India | Translated by: नवीन कुमार |मंगलवार जुलाई 7, 2020 06:49 PM IST “इसमें, अंतर्राष्ट्रीय विक्रेताओं की सांठगांठ बहुत मजबूत है. ठीक उसी तरह जब भारतीय सैन्य उपकरणों का स्वदेशीकरण किया गया था, बहुत सारी नकारात्मक समीक्षाएं थीं. यहां भी वही हो रहा है. 10 लाख रुपये का वेंटिलेटर जो करता है, हमारा डेढ़ लाख रुपये का वही काम करता है. क्या अंतर्राष्ट्रीय संघ, अंतर्राष्ट्रीय विक्रेता इसे स्वीकार करेंगे? इसलिए वे काम बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, "