पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह पर इन दिनों सोशल मीडिया मेहरबान है। पिछले हफ्ते पीएम मोदी ने यूएस कांग्रेस में भाषण देकर जो तालियां बटोरी तो कई लोगों ने पुराने वीडियो शेयर किए जिसमें मनमोहन सिंह ने भी अमेरिकी कांग्रेस में अपनी बात कही और तालियां बटोरीं। लेकिन लगता है ट्विटर पर अभी डॉ सिंह का वक्त खत्म नहीं हुआ है। सोमवार को उनसे जुड़ी एक किताब ट्रेंड करने लगी। यह किताब है पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार संजय बारू की जिसका नाम है 'The Accidental PM' जो 2014 के विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहली ही रिलीज़ हुई थी। बारू ने इस किताब में तत्कालीन पीएम सिंह के कार्यकाल से जुड़ी कई बातों का खुलासा किया था और अब इस किताब पर एक फिल्म बनने जा रही है।
इस किताब में मनमोहन सिंह के व्यक्तित्व और उनके काम करने के तरीके से जुड़े कई खुलासे किए गए हैं। साथ ही कांग्रेस पार्टी की भी अंदरूनी बातें सामने रखी गई हैं। जैसे कि किताब के एक हिस्से में बारू लिखते हैं 'मैंने एक बार डॉ सिंह से मज़ाक मज़ाक में कहा कि वाजपेयी के कार्यकाल में उनके प्रधान सचिव ऐसे काम करते थे जैसे कि वह पीएम हैं, बल्कि आपके केस में पीएम, प्रधान सचिव की तरह काम करते हैं।'
10 साल की उठापटक
अंग्रेज़ी अखबार द इकॉनोमिक्स टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'शाहिद' जैसी फिल्मों के निर्माता सुनील बोहरा ने इस किताब पर आधारित फिल्म बनाने का फैसला किया है। अखबार से इस बारे में बात करते हुए बोहरा ने कहा कि 'फिल्म में संजय बारू की किताब की सही झलक होगी। हमारी कोशिश किसी तरह की सनसनी पैदा करने की नहीं है। हम सिर्फ यह दिखाना चाहते हैं कि उन दस सालों में ऐसा क्या हुआ जिसने भारत के राजनीतिक पटल पर काफी कुछ बदल दिया और सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी की तकदीर बदल कर रख दी।'
हालांकि अभी तक फिल्म की कास्ट के बारे में किसी तरह का फैसला नहीं लिया गया है और बताया जा रहा है कि बारू के रोल के लिए मनोज वाजपेयी के नाम पर विचार किया जा रहा है। जहां तक सिंह की बात है तो खबरें हैं कि इसके लिए एक पंजाबी कलाकार को शॉर्ट लिस्ट किया गया है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के रोल के लिए भी कलाकारों का चयन किया जाना अभी बाकी है।
इस किताब में मनमोहन सिंह के व्यक्तित्व और उनके काम करने के तरीके से जुड़े कई खुलासे किए गए हैं। साथ ही कांग्रेस पार्टी की भी अंदरूनी बातें सामने रखी गई हैं। जैसे कि किताब के एक हिस्से में बारू लिखते हैं 'मैंने एक बार डॉ सिंह से मज़ाक मज़ाक में कहा कि वाजपेयी के कार्यकाल में उनके प्रधान सचिव ऐसे काम करते थे जैसे कि वह पीएम हैं, बल्कि आपके केस में पीएम, प्रधान सचिव की तरह काम करते हैं।'
10 साल की उठापटक
अंग्रेज़ी अखबार द इकॉनोमिक्स टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'शाहिद' जैसी फिल्मों के निर्माता सुनील बोहरा ने इस किताब पर आधारित फिल्म बनाने का फैसला किया है। अखबार से इस बारे में बात करते हुए बोहरा ने कहा कि 'फिल्म में संजय बारू की किताब की सही झलक होगी। हमारी कोशिश किसी तरह की सनसनी पैदा करने की नहीं है। हम सिर्फ यह दिखाना चाहते हैं कि उन दस सालों में ऐसा क्या हुआ जिसने भारत के राजनीतिक पटल पर काफी कुछ बदल दिया और सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी की तकदीर बदल कर रख दी।'
हालांकि अभी तक फिल्म की कास्ट के बारे में किसी तरह का फैसला नहीं लिया गया है और बताया जा रहा है कि बारू के रोल के लिए मनोज वाजपेयी के नाम पर विचार किया जा रहा है। जहां तक सिंह की बात है तो खबरें हैं कि इसके लिए एक पंजाबी कलाकार को शॉर्ट लिस्ट किया गया है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के रोल के लिए भी कलाकारों का चयन किया जाना अभी बाकी है।
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