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'यूक्रेन में युद्ध ' - 648 News Result(s)
  • जिसका डर था वही हुआ, रूस ने यूक्रेन पर कर दिया सबसे घातक हथियार ICBM का इस्तेमाल, ट्रंप की ताजपोशी से पहले किस बात की होड़

    जिसका डर था वही हुआ, रूस ने यूक्रेन पर कर दिया सबसे घातक हथियार ICBM का इस्तेमाल, ट्रंप की ताजपोशी से पहले किस बात की होड़

    Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन में जंग को 1000 दिन से ज्यादा हो गए हैं. कीव भी बीच-बीच में जोरदार वापसी करता है और रूस को जवाब और बड़ी कार्रवाई करनी पड़ती है. रूस ने ICBM (इंटरकंटीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल) मिसाइल से हमला किया है. रूस और कीव की ओर से साफ कर दिया गया है कि इसमें परमाणु वॉरहेड नहीं था. लेकिन इसका संदेश अमेरिका से लेकर यूरोप तक को रूस ने दे दिया है.  यूक्रेन को भी अब यह साफ है कि 20 जनवरी के बाद जिसकी अमेरिका में सत्ता होगी, वो बिजनेस के हिसाब से सोचता है. साथ ही यूक्रेन को भी समझ आ गया है कि नई सत्ता में वे ज्यादा दिन तक युद्ध को झेल नहीं पाएंगे. वहीं, रूस को भी पता है कि अब उसके सामने यूक्रेन के विरोध के ज्यादा दिन नहीं बचे है. अमेरिका में  डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों पर युद्ध विराम का दबाव होगा. यह अलग बात है कि यूक्रेन पर यह दबाव ज्यादा असर करेगा जबकि रूस अपने समय के और शर्तों के हिसाब से युद्ध विराम के लिए तैयार होगा. 

  • अमेरिका ने यूक्रेन को दिया ऐसा हथियार, मचा हड़कंप, जानें क्यों परेशान है दुनिया

    अमेरिका ने यूक्रेन को दिया ऐसा हथियार, मचा हड़कंप, जानें क्यों परेशान है दुनिया

    Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में अमेरिका ने अब अपनी रणनीति बदल दी है. अमेरिका ने यूक्रेन को बारूदी सुरंगें देने का फैसला लेकर सभी को चौंका दिया है. ये बारूदी सुरंगें कितनी खतरनाक हैं, डिटेल में जानिए.

  • रूस-यूक्रेन युद्ध : रूस ने परमाणु हमला तो क्या और कितनी होगी तबाही

    रूस-यूक्रेन युद्ध : रूस ने परमाणु हमला तो क्या और कितनी होगी तबाही

    दुनिया में परमाणु बम के विस्फोट का खतरा बढ़ गया है. रूस जिस तरह से यूक्रेन के साथ युद्ध (Russia Ukraine War) में उलझ गया है और यूक्रेन ने अब जिस प्रकार से लंबी दूरी की मिसाइलों (long range missile attack) को दागना शुरू कर दिया है उससे यह साफ होता जा रहा है कि जल्द ही रूस कहीं कोई परमाणु हमला न कर दे. रूस ने कई दिनों पहले अपनी परमाणु नीति (Change in Russian Nuclear Policy) में बदलाव की घोषणा की थी. नीति में जो बदलाव हुआ है उसके हिसाब से रूस के पास अब परमाणु हमला करने के सारे रास्ते खुल गए हैं. यह केवल यूक्रेन के लंबी दूरी की मिसाइलों के प्रयोग के बाद हुआ है. यूक्रेन ने अभी तक रूस के खिलाफ युद्ध में अमेरिका द्वारा दी गई लंबी दूरी की मिसाइल का इस्तेमाल किया था और अब ब्रिटेन की दी हुई लंबी दूरी की मिसाइल का प्रयोग भी रूस पर कर दिया है. इधर, रूस इससे काफी नाराज़ हो गया है. यह अलग बात है कि रूस ने इन हमलों को नाकाम करने की बात भी कही है. रूस के पास अपना मिसाइल हमले को विफल करने का सिस्टम है. 

