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Pm Cares Fund Ventilators

'Pm Cares Fund Ventilators' - 10 News Result(s)
  • जम्मू कश्‍मीर में कई PM केयर्स वेंटिलेटर्स ट्रायल रन में निकले खराब 

    जम्मू कश्‍मीर में कई PM केयर्स वेंटिलेटर्स ट्रायल रन में निकले खराब 

    सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत एक प्रश्‍न के जवाब में पता चला कि मेडिकल कॉलेज को कोरोना महामारी की दूसरी लहर से निपटने के लिए पीएम केयर्स फंड के तहत वेंटिलेटर प्राप्त हुए थे. आरटीआई के जवाब में अस्पताल के एनेस्‍थेसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग ने उन तकनीकी समस्याओं को बताया, जो मशीनों को क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट के उपयोग के लिए अनुपयुक्त बनाती हैं. 

  • PM CARES Fund से नहीं खरीदे गए थे 113 वेंटिलेटर्स, ASG ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया

    PM CARES Fund से नहीं खरीदे गए थे 113 वेंटिलेटर्स, ASG ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया

    बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) की औरंगाबाद बेंच में COVID-19 महामारी से निपटने के इंतजामों पर चल रही सुनवाई में 28 मई को केंद्र सरकार के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) ने बताया कि जिन 113 वेंटिलेटरों की बात हो रही है, वो वेंटिलेटर्स PM केयर्स फंड से नहीं आए हैं बल्कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उपलब्ध कराए हैं, जो कि राजकोट में बने हैं. अदालत ने ASG को इस बात के लिए लताड़ा है कि वो आरोप-प्रत्यारोप खेल के तहत मेडिकल स्टॉफ की अक्षमता को दोष दे रहे हैं जबकि उन्हें आगे आकर कंपनी और अस्पताल के बीच मशीनों के मेंटेनेंस और सुधार पर जोर देने का प्रयास करने चाहिए.

  • खराब वेंटिलेटर्स की वजह से हुई मौतों का जिम्मेदार कौन?

    खराब वेंटिलेटर्स की वजह से हुई मौतों का जिम्मेदार कौन?

    अच्छी कार कंपनी अक्सर किसी पुर्ज़े की ज़रा सी ख़राबी के कारण अपनी बिकी हुई कारें ग्राहकों से वापस मंगा लेती है. एक साल से पीएम केयर्स के तहत दिए जा रहे वेंटिलेटर की ख़राबी की ख़बरें आप सुन रहे हैं, क्या आपने एक भी ऐसी खबर देखी है कि ख़राबी की शिकायत आने पर प्रधानमंत्री ने सारे वेंटिलेटर मंगा लिए हैं. क्या इस वजह से कोई जाकर उस वेंटिलेटर पर दम तोड़ दे कि उसका संबंध पीएम केयर्स फंड से है?

  • पीएम केयर फंड के तहत खरीदे वेंटिलेटर कितने काम आ पाए?

    पीएम केयर फंड के तहत खरीदे वेंटिलेटर कितने काम आ पाए?

    पीएम केयर के तहत सप्लाई किए गए वेंटिलेटर की खराब गुणवत्ता को लेकर एक साल से मीडिया में विस्तार से ख़बरें छप रही हैं. कभी मामूली खराबी तो कभी रखरखाव में कमी का बहाना बना कर इस मसले की सच्चाई छलकती रहती है. आखिर हज़ारों करोड़ रुपये से खरीदे गए इन वेंटिलेटर की दूसरी लहर में क्या भूमिका रही, जब नहीं चली तब और जब चल रही थीं तब. इसका मूल्यांकन क्या दस साल बाद होगा? 15 मई को सरकार एक बयान जारी करती है कि “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक उच्च स्तरीय बैठक में कुछ राज्यों में वेंटिलेटर के स्टोरजे में पड़े होने की कुछ रिपोर्टों को गंभीरता से लिया और निर्देश दिया कि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए वेंटिलेटर के उपयोग और संचालन का तत्काल ऑडिट किया जाना चाहिए.

  • 'दोनों फेल हैं...' : PMCares फंड के तहत मिले वेंटिलेटर्स और PM मोदी पर राहुल गांधी का तंज

    'दोनों फेल हैं...' : PMCares फंड के तहत मिले वेंटिलेटर्स और PM मोदी पर राहुल गांधी का तंज

    पीएम केयर्स फंड के तहत राज्यों को वेंटिलेटर्स इशू किए गए थे, लेकिन ऐसे कई मामले सामने आए कि इन वेंटिलेटरों में कई गड़बड़ियां थीं और डॉक्टरों ने ही हाथ खड़े कर दिए. राहुल गांधी ने इन्हें लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है.

