भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के तौर पर पहले दौरे पर गए डंकन फ्लेचर वेस्टइंडीज में चार साल पुरानी कड़वीं यादों को मिटाना चाहेंगे जब आखिरी बार वह किसी राष्ट्रीय टीम के कोच थे।
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पोर्ट ऑफ स्पेन:
भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के तौर पर पहले दौरे पर गए डंकन फ्लेचर वेस्टइंडीज में चार साल पुरानी कड़वीं यादों को मिटाना चाहेंगे जब आखिरी बार वह किसी राष्ट्रीय टीम के कोच थे। फ्लेचर ने 2007 में वेस्टइंडीज में हुए विश्व कप में इंग्लैंड के खराब प्रदर्शन के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले उनकी टीम वेस्टइंडीज में ही 2004 में चैम्पियंस ट्राफी फाइनल हार गई थी। पोर्ट एलिजाबेथ में 2003 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया ने उसे हराया और 2002 में लार्डस पर नेटवेस्ट ट्राफी फाइनल में भारत ने 326 रन का लक्ष्य हासिल करके उस पर जीत दर्ज की। विश्व कप 2011 में फ्लेचर के सलाहकार रहते हुए भी दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सका। फ्लेचर की कोचिंग में इंग्लैंड ने 175 वनडे में से 75 जीते। इनमें से अधिकांश जीत जिम्बाब्वे, बांग्लादेश, नामीबिया और हालैंड के खिलाफ मिली। टेस्ट क्रिकेट में फ्लेचर के मार्गदर्शन में इंग्लैंड ने 96 में से 42 मैच जीते। इनमें 2005 की एशेज जीत शामिल थी।
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