  • सोवियत संघ ने अमेरिका को घेरने के लिए कैसे क्यूबा में फिट किए थे हथियार, पढ़ें पीछे की पूरी कहानी

    सोवियत संघ ने अमेरिका को घेरने के लिए कैसे क्यूबा में फिट किए थे हथियार, पढ़ें पीछे की पूरी कहानी

    यूक्रेन की वजह से ऐसा लगता है कि एक बार फिर अमेरिका और रूस एक दूसरे के आमने-सामने खड़े हो गए हैं. इतिहास में ये दूसरा मौका है जब ऐसा हुआ है. इससे पहले 1962 में क्यूबा में एक ऐसा ही वाक्या सामने आया था.

  • रूस-यूक्रेन में युद्ध के भयावह स्तर पर जाने के आसार, किन देशों ने शुरू कर दी युद्ध की तैयारी

    रूस-यूक्रेन में युद्ध के भयावह स्तर पर जाने के आसार, किन देशों ने शुरू कर दी युद्ध की तैयारी

    अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद जो बाइडेन ने जिस प्रकार की छूट यूक्रेन को जाते-जाते दे दी है उससे पूरे विश्व पर तीसरे विश्व युद्ध के साथ-साथ परमाणु युद्ध का खतरा भी बढ़ गया है. अमेरिका ने जिस लंबी दूरी की मिसाइल के इस्तेमाल पर यूक्रेन पर रोक लगा रखी थी उसे बाइडेन ने हटा दिया. बाइडेन के इस फैसले के बाद यूक्रेन ने इस मिसाइल का इस्तेमाल भी रूस के खिलाफ आरंभ कर दिया है. ऐसे में रूस ने पहले ही परमाणु युद्ध से लेकर युद्ध के विस्तार की चेतावनी पहले ही दी थी. 

  • अमेरिकी मिसाइल का इ्स्तेमाल यूक्रेन ने किया, भारत, चीन और तुर्की ने क्यों बनाए रखी नजर

    अमेरिकी मिसाइल का इ्स्तेमाल यूक्रेन ने किया, भारत, चीन और तुर्की ने क्यों बनाए रखी नजर

    अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हो गए हैं और वहां पर सत्ता परिवर्तन हो रहा है. राष्ट्रपति जो बाइडेन की पार्टी चुनाव हार गई है और रिपब्लिकन प्रत्याशी और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब सत्ता में वापसी करेंगे. जनवरी में ट्रंप के सत्ता में आने में अभी समय है. ट्रंप के इरादों को सभी जानते हैं. ट्रंप यह साफ कर चुके हैं कि वे यूक्रेन और रूस में युद्ध को जल्द ही रुकवा देंगे. उन्होंने कहा है कि यूक्रेन को नाटो में लाने की जरूरत ही नहीं थी. यूक्रेन पर अमेरिका बहुत ज्यादा खर्चा कर रहा है जिससे कुछ मिलने वाला नहीं है. साथ ही उन्होंने यहां तक कहा है कि नाटो पर अमेरिका ज्यादा पैसा लगाता है जबकि सभी देशों को अपनी रक्षा के लिए काम करना चाहिए. इससे यह साफ होता जा रहा है कि ट्रंप की नीति क्या हो सकती है. फिर इसे अमेरिका की नीति माना जा सकता है. 

  • क्लाइमेट चेंज, अमीरों पर टैक्स... जी20 शिखर सम्मेलन की 5 बड़ी बातें

    क्लाइमेट चेंज, अमीरों पर टैक्स... जी20 शिखर सम्मेलन की 5 बड़ी बातें

    G20 Summit: ब्राजील के रियो डी जनेरियो में हो रहे जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल वैश्विक नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर न सिर्फ बातचीत की बल्कि एकजुटता भी जताई.

  • बिना बताए मारेंगे Vs मार के तो देखना... रूस और यूक्रेन में अमेरिकी मिसाइलों पर छिड़ गई जंग

    बिना बताए मारेंगे Vs मार के तो देखना... रूस और यूक्रेन में अमेरिकी मिसाइलों पर छिड़ गई जंग

    Ukraine Russia War: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को रूस पर हमला करने के लिए लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों का इस्तेमाल करने की हरी झंडी दे दी है. रूस ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है.

  • यूक्रेन पर रूस का बड़ा हवाई हमला, 60 मिसाइलें दागे, कीव के बंकरों में छुपे लोग

    यूक्रेन पर रूस का बड़ा हवाई हमला, 60 मिसाइलें दागे, कीव के बंकरों में छुपे लोग

    इसे यूक्रेन पर किया गया अब तक का सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. इन हमलों के दौरान अपनी जान बचाने के लिए लोगों ने बंकरों का सहारा लिया और माना जा रहा है कि वो अभी तक भी बंकरों में ही मौजूद हैं.

