एफआईएच ने कहा कि उच्च न्यायालय के फैसले के बाद डब्ल्यूएसएच को लेकर उसका रुख पहले से अधिक सख्त हो गया है। एफआईएच के मुताबिक सक्रिय खिलाड़ी जोखिम लेकर इस लीग में खेल सकते हैं।
                                            
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                                                                                नई दिल्ली: 
                                        अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने बुधवार को कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले के बाद वर्ल्ड हॉकी सीरीज (डब्ल्यूएसएच) को लेकर उसका रुख पहले से अधिक सख्त हो गया है। एफआईएच के मुताबिक सक्रिय खिलाड़ी जोखिम लेकर इस लीग में खेल सकते हैं।
दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा खिलाड़ियों को डब्ल्यूएसएच में खेलने की सशर्त इजाजत दिए जाने के बाद समूचे हालात पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए एफआईएच के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केली फेयरवेदर ने कहा कि अदालत के फैसले ने इस लीग को लेकर उसके फैसले को और सुदृढ़ किया है।
फेयरवेदर के मुताबिक एफआईच सक्रिय खिलाड़ियों को किसी भी हाल में लीग में खेलने की अनुमति नहीं दे सकता। खिलाड़ियों को अगर इस लीग में खेलना है तो वे जोखिम उठाकर खेल सकते हैं क्योंकि उनके इस कदम पर एफआईएच अपने स्तर पर कोई न कोई कदम जरूर उठाएगा।
डब्ल्यूएसएच का आयोजन भारतीय हॉकी महासंघ और निम्बस कर रहे हैं। इस लीग को एफआईएच और देश में हॉकी की कर्ताधर्ता एचआई की अनुमति नहीं है। ऐसे में खिलाड़ियों के सामने इस लीग में शिरकत करने को लेकर ऊहापोह की स्थिति है।
फेयरवेदर ने कहा, "इस लीग को लेकर हमारा मत पहले जैसा ही है। हम खिलाड़ियों को इस अनधिकृत लीग में खेलने की अनुमति नहीं दे सकते। अदालत ने कहा है कि अगर कोई अंतर्राष्ट्रीय आयोजन न हो तो सक्रिय खिलाड़ियों को इस लीग में खेलने की अनुमति मिलनी चाहिए लेकिन हम साफ करना चाहते हैं कि अगले 7-8 महीनों तक अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर में कोई खाली जगह नहीं है।"
यह पूछे जाने पर कि अगर सक्रिय खिलाड़ी इस लीग में खेलते हैं तो फिर क्या होगा? इस पर फेयरवेदर ने कहा, "नियम साफ हैं। उन्हें इस लीग के साथ जुड़ने दीजिए। हम अपने स्तर पर कार्रवाई करेंगे।"
                                                                        
                                    
                                दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा खिलाड़ियों को डब्ल्यूएसएच में खेलने की सशर्त इजाजत दिए जाने के बाद समूचे हालात पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए एफआईएच के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केली फेयरवेदर ने कहा कि अदालत के फैसले ने इस लीग को लेकर उसके फैसले को और सुदृढ़ किया है।
फेयरवेदर के मुताबिक एफआईच सक्रिय खिलाड़ियों को किसी भी हाल में लीग में खेलने की अनुमति नहीं दे सकता। खिलाड़ियों को अगर इस लीग में खेलना है तो वे जोखिम उठाकर खेल सकते हैं क्योंकि उनके इस कदम पर एफआईएच अपने स्तर पर कोई न कोई कदम जरूर उठाएगा।
डब्ल्यूएसएच का आयोजन भारतीय हॉकी महासंघ और निम्बस कर रहे हैं। इस लीग को एफआईएच और देश में हॉकी की कर्ताधर्ता एचआई की अनुमति नहीं है। ऐसे में खिलाड़ियों के सामने इस लीग में शिरकत करने को लेकर ऊहापोह की स्थिति है।
फेयरवेदर ने कहा, "इस लीग को लेकर हमारा मत पहले जैसा ही है। हम खिलाड़ियों को इस अनधिकृत लीग में खेलने की अनुमति नहीं दे सकते। अदालत ने कहा है कि अगर कोई अंतर्राष्ट्रीय आयोजन न हो तो सक्रिय खिलाड़ियों को इस लीग में खेलने की अनुमति मिलनी चाहिए लेकिन हम साफ करना चाहते हैं कि अगले 7-8 महीनों तक अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर में कोई खाली जगह नहीं है।"
यह पूछे जाने पर कि अगर सक्रिय खिलाड़ी इस लीग में खेलते हैं तो फिर क्या होगा? इस पर फेयरवेदर ने कहा, "नियम साफ हैं। उन्हें इस लीग के साथ जुड़ने दीजिए। हम अपने स्तर पर कार्रवाई करेंगे।"
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