सिंधू ने मलेशिया ग्रां प्री गोल्ड जीतकर शहर लौटने के बाद कहा, ‘चीनी खिलाड़ी वाकई बहुत अच्छे हैं। वे शीर्ष खिलाड़ी हैं लेकिन अजेय नहीं। जो भी मैच के दिन अच्छा खेलेगा, वह जीतेगा।’
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हैदराबाद:
साइना नेहवाल के बाद भारत की अगली बैडमिंटन स्टार करार दी जा रही पीवी सिंधू का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाए चीनी खिलाड़ियों को हराना असंभव नहीं है।
सिंधू ने मलेशिया ग्रां प्री गोल्ड जीतकर शहर लौटने के बाद कहा, ‘चीनी खिलाड़ी वाकई बहुत अच्छे हैं। वे शीर्ष खिलाड़ी हैं लेकिन अजेय नहीं। जो भी मैच के दिन अच्छा खेलेगा, वह जीतेगा।’ सिंधू ने इस साल की शुरुआत में ओलिंपिक चैम्पियन लि शूरूइ को हराया था। उसने कहा कि चीनी प्रतिद्वंद्वियों के सामने उसे कभी मनोवैज्ञानिक दबाव महसूस नहीं हुआ।
उसने कहा, ‘मैंने दो चीनी खिलाड़ियों के खिलाफ शुरुआत में खेला और एक मैच जीता भी। मुझे कोई दबाव महसूस नहीं हुआ। मैंने अपना खेल दिखाया। कोच ने मेरी हौसलाअफजाई की।’ उसने कहा कि मलेशिया ग्रां प्री में खिताबी जीत बचपन की उसकी मेहनत का नतीजा थी। उसने कहा कि माता पिता और कोच पुलेला गोपीचंद लगातार उसे प्रेरित करते रहे।
उसके पिता पीवी रमन्ना और मां पूर्व वॉलीबाल खिलाड़ी हैं। फिलहाल बैडमिंटन रैंकिंग में 13वें स्थान पर काबिज सिंधू को साल के आखिर में शीर्ष 10 में आने की उम्मीद है।
उसने कहा, ‘मेरा सपना दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनना है।’ सिंधू ने दो हफ्ते बाद होने वाले सुदीरमन कप में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई।
सिंधू ने मलेशिया ग्रां प्री गोल्ड जीतकर शहर लौटने के बाद कहा, ‘चीनी खिलाड़ी वाकई बहुत अच्छे हैं। वे शीर्ष खिलाड़ी हैं लेकिन अजेय नहीं। जो भी मैच के दिन अच्छा खेलेगा, वह जीतेगा।’ सिंधू ने इस साल की शुरुआत में ओलिंपिक चैम्पियन लि शूरूइ को हराया था। उसने कहा कि चीनी प्रतिद्वंद्वियों के सामने उसे कभी मनोवैज्ञानिक दबाव महसूस नहीं हुआ।
उसने कहा, ‘मैंने दो चीनी खिलाड़ियों के खिलाफ शुरुआत में खेला और एक मैच जीता भी। मुझे कोई दबाव महसूस नहीं हुआ। मैंने अपना खेल दिखाया। कोच ने मेरी हौसलाअफजाई की।’ उसने कहा कि मलेशिया ग्रां प्री में खिताबी जीत बचपन की उसकी मेहनत का नतीजा थी। उसने कहा कि माता पिता और कोच पुलेला गोपीचंद लगातार उसे प्रेरित करते रहे।
उसके पिता पीवी रमन्ना और मां पूर्व वॉलीबाल खिलाड़ी हैं। फिलहाल बैडमिंटन रैंकिंग में 13वें स्थान पर काबिज सिंधू को साल के आखिर में शीर्ष 10 में आने की उम्मीद है।
उसने कहा, ‘मेरा सपना दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनना है।’ सिंधू ने दो हफ्ते बाद होने वाले सुदीरमन कप में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई।
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