मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में हीरो एफआईएच रोड टू लंदन क्वालीफाईंग टूर्नामेंट के लीग मुकाबले में खिताब का दावेदार मानी जा रही भारतीय महिला टीम को उस समय करारा झटका लगा जब यूक्रेन ने उसे 1-1 की बराबरी पर रोक दिया।
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नई दिल्ली:
मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में शनिवार को हीरो एफआईएच रोड टू लंदन क्वालीफाईंग टूर्नामेंट के लीग मुकाबले में खिताब का दावेदार मानी जा रही भारतीय महिला टीम को उस समय करारा झटका लगा जब यूक्रेन ने उसे 1-1 की बराबरी पर रोक दिया।
भारत कमजोर समझी जाने वाली यूक्रेन के खिलाफ यह मैच हर हाल में जीतना चाहता था लेकिन उसे एक अंक से संतोष करना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका ने पोलैंड को 2-1 से हराया जबकि कनाडा के बीच खेला गया दूसरा मुकाबला 2-2 की बराबरी पर छूटा।
भारतीय टीम हर हाल में यह मैच जीतना चाहती थी और इसी क्रम में उसने हूटर बजने के साथ ही प्रयास शुरू कर दिया। गोल के लिए प्रयासरत भारतीय टीम को उस समय करारा झटका लगा जब यूक्रेन ने 26वें मिनट में दूसरा पेनाल्टी कार्नर हासिल किया।
इस पूर्वी यूरोपीय देश का क्वालीफाईंग टूर्नामेंट में खाता खोलने का शानदार मौका था। इस मौके को कप्तान वी. मारयाना ने बेकार नहीं जाने दिया और अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया।
मध्यांतर के बाद भारतीय टीम में जबरदस्त निखार आया। वे तमाम खिलाड़ी जो मध्यांतर से पहले लगभग ऊंघ रही थीं, में अचानक जोश भर गया। इसी का नतीजा था कि 43वें मिनट नें जसजीत कौर हांडा ने विपक्षी गोलपोस्ट पर जोरदार हमला बोला और डी-एरिया के पास पहुंचकर सौंदर्य येंडाला को शानदार पास दिया। इस पास पर सौंदर्य ने एक बेहद तेज फील्ड गोल करके स्कोर 1-1 कर दिया।
भारत ने 55वें मिनट में एक गोल करने में सफलता हासिल की थी लेकिन रेफरी ने उसे नकार दिया। इसका कारण यह था कि अनुराधा देवी थाकचोम ने रितु रानी के क्रास पर अपनी स्टिक नियत ऊंचाई से अधिक उठा ली। रेफरी ने पहले गोल दे दिया लेकिन रिव्यू के बाद इस गोल को वापस ले लिया गया।
खेल खत्म होने से एक मिनट पहले भारत को पेनाल्टी कार्नर मिला। उसके पास एक बार फिर बढ़त बनाने का मौका था लेकिन भारतीय महिलाएं यह मौका चूक गईं। इस पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलने के क्रम में ही हूटर बजा लेकिन इसी दौरान रेफरी ने भारत के पक्ष में एक और पेनाल्टी कार्नर दे दिया। भारतीय खेमे में खुशी थी लेकिन यूक्रेनी कोच के विरोध जताने के बाद इस फैसले को वापस ले लिया गया।
भारत अपना मैच बराबरी पर खत्म करने में सफल रहा तो उद्घाटन मुकाबले में खिताब के अन्य दावेदार दक्षिण अफ्रीका को पोलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से जीत मिल सकी। इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका से बड़ी जीत की उम्मीद थी लेकिन 28वीं वरीय पोलिश टीम ने उसे ऐसा नहीं करने दिया।
पोलैंड के लिए यह बड़ी उपलब्धि है क्योंकि पूर्वी यूरोप में पड़ रही जोरदार ठंड के कारण यह टीम इंडोर अभ्यास के बाद भारत पहुंची है। मैच का पहला गोल 39वें मिनट में दक्षिण अफ्रीका की केट वूड्स ने किया।
