कोरोनावायरस की दूसरी लहर में उठी मेडिकल सुविधाओं और इंफ्रास्ट्र्क्चर की कमी के चलते देश के कई राज्यों में कोरोना की मरीजों की जानें गई हैं. इस लहर में मरीजों को ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर्स और मेडिकल ऑक्सीजन की भारी जरूरत पड़ी है. पीएम केयर्स फंड के तहत राज्यों को वेंटिलेटर्स इशू किए गए थे, लेकिन ऐसे कई मामले सामने आए कि इन वेंटिलेटरों में कई गड़बड़ियां थीं और डॉक्टरों ने ही हाथ खड़े कर दिए.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी मोदी सरकार पर लगातार कोरोना को लेकर हमले बोल रहे हैं. उन्होंने इन वेंटिलेटरों को भी लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सोमवार को एक ट्वीट कर लिखा कि पीएम केयर्स के वेंटिलेटरों और और पीएम में कई समानताएं हैं.
उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि 'PMCares के वेंटिलेटर और स्वयं PM में कई समानताएं हैं- दोनों का हद से ज़्यादा झूठा प्रचार -दोनों ही अपना काम करने में फ़ेल -ज़रूरत के समय, दोनों को ढूंढना मुश्किल.'
PMCares के वेंटिलेटर और स्वयं PM में कई समानताएँ हैं-
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 17, 2021
- दोनों का हद से ज़्यादा झूठा प्रचार
- दोनों ही अपना काम करने में फ़ेल
- ज़रूरत के समय, दोनों को ढूँढना मुश्किल।
बता दें कि पिछले हफ्ते भोपाल के सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल हमीदिया अस्पताल में खराब वेंटिलेटरों का मामला उठा था. यहां के डॉक्टरों ने अस्पताल प्रशासन को एक खत लिखा था, जिसमें साफ कहा गया था कि पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर गड़बड़ हैं, न ऑक्सीजन फ्लो आता है, न प्रेशर बनता है, चलते-चलते मशीन बंद हो जाती है. ऐसे में मरीज की जान बचाना मुश्किल है.
आधार कार्ड और श्मशान घाट- कुछ नोट्स
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कई ऐसे मामले सामने आए थे, जहां पीएम केयर्स के तहत मिले वेंटिलेटर्स या तो गड़बड़ थे, या फिर धूल फांक रहे थे क्योंकि उन्हें चलाने वाला ही कोई नहीं है.
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