विदेश राज्य मंत्री मुबशिर जावेद अकबर ने पत्रकार प्रिया रमानी पर मानहानि का मुकदमा किया है. वकालतनामे में 97 वकीलों का नाम देखने के बाद भी दो महिलाएं और सामने आईं हैं. स्वाति गौतम ने क्विंट में और तुसीता पटेल ने स्क्रोल डॉट इन में अकबर के साथ अपने अनुभव को लिखा है. उम्मीद थी कि कानूनी कार्रवाई के बाद अकबर को लेकर महिलाओं के लेख आने बंद हो जाएंगे मगर ऐसा नहीं हुआ. लग रहा था अब जिन्हे लिखना था उन्होंने लिख लिया है. बाकी नहीं लिखेंगी. एक दिन में दो महिलाओं के लेख आने के बाद कहा नहीं जा सकता है कि कल कोई लेख नहीं आएगा. कल कोई प्रसंग नहीं आएगा. आइये हम उन साहसी महिलाओं के नाम एक बार फिर से दिखा दें जिन्होंने विदेश राज्य मंत्री मुबशिर जावेद अकबर पर आरोप लगाए हैं. यौन शोषण के आरोप, उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने के आरोप, ज़बरन छाती पकड़ लेने, महिला को बुलाना और अंडरवियर में दरवाज़ा खोलना, ब्रा स्ट्रैप खींच देना, किसी के मुंह में जीभ डाल देने के आरोप हैं. क्या इन सोलह महिलाओं के लिए आसान रहा होगा, अपने साथ हुए इन क्रूर अनुभवों को शब्दश लिखना?