  • उत्तर प्रदेश में धूल फांक रहे हैं सैकड़ों वेंटिलेटर, PM Cares Fund से हुई थी खरीद

    उत्तर प्रदेश में धूल फांक रहे हैं सैकड़ों वेंटिलेटर, PM Cares Fund से हुई थी खरीद

    उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Covid 19) में एक तरफ जहां भयानक कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) में वेंटिलेटर (Ventilator) की भारी कमी है, वहीं पीएम केयर्स फंड (PM Cares Fund) से यूपी के अस्पतालों को भेजे गए वेंटिलेटर बड़े पैमाने पर धूल फांक रहे हैं, क्योंकि उन्हें ऑपरेट करने के लिए मेडिकल स्टाफ की भर्ती नहीं की गई. एक कहावत है कि 'कूड़े के भी दिन फिरते हैं', फिर वेंटिलेटर तो वेंटिलेटर ही है. फिरोजाबाद के मेडिकल कॉलेज में 75 वेंटिलेटर एक साल से धूल फांक रहे थे. पीएम केयर्स फंड से 114 वेंटिलेटर आए थे. 39 इस्तेमाल हुए. 75 एक साल से पड़े थे. मीडिया में खबर आने के बाद अब इस्तेमाल के लिए भेजे जा रहे हैं.

  • भारत में क्यों वेंटिलेटर की कमी से मर रहे हैं लोग?

    भारत में क्यों वेंटिलेटर की कमी से मर रहे हैं लोग?

    आंध्र प्रदेश के तिरुपति के रुइया अस्पताल में आक्सीज़न की सप्लाई में बाधा आने से 11 मरीज़ों की मौत हो गई. तेलंगाना के भी एक दो अस्पतालों से ऐसी खबर आई है लेकिन प्रशासन ने पुष्टि नहीं की है. न जाने कहां कहां इस तरह से नरसंहार जारी है. आम तौर पर नरसंहार की खबरें बिना पुष्टि के बाहर आ जाती हैं मगर आक्सीजन की कमी से मरने वालों को प्रशासन की पुष्टि का इंतज़ार करना पड़ता है.

  • कोरोना मामले बढ़े तो आई वेंटिलेटर्स की याद लेकिन PM CARE फंड से खरीदे गए ज्‍यादातर वेंटिलेटर्स खुद 'बीमार'

    कोरोना मामले बढ़े तो आई वेंटिलेटर्स की याद लेकिन PM CARE फंड से खरीदे गए ज्‍यादातर वेंटिलेटर्स खुद 'बीमार'

    पीएम केयर फंड (PM CARE FUND) से पिछले साल 2000 करोड़ रुपये के वेंटिलेटर खरीद की बात हुई, इसे 'मेड इन इंडिया' का नारा दिया गया. लेकिन हालत यह है कि आज मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ में ऐसे कई वेंटिलेटर धूल खा रहे हैं. कई अस्पतालों में तो डॉक्टरों ने लिख दिया कि ये वेंटिलेटर इतने घटिया हैं कि वे इससे काम नहीं कर सकते.

  • फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में 67 वेंटिलेटर फांक रहे धूल, PM केयर फंड के तहत आये थे 114 वेंटिलेटर

    फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में 67 वेंटिलेटर फांक रहे धूल, PM केयर फंड के तहत आये थे 114 वेंटिलेटर

    हाल ही में, यूपी सरकार (UP Government) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा है कि सूबे में ऑक्सीजन (Oxygen), दवा और बेड की कोई कमी नहीं है.

  • ‘मेड इन इंडिया’ 1,340 वेंटिलेटर राज्यों को सौंपे जा चुके : केंद्र सरकार

    ‘मेड इन इंडिया’ 1,340 वेंटिलेटर राज्यों को सौंपे जा चुके : केंद्र सरकार

    एक आधिकारिक बयान में मंगलवार को कहा गया, ‘अब तक 2,923 वेंटिलेटरों का निर्माण हो गया है जिनमें से 1,340 वेंटिलेटरों को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सौंपा जा चुका है.’ इस महीने के अंत तक अतिरिक्त 14,000 वेंटिलेटर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सौंपे जाएंगे. बयान में बताया गया है कि सबसे ज्यादा वेंटिलेटर हासिल करने वाले राज्यों में महाराष्ट्र (275), दिल्ली (275), गुजरात (175), बिहार (100), कर्नाटक (90), राजस्थान (75) है.

