
नई दिल्ली : रिकॉर्ड सात बार फ़ॉर्मूला वन चैंपियन माइकल शूमाकर भले ही इस हालत में नहीं हों कि वो रेसिंग ट्रैक पर नज़र रख सकें। लेकिन उनके बेटे मिक इस परंपरा को बखूबी आगे बढ़ाते नज़र आ रहे हैं।
शूमाकर के 15 साल के बेटे मिक वर्ल्ड कार्ट चैंपियनशिप्स प्रतियोगिता में दूसरे नंबर पर रहे और उन्होंने फ़ॉर्मूला-4 के लिए वैन एमर्सफ़्रूट रेसिंग के साथ क़रार कर लिया है। दुनिया भर में रेसर्स के लिए फ़ॉर्मूला वन तक पहुंचने का यही रास्ता होता है।
155 पोडियम फ़िनिश और 91 जीत के साथ रेसिंग ट्रैक पर अपना दबदबा बनाने वाले जर्मन रेसर माइकल शूमाकर के बेटे कार्ट रेसिंग से आगे बढ़कर पहली बार फ़ॉर्मूला कार में रेसिंग करते नज़र आएंगे। वैन एमर्सफ़ूर्ट रेसिंग के ज़रिये कई फ़ॉर्मूला रेसर ने टॉप तक पहुंचने का रास्ता तय किया है।
इस रेसिंग टीम के मालिक फ़्रीट्स वैन एमर्सफ़्रूट कहते हैं कि उन्होंने फ़ॉर्मूला वन चैंपियन शूमाकर के बेटे में हुनर देखकर ही उनके साथ ये क़रार किया है। हालांकि फ़ॉर्मूला 4 और फ़ॉर्मूला 1 के बीच का सफ़र बेहद बड़ा होता है। इसलिए शूमाकर के बेटे को अपने पिता के आसपास पहुंचने के लिए भी मीलों लंबा रास्ता तय करना है।
माइकल शूमाकर दो साल पहले दिसंबर 2013 में स्कीइंग करते वक्त भयानक हादसे का शिकार हो गए और लंबे समय तक उन्हें अस्पताल में रहना पड़ा। तब से अब तक वो पूरी तरह से उबर नहीं पाए हैं और माना जा रहा है कि वो कभी रेसिंग ट्रैक पर रेस लगाते नहीं नज़र आएंगे। लेकिन उनका बेटा उनके सपने को पूरा करने की राह पर ज़रूर उतर गया है।
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