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This Article is From Aug 13, 2011

'आइए स्वीकार करें कि हमारी टीम बेहद साधारण है'

पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि भारतीय क्रिकेट टीम टेस्ट क्रिकेट में निचले स्तर पर पहुंच गई है और उन्होंने पिछले 10 साल में ऐसी टीम नहीं देखी।
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बर्मिंघम: पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि भारतीय क्रिकेट टीम टेस्ट क्रिकेट में निचले स्तर पर पहुंच गई है और उन्होंने पिछले 10 साल में ऐसी टीम नहीं देखी। भारतीय खिलाड़ी टेस्ट शृंखला में अब तक बिल्कुल भी लय में नहीं दिखे। तीसरे टेस्ट में तो लचर बल्लेबाजी के अलावा टीम ने खराब गेंदबाजी भी की और कैच भी टपकाये। इंग्लैंड ने पहली पारी के आधार पर भारत के खिलाफ 486 रन की बढ़त हासिल की। पहली पारी में 224 रन पर सिमटने के बाद भारत ने इंग्लैंड को सात विकेट पर 710 रन बनाने का मौका दिया, जिसके बाद मेजबान टीम ने पारी घोषित की। भारत के सामने अब मैच, टेस्ट शृंखला और अपनी नंबर एक रैंकिंग बचाने की चुनौती है। भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक गांगुली ने टेस्ट मैच पर बीबीसी के विशेष कार्यक्रम को दिए साक्षात्कार में कहा, मैं (इस आलोचना से) सहमत हूं और हमें स्वीकार करना चाहिए कि हम साधारण थे। सबसे खराब दिन गुरुवार (दूसरा दिन जब भारत ने 90 ओवर में केवल तीन विकेट हासिल किए, जबकि इंग्लैंड ने 372 रन बनाए) था। मैंने पिछले 10 साल में ऐसी भारतीय टीम नहीं देखी है।शृंखला में पहले ही 0-2 से पिछड़ रही भारतीय क्रिकेट टीम तीसरा टेस्ट भी हारने की कगार पर है। टीम के खिलाड़ियों पर थकान और टेस्ट क्रिकेट में रुचि की कमी का आरोप लग रहा है, क्योंकि वे आईपीएल में खेलकर इससे कहीं अधिक कमाई कर सकते हैं। लेकिन गांगुली का मानना है कि तैयारी की कमी के कारण शृंखला में भारत का प्रदर्शन खराब रहा। क्रिकेट से कमेंटेटर बने इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा, आप सिर्फ मैदान पर उतरकर ही अच्छी टीम के खिलाफ मैच नहीं जीत सकते। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि जब हम उपमहाद्वीप की टीम इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया या दक्षिण अफ्रीका जाते हैं, तो हमें दो अभ्यास मैच की जरूरत होती है। और कुछ महीने पहले जब इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया गया था तो उसने तीन अभ्यास मैच खेले थे और खिलाड़ियों के स्टैंड बाई भी रखे थे। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ शृंखला की शुरुआत से पहले सिर्फ एक अभ्यास मैच खेला था। गांगुली ने हालांकि जोर देकर कहा कि इंग्लैंड शृंखला का अंत सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ियों के करियर का अंत नहीं होगा। उन्होंने कहा, हमें सर्दियों में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है और द्रविड़, तेंदुलकर और लक्ष्मण को वहां ले जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, पिछले सात या आठ साल में यह पहली शृंखला है, जिसमें हमने खराब प्रदर्शन किया है। यह सिर्फ एक शृंखला है, जिसमें भारत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया। गांगुली ने हालांकि कहा कि यह निराशाजनक है कि तेंदुलकर जैसी क्षमता का खिलाड़ी अब तक साधारण लग रहा है। उन्होंने कहा, लेकिन हां, यह निराशाजनक है, क्योंकि हम भारतीय इस दौरे को लेकर काफी उत्सुक थे। द्रविड़ और तेंदुलकर जैसे खिलाड़ियों को यहां प्रदर्शन करने में काफी गर्व होता है। गांगुली ने कहा कि नए कोच डंकन फ्लेचर को शायद ड्रेसिंग रूम में बड़े खिलाड़ियों से सामंजस्य बैठाने में दिक्कत हो रही है, लेकिन एक बार सब कुछ लय में आने के बाद कोच के लिए यह काम आसान हो जाएगा।

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क्रिकेट, टीम इंडिया, सौरव गांगुली, इंग्लैंड दौरा
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