'Pm Cares Fund Ventilators' - 10 News Result(s)
  • जम्मू कश्‍मीर में कई PM केयर्स वेंटिलेटर्स ट्रायल रन में निकले खराब 

    जम्मू कश्‍मीर में कई PM केयर्स वेंटिलेटर्स ट्रायल रन में निकले खराब 

    सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत एक प्रश्‍न के जवाब में पता चला कि मेडिकल कॉलेज को कोरोना महामारी की दूसरी लहर से निपटने के लिए पीएम केयर्स फंड के तहत वेंटिलेटर प्राप्त हुए थे. आरटीआई के जवाब में अस्पताल के एनेस्‍थेसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग ने उन तकनीकी समस्याओं को बताया, जो मशीनों को क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट के उपयोग के लिए अनुपयुक्त बनाती हैं. 

  • PM CARES Fund से नहीं खरीदे गए थे 113 वेंटिलेटर्स, ASG ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया

    PM CARES Fund से नहीं खरीदे गए थे 113 वेंटिलेटर्स, ASG ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया

    बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) की औरंगाबाद बेंच में COVID-19 महामारी से निपटने के इंतजामों पर चल रही सुनवाई में 28 मई को केंद्र सरकार के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) ने बताया कि जिन 113 वेंटिलेटरों की बात हो रही है, वो वेंटिलेटर्स PM केयर्स फंड से नहीं आए हैं बल्कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उपलब्ध कराए हैं, जो कि राजकोट में बने हैं. अदालत ने ASG को इस बात के लिए लताड़ा है कि वो आरोप-प्रत्यारोप खेल के तहत मेडिकल स्टॉफ की अक्षमता को दोष दे रहे हैं जबकि उन्हें आगे आकर कंपनी और अस्पताल के बीच मशीनों के मेंटेनेंस और सुधार पर जोर देने का प्रयास करने चाहिए.

  • खराब वेंटिलेटर्स की वजह से हुई मौतों का जिम्मेदार कौन?

    खराब वेंटिलेटर्स की वजह से हुई मौतों का जिम्मेदार कौन?

    अच्छी कार कंपनी अक्सर किसी पुर्ज़े की ज़रा सी ख़राबी के कारण अपनी बिकी हुई कारें ग्राहकों से वापस मंगा लेती है. एक साल से पीएम केयर्स के तहत दिए जा रहे वेंटिलेटर की ख़राबी की ख़बरें आप सुन रहे हैं, क्या आपने एक भी ऐसी खबर देखी है कि ख़राबी की शिकायत आने पर प्रधानमंत्री ने सारे वेंटिलेटर मंगा लिए हैं. क्या इस वजह से कोई जाकर उस वेंटिलेटर पर दम तोड़ दे कि उसका संबंध पीएम केयर्स फंड से है?

  • पीएम केयर फंड के तहत खरीदे वेंटिलेटर कितने काम आ पाए?

    पीएम केयर फंड के तहत खरीदे वेंटिलेटर कितने काम आ पाए?

    पीएम केयर के तहत सप्लाई किए गए वेंटिलेटर की खराब गुणवत्ता को लेकर एक साल से मीडिया में विस्तार से ख़बरें छप रही हैं. कभी मामूली खराबी तो कभी रखरखाव में कमी का बहाना बना कर इस मसले की सच्चाई छलकती रहती है. आखिर हज़ारों करोड़ रुपये से खरीदे गए इन वेंटिलेटर की दूसरी लहर में क्या भूमिका रही, जब नहीं चली तब और जब चल रही थीं तब. इसका मूल्यांकन क्या दस साल बाद होगा? 15 मई को सरकार एक बयान जारी करती है कि “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक उच्च स्तरीय बैठक में कुछ राज्यों में वेंटिलेटर के स्टोरजे में पड़े होने की कुछ रिपोर्टों को गंभीरता से लिया और निर्देश दिया कि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए वेंटिलेटर के उपयोग और संचालन का तत्काल ऑडिट किया जाना चाहिए.

  • 'दोनों फेल हैं...' : PMCares फंड के तहत मिले वेंटिलेटर्स और PM मोदी पर राहुल गांधी का तंज

    'दोनों फेल हैं...' : PMCares फंड के तहत मिले वेंटिलेटर्स और PM मोदी पर राहुल गांधी का तंज

    पीएम केयर्स फंड के तहत राज्यों को वेंटिलेटर्स इशू किए गए थे, लेकिन ऐसे कई मामले सामने आए कि इन वेंटिलेटरों में कई गड़बड़ियां थीं और डॉक्टरों ने ही हाथ खड़े कर दिए. राहुल गांधी ने इन्हें लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है.