दक्षिण अफ्रीका ने पहले हॉफ में मिले दो पेनाल्टी कार्नर बेकार किए थे लेकिन दूसरे हाफ में मिले पहले ही पेनाल्टी कार्नर पर वूड्स ने गोल करके अपनी टीम को आगे कर दिया।
पोलिश टीम इससे हैरान नहीं थी लेकिन उसने इसी मिनट में जोरदार पलटवार किया और बराबरी का गोल कर दिया। यह गोल 19 वर्षीय माग्डालेना जागास्का ने किया। यह एक शानदार फील्ड गोल था। दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए यह बड़ा झटका था क्योंकि जीत की तलाश में यह टीम बराबरी का टक्कर पा रही थी।
अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए दक्षिण अफ्रीकी टीम ने हमला जारी रखा। इस क्रम में उसे 53वें मिनट में उस समय सफलता मिली जब पिएटी कोएत्जी ने एक शानदार फील्ड गोल करके अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया। इसके बाद मैच में कोई गोल नहीं हुआ।
दिन का दूसरा मैच इटली और कनाडा के बीच खेला गया। विश्व की 20वीं वरीयता प्राप्त कनाडाई और 19वीं वरीय इटली की टीम के बीच जोरदार टक्कर हुआ। यह मैच 2-2 की बराबरी पर छूटा।
मैच का पहला गोल तीसरे मिनट में इटली ने पेनाल्टी कार्नर के जरिए किया। यह गोल अगाटा वाइबेरालस्का ने किया। इसके बाद अगले 37 मिनट तक दोनों टीमें लगातार आक्रमण करती रहीं, 40वें मिनट में कनाडा ने थिया कुली की मदद से बराबरी का गोल किया। कुली ने एक बेहतरीन फील्ड गोल करके अपनी टीम को 1-1 की बराबरी दिलाई।
यह मैच रोमांच के चरम की ओर बढ़ता दिख रहा था क्योंकि दोनों टीमों ने एक दूसरे के गोलपोस्ट पर अब हमला और तेज कर दिया। 61वें मिनट में इस क्रम में कनाडा को सफलता मिली। उसने ब्रिएना स्टेयर्स के गोल की मदद से 2-1 से बढ़त हासिल कर ली।
कनाडा के इस हमले को इटली की टीम ने गम्भीरता से लिया और दो मिनट बाद ही बराबरी का गोल कर दिया। यह गोल 63वें मिनट में एलेसिया पाडालिनो ने किया। यह भी फील्ड गोल था।
भारत कमजोर समझी जाने वाली यूक्रेन के खिलाफ यह मैच हर हाल में जीतना चाहता था लेकिन उसे एक अंक से संतोष करना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका ने पोलैंड को 2-1 से हराया जबकि कनाडा के बीच खेला गया दूसरा मुकाबला 2-2 की बराबरी पर छूटा।
भारतीय टीम हर हाल में यह मैच जीतना चाहती थी और इसी क्रम में उसने हूटर बजने के साथ ही प्रयास शुरू कर दिया। गोल के लिए प्रयासरत भारतीय टीम को उस समय करारा झटका लगा जब यूक्रेन ने 26वें मिनट में दूसरा पेनाल्टी कार्नर हासिल किया।
इस पूर्वी यूरोपीय देश का क्वालीफाईंग टूर्नामेंट में खाता खोलने का शानदार मौका था। इस मौके को कप्तान वी. मारयाना ने बेकार नहीं जाने दिया और अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया।
मध्यांतर के बाद भारतीय टीम में जबरदस्त निखार आया। वे तमाम खिलाड़ी जो मध्यांतर से पहले लगभग ऊंघ रही थीं, में अचानक जोश भर गया। इसी का नतीजा था कि 43वें मिनट नें जसजीत कौर हांडा ने विपक्षी गोलपोस्ट पर जोरदार हमला बोला और डी-एरिया के पास पहुंचकर सौंदर्य येंडाला को शानदार पास दिया। इस पास पर सौंदर्य ने एक बेहद तेज फील्ड गोल करके स्कोर 1-1 कर दिया।