  • डोनाल्ड ट्रंप की फोन पर बात भी नहीं डाल पाई असर, रूस-यूक्रेन ने किए बड़े ड्रोन हमले

    डोनाल्ड ट्रंप की फोन पर बात भी नहीं डाल पाई असर, रूस-यूक्रेन ने किए बड़े ड्रोन हमले

    अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति का चुनाव जीत गए हैं. अगले साल जनवरी से वे सत्ता संभालेंगे. उनकी जीत के बाद कहा जा रहा था कि रूस और यूक्रेन में अब युद्ध समाप्त हो जाएगा. लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है. ट्रंप ने भी चुनाव प्रचार के दौरान इस बारे में खुद ही कहा था कि वे राष्ट्रपति बनने के 24 घंटों में रूस यूक्रेन युद्ध को रुकवा देंगे. उधर, चुनाव जीतने के बाद ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बात की थी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से भी बात की. अब खबर यह आ रही है कि ट्रंप की दोनों नेताओं से बात के बाद दोनों देशों ने एक दूसरे पर ड्रोन से जोरदार हमला बोला है. रूस और यूक्रेन ने एक-दूसरे पर रिकॉर्ड ड्रोन हमले किए. गौरतलब है कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से संघर्ष को न बढ़ाने का आग्रह किया था.

  • Trump Tracker : ट्रंप ने की पुतिन से बात, कहा - "यूक्रेन में युद्ध को और न बढ़ाएं"

    Trump Tracker : ट्रंप ने की पुतिन से बात, कहा - "यूक्रेन में युद्ध को और न बढ़ाएं"

    रिपोर्ट में कहा गया है कि "डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंदी कमला हैरिस को हराते हुए अपनी ऐतिहासिक जीत के कुछ दिन बाद गुरुवार (7 नवंबर) को फ्लोरिडा में अपने मार-ए-लागो एस्टेट से पुतिन को फोन किया था".

  • रूस में युद्ध करने के लिए पहुंच किम जोंग के सैनिक इंटरनेट पर क्या करने लगे, छप गई रिपोर्ट

    रूस में युद्ध करने के लिए पहुंच किम जोंग के सैनिक इंटरनेट पर क्या करने लगे, छप गई रिपोर्ट

    अब बेहद ही आश्चर्य करने वाली खबर रूस से सामने आ रही है. यूक्रेन में युद्ध के मोर्चे पर शामिल हुए उत्तर कोरियाई सैनिकों को पहली बार बिना किसी रोकटोक इंटरनेट मिल रहा है. लिमिटेड एक्सेस नहीं, अनलिमिटेड  नेट की प्राप्ति हो रही है. उत्तर कोरियाई सैनिकों को इस प्रकार नेट मिलने के बाद इन लोगों ने नेट पर फिल्में देखना आरंभ कर रखा है. द फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके परिणामस्वरूप सैन्यकर्मी ऑनलाइन अश्लील सामग्री के आदी हो गए हैं. वे काफी ज्यादा अश्लील वीडियो को देख रहे हैं. 

  • डोनाल्ड ट्रंप की जीत से गाज़ा में बढ़ेगा कहर या थमेगा इजरायल का हमलावर रुख?

    डोनाल्ड ट्रंप की जीत से गाज़ा में बढ़ेगा कहर या थमेगा इजरायल का हमलावर रुख?

    डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत हासिल की. ट्रंप की जीत के साथ ही दुनिया में जारी दो महायुद्ध के जल्द समाप्त होने की बात भी कही जाने लगी हैं. एक युद्ध इजारयल और हमास के बीच गाज़ा में जारी है तो दूसरा रूस और यूक्रेन में बीच में जारी है. वैसे इजरायल के दो फ्रंट अभी और भी खुले हुए हैं. एक लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ और दूसरा ईरान के साथ. ट्रंप की अभी जीत हुई हैं और अगले 20 जनवरी को वे राषट्रपति पद की शपथ लेंगे. लेकिन, उनकी जीत के साथ ही अब यह अटकलें लगाई जानें लगी हैं कि देश के दो हिस्सों में जारी जंग अब रुक जाएगी. ऐसा क्यों कहा जा रहा है इसके पीछे कुछ कारण इस प्रकार हैं. 

  • डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतने का युद्ध पर क्या होगा असर, पुतिन-नेतन्याहूृ से दोस्ती आएगी काम?

    डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतने का युद्ध पर क्या होगा असर, पुतिन-नेतन्याहूृ से दोस्ती आएगी काम?

    राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को मिली जीत के बाद अब इस बात की चर्चा शुरू हो गई है रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध का क्या भविष्य होगा. क्या ट्रंप युद्ध को रुकवाएंगे या यूक्रेन और इजरायल को मदद देकर किसी नतीजे पर ले जाएंगे.

  • रूसी मिलिट्री इंडस्‍ट्री बेस के समर्थन के लिए अमेरिका ने 15 भारतीय कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध

    रूसी मिलिट्री इंडस्‍ट्री बेस के समर्थन के लिए अमेरिका ने 15 भारतीय कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध

    अमेरिका ने रूस के सैन्य-औद्योगिक प्रतिष्ठानों का कथित तौर पर सहयोग करने के आरोप में भारत की 15 इकाइयों समेत 275 लोगों एवं इकाइयों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं.

'यूक्रेन में युद्ध ' - 407 Video Result(s)
'यूक्रेन में युद्ध ' - 648 News Result(s)
  • जिसका डर था वही हुआ, रूस ने यूक्रेन पर कर दिया सबसे घातक हथियार ICBM का इस्तेमाल, ट्रंप की ताजपोशी से पहले किस बात की होड़

    जिसका डर था वही हुआ, रूस ने यूक्रेन पर कर दिया सबसे घातक हथियार ICBM का इस्तेमाल, ट्रंप की ताजपोशी से पहले किस बात की होड़

    Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन में जंग को 1000 दिन से ज्यादा हो गए हैं. कीव भी बीच-बीच में जोरदार वापसी करता है और रूस को जवाब और बड़ी कार्रवाई करनी पड़ती है. रूस ने ICBM (इंटरकंटीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल) मिसाइल से हमला किया है. रूस और कीव की ओर से साफ कर दिया गया है कि इसमें परमाणु वॉरहेड नहीं था. लेकिन इसका संदेश अमेरिका से लेकर यूरोप तक को रूस ने दे दिया है.  यूक्रेन को भी अब यह साफ है कि 20 जनवरी के बाद जिसकी अमेरिका में सत्ता होगी, वो बिजनेस के हिसाब से सोचता है. साथ ही यूक्रेन को भी समझ आ गया है कि नई सत्ता में वे ज्यादा दिन तक युद्ध को झेल नहीं पाएंगे. वहीं, रूस को भी पता है कि अब उसके सामने यूक्रेन के विरोध के ज्यादा दिन नहीं बचे है. अमेरिका में  डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों पर युद्ध विराम का दबाव होगा. यह अलग बात है कि यूक्रेन पर यह दबाव ज्यादा असर करेगा जबकि रूस अपने समय के और शर्तों के हिसाब से युद्ध विराम के लिए तैयार होगा. 

  • अमेरिका ने यूक्रेन को दिया ऐसा हथियार, मचा हड़कंप, जानें क्यों परेशान है दुनिया

    अमेरिका ने यूक्रेन को दिया ऐसा हथियार, मचा हड़कंप, जानें क्यों परेशान है दुनिया

    Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में अमेरिका ने अब अपनी रणनीति बदल दी है. अमेरिका ने यूक्रेन को बारूदी सुरंगें देने का फैसला लेकर सभी को चौंका दिया है. ये बारूदी सुरंगें कितनी खतरनाक हैं, डिटेल में जानिए.