  • उत्तर प्रदेश में धूल फांक रहे हैं सैकड़ों वेंटिलेटर, PM Cares Fund से हुई थी खरीद

    उत्तर प्रदेश में धूल फांक रहे हैं सैकड़ों वेंटिलेटर, PM Cares Fund से हुई थी खरीद

    उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Covid 19) में एक तरफ जहां भयानक कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) में वेंटिलेटर (Ventilator) की भारी कमी है, वहीं पीएम केयर्स फंड (PM Cares Fund) से यूपी के अस्पतालों को भेजे गए वेंटिलेटर बड़े पैमाने पर धूल फांक रहे हैं, क्योंकि उन्हें ऑपरेट करने के लिए मेडिकल स्टाफ की भर्ती नहीं की गई. एक कहावत है कि 'कूड़े के भी दिन फिरते हैं', फिर वेंटिलेटर तो वेंटिलेटर ही है. फिरोजाबाद के मेडिकल कॉलेज में 75 वेंटिलेटर एक साल से धूल फांक रहे थे. पीएम केयर्स फंड से 114 वेंटिलेटर आए थे. 39 इस्तेमाल हुए. 75 एक साल से पड़े थे. मीडिया में खबर आने के बाद अब इस्तेमाल के लिए भेजे जा रहे हैं.

  • भारत में क्यों वेंटिलेटर की कमी से मर रहे हैं लोग?

    भारत में क्यों वेंटिलेटर की कमी से मर रहे हैं लोग?

    आंध्र प्रदेश के तिरुपति के रुइया अस्पताल में आक्सीज़न की सप्लाई में बाधा आने से 11 मरीज़ों की मौत हो गई. तेलंगाना के भी एक दो अस्पतालों से ऐसी खबर आई है लेकिन प्रशासन ने पुष्टि नहीं की है. न जाने कहां कहां इस तरह से नरसंहार जारी है. आम तौर पर नरसंहार की खबरें बिना पुष्टि के बाहर आ जाती हैं मगर आक्सीजन की कमी से मरने वालों को प्रशासन की पुष्टि का इंतज़ार करना पड़ता है.

  • कोरोना मामले बढ़े तो आई वेंटिलेटर्स की याद लेकिन PM CARE फंड से खरीदे गए ज्‍यादातर वेंटिलेटर्स खुद 'बीमार'

    कोरोना मामले बढ़े तो आई वेंटिलेटर्स की याद लेकिन PM CARE फंड से खरीदे गए ज्‍यादातर वेंटिलेटर्स खुद 'बीमार'

    पीएम केयर फंड (PM CARE FUND) से पिछले साल 2000 करोड़ रुपये के वेंटिलेटर खरीद की बात हुई, इसे 'मेड इन इंडिया' का नारा दिया गया. लेकिन हालत यह है कि आज मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ में ऐसे कई वेंटिलेटर धूल खा रहे हैं. कई अस्पतालों में तो डॉक्टरों ने लिख दिया कि ये वेंटिलेटर इतने घटिया हैं कि वे इससे काम नहीं कर सकते.

  • फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में 67 वेंटिलेटर फांक रहे धूल, PM केयर फंड के तहत आये थे 114 वेंटिलेटर

    फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में 67 वेंटिलेटर फांक रहे धूल, PM केयर फंड के तहत आये थे 114 वेंटिलेटर

    हाल ही में, यूपी सरकार (UP Government) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा है कि सूबे में ऑक्सीजन (Oxygen), दवा और बेड की कोई कमी नहीं है.

  • ‘मेड इन इंडिया’ 1,340 वेंटिलेटर राज्यों को सौंपे जा चुके : केंद्र सरकार

    ‘मेड इन इंडिया’ 1,340 वेंटिलेटर राज्यों को सौंपे जा चुके : केंद्र सरकार

    एक आधिकारिक बयान में मंगलवार को कहा गया, ‘अब तक 2,923 वेंटिलेटरों का निर्माण हो गया है जिनमें से 1,340 वेंटिलेटरों को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सौंपा जा चुका है.’ इस महीने के अंत तक अतिरिक्त 14,000 वेंटिलेटर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सौंपे जाएंगे. बयान में बताया गया है कि सबसे ज्यादा वेंटिलेटर हासिल करने वाले राज्यों में महाराष्ट्र (275), दिल्ली (275), गुजरात (175), बिहार (100), कर्नाटक (90), राजस्थान (75) है.