भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा अपने खिलाड़ियों को श्रीलंकाई प्रीमियर लीग में भाग लेने की अनुमति देने से इनकार करने के बाद देश का क्रिकेट बोर्ड इस मामले पर बैठक करके विचार-विमर्श करेगा।
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कोलंबो:
भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा अपने खिलाड़ियों को श्रीलंकाई प्रीमियर लीग में भाग लेने की अनुमति देने से इनकार करने के बाद देश का क्रिकेट बोर्ड इस मामले पर बैठक करके विचार-विमर्श करेगा। श्रीलंका क्रिकेट के सचिव निशांता रणतुंगे ने कहा, अंतरिम समिति ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए सोमवार को बैठक बुलाई है। कुछ भी कहना जल्दबाजी है, क्योंकि हमें स्थिति का अध्ययन करना है। बीसीसीआई ने भारत के 12 खिलाड़ियों- प्रवीण कुमार, मुनाफ पटेल, इरफान पठान, दिनेश कार्तिक, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, मनोज तिवारी, सौरभ तिवारी, उमेश यादव, विनय कुमार, मनीष पांडे और पॉल वालथाटी को अनापत्ति प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया है। बीसीसीआई का कहना है कि श्रीलंकाई प्रीमियर लीग इस देश के क्रिकेट बोर्ड द्वारा नहीं, बल्कि इसकी जगह सिंगापुर की एक निजी कंपनी द्वारा आयोजित हो रही है। बीसीसीआई इस बात से चिंतित है कि इस प्रीमियर लीग के लिए किए गए अनुबंध श्रीलंकाई बोर्ड नहीं, बल्कि सोमरसेट एंटरटेनमेंट नाम की एक निजी कंपनी द्वारा किए जाऐंगे। रणतुंगे ने भारत के फैसले के बारे में कहा, वे (सोमरसेट एंटरटेनमेंट) श्रीलंकाई क्रिकेट की मार्केटिंग कंपनी है।
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