बॉक्सर सोनिया लेदर (फाइल फोटो)
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                नई दिल्ली: 
                                        अस्ताना में चल रही वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में हरियाणा की सोनिया लाठेर ने सेमीफ़ाइनल में जगह बनाकर भारतीय मुक्केबाज़ी की लाज रख ली है।
57 किलोग्राम वर्ग में सोनिया ने पोलैंड की अनेता रिजिल्सका को 3-0 से हराकर भारत के लिए एक पदक पक्का कर लिया। इससे पहले रियो में जगह बनाने की रेस में 51, 60 और 75 किलोग्राम वर्ग से मैरी कॉम, सरिता देवी और पूजा रानी पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी हैं।
नॉन ओलिंपिक वेट कैटगरी से 2014 की पदक विजेता सरजूबाला देवी और (48 कि.ग्रा.) और सविटी (81 कि.ग्रा.) पहले ही बाहर हो चुकी हैं। इसके अलावा पूर्व जूनियर चैंपियन निखत ज़रीन (54 कि.ग्रा.) और सीमा पूनिया (+81 कि.ग्रा.) भी अपने मुक़ाबले हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी हैं।
पोलैंड की अनेता के ख़िलाफ़ सोनिया ने आक्रामक तेवर रखते हुए ज़रूरत के मुताबिक सावधानी भी बरती। सोनिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट के आख़िरी चार खिलाड़ियों में जगह बना ली।
सेमीफ़ाइनल में सोनिया की टक्कर इटली की अलेसिया मेसियानो से होगी। अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग संघ के एडहॉक सदस्य जय कोहली कहते हैं, "हालांकि पिछली दफ़ा दक्षिण कोरिया के जीजू आइलैंड में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में हमने 2 पदक जीते थे। इस बार एक पदक मिलेंगे सोनिया के ज़रिये। लेकिन सोनिया बहुत शानदार उभरती मुक्केबाज़ हैं। उनसे भारतीय बॉक्सिंग को बड़ी उम्मीदें हैं। अगली दफ़ा वो ओलिंपिक वेट कैटगरी में भी लड़ सकती हैं और ओलिंपिक का टिकट हासिल कर सकती हैं।"
                                                                        
                                    
                                57 किलोग्राम वर्ग में सोनिया ने पोलैंड की अनेता रिजिल्सका को 3-0 से हराकर भारत के लिए एक पदक पक्का कर लिया। इससे पहले रियो में जगह बनाने की रेस में 51, 60 और 75 किलोग्राम वर्ग से मैरी कॉम, सरिता देवी और पूजा रानी पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी हैं।
नॉन ओलिंपिक वेट कैटगरी से 2014 की पदक विजेता सरजूबाला देवी और (48 कि.ग्रा.) और सविटी (81 कि.ग्रा.) पहले ही बाहर हो चुकी हैं। इसके अलावा पूर्व जूनियर चैंपियन निखत ज़रीन (54 कि.ग्रा.) और सीमा पूनिया (+81 कि.ग्रा.) भी अपने मुक़ाबले हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी हैं।
पोलैंड की अनेता के ख़िलाफ़ सोनिया ने आक्रामक तेवर रखते हुए ज़रूरत के मुताबिक सावधानी भी बरती। सोनिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट के आख़िरी चार खिलाड़ियों में जगह बना ली।
सेमीफ़ाइनल में सोनिया की टक्कर इटली की अलेसिया मेसियानो से होगी। अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग संघ के एडहॉक सदस्य जय कोहली कहते हैं, "हालांकि पिछली दफ़ा दक्षिण कोरिया के जीजू आइलैंड में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में हमने 2 पदक जीते थे। इस बार एक पदक मिलेंगे सोनिया के ज़रिये। लेकिन सोनिया बहुत शानदार उभरती मुक्केबाज़ हैं। उनसे भारतीय बॉक्सिंग को बड़ी उम्मीदें हैं। अगली दफ़ा वो ओलिंपिक वेट कैटगरी में भी लड़ सकती हैं और ओलिंपिक का टिकट हासिल कर सकती हैं।"
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                                        मैरी कॉम, वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप, रियो ओलिंपिक, भारतीय मुक्केबाज़ी, Sonia Lather, Mary Kom, Lone Indian Boxer, Women's World Championships, Rio Olympic, सोनिया लाठेर