भारत ने 55वें मिनट में एक गोल करने में सफलता हासिल की थी लेकिन रेफरी ने उसे नकार दिया। इसका कारण यह था कि अनुराधा देवी थाकचोम ने रितु रानी के क्रास पर अपनी स्टिक नियत ऊंचाई से अधिक उठा ली। रेफरी ने पहले गोल दे दिया लेकिन रिव्यू के बाद इस गोल को वापस ले लिया गया।
खेल खत्म होने से एक मिनट पहले भारत को पेनाल्टी कार्नर मिला। उसके पास एक बार फिर बढ़त बनाने का मौका था लेकिन भारतीय महिलाएं यह मौका चूक गईं। इस पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलने के क्रम में ही हूटर बजा लेकिन इसी दौरान रेफरी ने भारत के पक्ष में एक और पेनाल्टी कार्नर दे दिया। भारतीय खेमे में खुशी थी लेकिन यूक्रेनी कोच के विरोध जताने के बाद इस फैसले को वापस ले लिया गया।
भारत अपना मैच बराबरी पर खत्म करने में सफल रहा तो उद्घाटन मुकाबले में खिताब के अन्य दावेदार दक्षिण अफ्रीका को पोलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से जीत मिल सकी। इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका से बड़ी जीत की उम्मीद थी लेकिन 28वीं वरीय पोलिश टीम ने उसे ऐसा नहीं करने दिया।
पोलैंड के लिए यह बड़ी उपलब्धि है क्योंकि पूर्वी यूरोप में पड़ रही जोरदार ठंड के कारण यह टीम इंडोर अभ्यास के बाद भारत पहुंची है। मैच का पहला गोल 39वें मिनट में दक्षिण अफ्रीका की केट वूड्स ने किया।
दक्षिण अफ्रीका ने पहले हॉफ में मिले दो पेनाल्टी कार्नर बेकार किए थे लेकिन दूसरे हाफ में मिले पहले ही पेनाल्टी कार्नर पर वूड्स ने गोल करके अपनी टीम को आगे कर दिया।
पोलिश टीम इससे हैरान नहीं थी लेकिन उसने इसी मिनट में जोरदार पलटवार किया और बराबरी का गोल कर दिया। यह गोल 19 वर्षीय माग्डालेना जागास्का ने किया। यह एक शानदार फील्ड गोल था। दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए यह बड़ा झटका था क्योंकि जीत की तलाश में यह टीम बराबरी का टक्कर पा रही थी।
अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए दक्षिण अफ्रीकी टीम ने हमला जारी रखा। इस क्रम में उसे 53वें मिनट में उस समय सफलता मिली जब पिएटी कोएत्जी ने एक शानदार फील्ड गोल करके अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया। इसके बाद मैच में कोई गोल नहीं हुआ।
दिन का दूसरा मैच इटली और कनाडा के बीच खेला गया। विश्व की 20वीं वरीयता प्राप्त कनाडाई और 19वीं वरीय इटली की टीम के बीच जोरदार टक्कर हुआ। यह मैच 2-2 की बराबरी पर छूटा।
मैच का पहला गोल तीसरे मिनट में इटली ने पेनाल्टी कार्नर के जरिए किया। यह गोल अगाटा वाइबेरालस्का ने किया। इसके बाद अगले 37 मिनट तक दोनों टीमें लगातार आक्रमण करती रहीं, 40वें मिनट में कनाडा ने थिया कुली की मदद से बराबरी का गोल किया। कुली ने एक बेहतरीन फील्ड गोल करके अपनी टीम को 1-1 की बराबरी दिलाई।
यह मैच रोमांच के चरम की ओर बढ़ता दिख रहा था क्योंकि दोनों टीमों ने एक दूसरे के गोलपोस्ट पर अब हमला और तेज कर दिया। 61वें मिनट में इस क्रम में कनाडा को सफलता मिली। उसने ब्रिएना स्टेयर्स के गोल की मदद से 2-1 से बढ़त हासिल कर ली।
कनाडा के इस हमले को इटली की टीम ने गम्भीरता से लिया और दो मिनट बाद ही बराबरी का गोल कर दिया। यह गोल 63वें मिनट में एलेसिया पाडालिनो ने किया। यह भी फील्ड गोल था।