अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच की खटास कम होने का नाम नहीं ले रही
नई दिल्ली :
राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच वार-पलटवार का दौर थम नहीं रहा है. राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वफदार विधायकों पर वार करते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की है. इस बयान पर सीएम गहलोत और उनकी सरकार के मंत्री महेश जोशी ने जवाब देने में देर नहीं लगाई..
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
सचिन पायलट ने कहा जिन विधायकों को नोटिस दिया गया है, उन्हें अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा जाना चाहिए. बता दें, गहलोत के वफादार नेताओं को 25 सितंबर को जयपुर में मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के विधायकों की समानांतर बैठक करने के बाद नोटिस जारी किए गए थे.
पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से एक कार्यक्रम में अशोक गहलोत की प्रशंसा किए जाने को लेकर भी सचिन पायलट ने निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि पार्टी को इस घटनाक्रम को हल्के में नहीं लेना चाहिए.
सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के इस बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि, ''उन्हें ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. केसी वेणुगोपाल ने पार्टी में सभी से इस तरह की कोई भी टिप्पणी नहीं करने को कहा है."
अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि हम चाहते हैं कि सभी अनुशासन का पालन करें.
राजस्थान सरकार के मंत्री डॉ महेश जोशी ने पायलट के बयान को लेकर कहा कि कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा साबित करने के लिए किसी के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है.