मैंने निजी तौर पर कानून की अदालत में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं.' मुझे यह उचित लगा कि पद छोड़ दूं और अपने ऊपर लगे झूठे इल्ज़ामों का निजी स्तर पर ही जवाब दूं. इसलिए मैंने विदेश राज्य मंत्री के पद से अपना इस्तीफ़ा दे दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एमजे अकबर का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. बता दें कि अकबर पर 20 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. अकबर के इस्तीफे के बाद कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी के नेताओं के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि अकबर को पहले ही इस्तीफा देना चाहिए था.
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एमजे अकबर का इस्तीफा: आरोप लगाने वाली पत्रकार प्रिया रमानी ने कही यह बात, जानिये किसने क्या कहा...
- Wednesday October 17, 2018
- NDTVKhabar News Desk
एमजे अकबर ने विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. #MeToo अभियान में यौन शोषण का आरोप लगने के बाद एमजे अकबर ने यह कदम उठाया है. इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि, 'चूंकि मैंने निजी तौर पर कानून की अदालत में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं.' एमजे अकबर ने बयान जारी करके कहा कि मैंने निजी तौर पर अदालत में न्याय पाने का फ़ैसला किया है, मुझे यह उचित लगा कि पद छोड़ दूं और अपने ऊपर लगे झूठे इल्ज़ामों का निजी स्तर पर ही जवाब दूं. इसलिए मैंने विदेश राज्य मंत्री के पद से अपना इस्तीफ़ा दे दिया है. बता दें कि अकबर पर 20 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है.
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#MeToo: प्रिया रमानी के समर्थन में उतरीं 20 महिला पत्रकार, एमजे अकबर के खिलाफ गवाही को तैयार
- Wednesday October 17, 2018
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मीटू आंदोलन के जोर पकड़ने के साथ ‘द एशियन एज’ अखबार में काम कर चुकीं 20 महिला पत्रकार अपनी सहकर्मी प्रिया रमानी के समर्थन में आईं जिन्होंने केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इन महिला पत्रकारों ने एक संयुक्त बयान में रमानी का समर्थन करने की बात कही और अदालत से आग्रह किया कि अकबर के खिलाफ उन्हें सुना जाए.
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क्या एमजे अकबर इस्तीफ़ा ना देने पर अड़ गए हैं?
- Wednesday October 17, 2018
- Ravish Kumar
विदेश राज्य मंत्री मुबशिर जावेद अकबर ने पत्रकार प्रिया रमानी पर मानहानि का मुकदमा किया है. वकालतनामे में 97 वकीलों का नाम देखने के बाद भी दो महिलाएं और सामने आईं हैं. स्वाति गौतम ने क्विंट में और तुसीता पटेल ने स्क्रॉल डॉट इन में अकबर के साथ अपने अनुभव को लिखा है. उम्मीद थी कि कानूनी कार्रवाई के बाद अकबर को लेकर महिलाओं के लेख आने बंद हो जाएंगे, मगर ऐसा नहीं हुआ. लग रहा था अब जिन्हें लिखना था उन्होंने लिख लिया है. बाकी नहीं लिखेंगी. एक दिन में दो महिलाओं के लेख आने के बाद कहा नहीं जा सकता है कि कल कोई लेख नहीं आएगा. कल कोई प्रसंग नहीं आएगा.
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#MeToo: विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर की बढ़ेंगी मुश्किलें, 2 और महिला पत्रकारों ने लगाया आरोप, कही यह बात....
- Tuesday October 16, 2018
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करीब 16 महिलाओं द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद भी राज्य विदेश मंत्री ने मंगलवार को अन्य मंत्रियों की तरह अपना कामकाज जारी रखा.
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अकबर ने आरोपों के पीछे मंशा पर ही उठाए सवाल
- Tuesday October 16, 2018
- Ravish Kumar
एम जे अकबर पर 14 महिला पत्रकारों के लगाए आरोप और उनके जवाब की स्टोरी को लेकर एक अध्ययन यह भी करना चाहिए कि हिन्दी अखबारों ने अकबर पर लगे आरोपों का किस पन्ने पर और कितना छोटा सा छापा और जब खंडन आया तो उनके खंडन को कहां छापा और कितनी प्रमुखता से छापा.
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#MeToo: केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने आरोप लगाने वाली महिला पत्रकार के खिलाफ मानहानि का केस किया
- Tuesday October 16, 2018
#MeToo कैंपेन में कई महिला पत्रकारों के यौन शोषण के आरोपों से घिरे विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर (MJ Akbar) ने महिला पत्रकार प्रिया रमानी (Priya Ramani) के ख़िलाफ़ मानहानि का केस दायर किया है. आपराधिक मानहानि की धारा IPC 499, 500 के तहत उन्होंने अपने वकील के ज़रिए ये केस दायर किया है. इस धारा के तहत दोषी पाए जाने पर दो साल तक की सज़ा का प्रावधान है. एक दिन पहले विदेश से लौटने के बाद एमजे अकबर ने कानूनी कार्रवाई की बात कही थी. एक लिखित बयान में ख़ुद को बेकसूर बताते हुए अकबर ने आरोपों को पूरी तरह गलत और मनगढ़ंत बताया है. अकबर ने कहा, झूठ के पैर नहीं होते लेकिन उसमें ज़हर होता है जिसे उन्माद में बदला जा सकता है.
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