नई दिल्ली:
दिल्ली में चल रहे एशियाई ओलिंपिक क्वालिफ़ाइंग टूर्नामेंट में लंदन ओलिंपिक के पदक विजेता शूटर विजय कुमार रियो का टिकट हासिल करने से चूक गए। मैच के बाद इसका असर भी उन पर साफ़ दिखा। लेकिन थोड़ी देर बाद प्रेस से बात करते वक्त उन्होंने कहा, 'ये मेरे जीवन का सबसे मुश्किल दिन नहीं है। कई दूसरे टूर्नामेंट में भी मैं बहुत नज़दीक आकर मेडल नहीं जीत पाया। मेरे लिए सब कुछ ख़त्म नहीं हुआ है। यकीनन 2020 ओलिंपिक मेरा अगला टारगेट है।'
थोड़ी ही देर बाद पूर्व वर्ल्ड चैंपियन और ओलिंपिक खिलाड़ी मानवजीत सिंह संधू के भी रियो की दौड़ से फ़िसलने की ख़बर आई। लेकिन दिन ख़त्म होते-होते तक हैदराबाद के किनान चेनाई ने रियो का टिकट जीतकर सबको हैरान कर दिया। किनान चेनाई पिछले ही महीने जयपुर में हुए नेशनल्स में अपने 53 साल के ट्रैप शूटर पिता डरायस चेनाई से भी हार गए थे। लेकिन इस जीत के बाद ना सिर्फ़ उनके पिता उन पर फ़ख़्र करते नज़र आए, जीत के बाद चेनाई अपनी मां से लिपटे तो उनकी मां (दिनाज़ नोरिया) अपने आंसूओं को रोक नहीं पाईं।
24 साल के किनान चेनाई मानते हैं कि ये उनके जीवन का सबसे बड़ा लम्हा है। अपनी इस कामयाबी में वो अपने कोच और पूर्व ओलिंपियन मानशेर सिंह की भूमिका भी बेहद अहम मानते हैं। लेकिन कोच मानशेर कहते हैं, "किनान चेनाई बेहद मेहनती और प्रतिभाशाली हैं। उन्हें ये टिकट मिलना चाहिए था। लेकिन उन्हें और कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्हें और दूसरे भारतीय शूटर्स को भी गेम के मेंटल पहलू पर ध्यान देना होगा। वरना मेडल किसी के लिए भी आसान नहीं।'
शूटिंग के ज़रिये ओलिंपिक के इकलौते स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिन्दा ने ट्वीटर पर भी उन्हें बधाई दी। बिंद्रा ने ट्वीट किया, "किनान चेनाई को बहुत बधाई। वो इसके सही हक़दार हैं।'
ट्रैप शूटिंग स्पर्धा में पूर्व ओलिंपियन मानवजीत सिंह ने 118 का स्कोर किया और फ़ाइनल के लिए क्वालिफ़ाइ नहीं कर पाए। जबकि किनान चेनाई ने इस टूर्नामेंट की ट्रैप शूटिंग स्पर्धा में 120/125 का स्कोर किया। फ़ाइनल में किनान ने बाक़ी तीनों शूटर के साथ 12 का स्कोर किया और चारों ही शूटर को ओलिंपिक कोटा हासिल हो गया। किनान इस प्रतियोगिता में पोडियम पर जगह नहीं बना सके लेकिन भारत को उनके ज़रिये शूटिंग में दसवां कोटा (शॉटगन में मेराज़ अहमद ख़ान के बाद दूसरा कोटा) हासिल हो गया।
थोड़ी ही देर बाद पूर्व वर्ल्ड चैंपियन और ओलिंपिक खिलाड़ी मानवजीत सिंह संधू के भी रियो की दौड़ से फ़िसलने की ख़बर आई। लेकिन दिन ख़त्म होते-होते तक हैदराबाद के किनान चेनाई ने रियो का टिकट जीतकर सबको हैरान कर दिया। किनान चेनाई पिछले ही महीने जयपुर में हुए नेशनल्स में अपने 53 साल के ट्रैप शूटर पिता डरायस चेनाई से भी हार गए थे। लेकिन इस जीत के बाद ना सिर्फ़ उनके पिता उन पर फ़ख़्र करते नज़र आए, जीत के बाद चेनाई अपनी मां से लिपटे तो उनकी मां (दिनाज़ नोरिया) अपने आंसूओं को रोक नहीं पाईं।
24 साल के किनान चेनाई मानते हैं कि ये उनके जीवन का सबसे बड़ा लम्हा है। अपनी इस कामयाबी में वो अपने कोच और पूर्व ओलिंपियन मानशेर सिंह की भूमिका भी बेहद अहम मानते हैं। लेकिन कोच मानशेर कहते हैं, "किनान चेनाई बेहद मेहनती और प्रतिभाशाली हैं। उन्हें ये टिकट मिलना चाहिए था। लेकिन उन्हें और कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्हें और दूसरे भारतीय शूटर्स को भी गेम के मेंटल पहलू पर ध्यान देना होगा। वरना मेडल किसी के लिए भी आसान नहीं।'
शूटिंग के ज़रिये ओलिंपिक के इकलौते स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिन्दा ने ट्वीटर पर भी उन्हें बधाई दी। बिंद्रा ने ट्वीट किया, "किनान चेनाई को बहुत बधाई। वो इसके सही हक़दार हैं।'
ट्रैप शूटिंग स्पर्धा में पूर्व ओलिंपियन मानवजीत सिंह ने 118 का स्कोर किया और फ़ाइनल के लिए क्वालिफ़ाइ नहीं कर पाए। जबकि किनान चेनाई ने इस टूर्नामेंट की ट्रैप शूटिंग स्पर्धा में 120/125 का स्कोर किया। फ़ाइनल में किनान ने बाक़ी तीनों शूटर के साथ 12 का स्कोर किया और चारों ही शूटर को ओलिंपिक कोटा हासिल हो गया। किनान इस प्रतियोगिता में पोडियम पर जगह नहीं बना सके लेकिन भारत को उनके ज़रिये शूटिंग में दसवां कोटा (शॉटगन में मेराज़ अहमद ख़ान के बाद दूसरा कोटा) हासिल हो गया।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
रियो ओलिंपिक 2016, शूटिंग, एशियाई ओलिंपिक क्वालिफ़ाइंग टूर्नामेंट, शूटर विजय कुमार, किनान चेनाई, Rio Olympic 2016, Shooting, Asian Olympic Qualifying Tournament, Shooter Vijay Kumar, Kynan Chenai