  • रूस-यूक्रेन युद्ध : रूस ने परमाणु हमला तो क्या और कितनी होगी तबाही

    रूस-यूक्रेन युद्ध : रूस ने परमाणु हमला तो क्या और कितनी होगी तबाही

    दुनिया में परमाणु बम के विस्फोट का खतरा बढ़ गया है. रूस जिस तरह से यूक्रेन के साथ युद्ध (Russia Ukraine War) में उलझ गया है और यूक्रेन ने अब जिस प्रकार से लंबी दूरी की मिसाइलों (long range missile attack) को दागना शुरू कर दिया है उससे यह साफ होता जा रहा है कि जल्द ही रूस कहीं कोई परमाणु हमला न कर दे. रूस ने कई दिनों पहले अपनी परमाणु नीति (Change in Russian Nuclear Policy) में बदलाव की घोषणा की थी. नीति में जो बदलाव हुआ है उसके हिसाब से रूस के पास अब परमाणु हमला करने के सारे रास्ते खुल गए हैं. यह केवल यूक्रेन के लंबी दूरी की मिसाइलों के प्रयोग के बाद हुआ है. यूक्रेन ने अभी तक रूस के खिलाफ युद्ध में अमेरिका द्वारा दी गई लंबी दूरी की मिसाइल का इस्तेमाल किया था और अब ब्रिटेन की दी हुई लंबी दूरी की मिसाइल का प्रयोग भी रूस पर कर दिया है. इधर, रूस इससे काफी नाराज़ हो गया है. यह अलग बात है कि रूस ने इन हमलों को नाकाम करने की बात भी कही है. रूस के पास अपना मिसाइल हमले को विफल करने का सिस्टम है. 

  • सोवियत संघ ने अमेरिका को घेरने के लिए कैसे क्यूबा में फिट किए थे हथियार, पढ़ें पीछे की पूरी कहानी

    सोवियत संघ ने अमेरिका को घेरने के लिए कैसे क्यूबा में फिट किए थे हथियार, पढ़ें पीछे की पूरी कहानी

    यूक्रेन की वजह से ऐसा लगता है कि एक बार फिर अमेरिका और रूस एक दूसरे के आमने-सामने खड़े हो गए हैं. इतिहास में ये दूसरा मौका है जब ऐसा हुआ है. इससे पहले 1962 में क्यूबा में एक ऐसा ही वाक्या सामने आया था.

  • रूस-यूक्रेन में युद्ध के भयावह स्तर पर जाने के आसार, किन देशों ने शुरू कर दी युद्ध की तैयारी

    रूस-यूक्रेन में युद्ध के भयावह स्तर पर जाने के आसार, किन देशों ने शुरू कर दी युद्ध की तैयारी

    अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद जो बाइडेन ने जिस प्रकार की छूट यूक्रेन को जाते-जाते दे दी है उससे पूरे विश्व पर तीसरे विश्व युद्ध के साथ-साथ परमाणु युद्ध का खतरा भी बढ़ गया है. अमेरिका ने जिस लंबी दूरी की मिसाइल के इस्तेमाल पर यूक्रेन पर रोक लगा रखी थी उसे बाइडेन ने हटा दिया. बाइडेन के इस फैसले के बाद यूक्रेन ने इस मिसाइल का इस्तेमाल भी रूस के खिलाफ आरंभ कर दिया है. ऐसे में रूस ने पहले ही परमाणु युद्ध से लेकर युद्ध के विस्तार की चेतावनी पहले ही दी थी. 

  • अमेरिकी मिसाइल का इ्स्तेमाल यूक्रेन ने किया, भारत, चीन और तुर्की ने क्यों बनाए रखी नजर

    अमेरिकी मिसाइल का इ्स्तेमाल यूक्रेन ने किया, भारत, चीन और तुर्की ने क्यों बनाए रखी नजर

    अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हो गए हैं और वहां पर सत्ता परिवर्तन हो रहा है. राष्ट्रपति जो बाइडेन की पार्टी चुनाव हार गई है और रिपब्लिकन प्रत्याशी और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब सत्ता में वापसी करेंगे. जनवरी में ट्रंप के सत्ता में आने में अभी समय है. ट्रंप के इरादों को सभी जानते हैं. ट्रंप यह साफ कर चुके हैं कि वे यूक्रेन और रूस में युद्ध को जल्द ही रुकवा देंगे. उन्होंने कहा है कि यूक्रेन को नाटो में लाने की जरूरत ही नहीं थी. यूक्रेन पर अमेरिका बहुत ज्यादा खर्चा कर रहा है जिससे कुछ मिलने वाला नहीं है. साथ ही उन्होंने यहां तक कहा है कि नाटो पर अमेरिका ज्यादा पैसा लगाता है जबकि सभी देशों को अपनी रक्षा के लिए काम करना चाहिए. इससे यह साफ होता जा रहा है कि ट्रंप की नीति क्या हो सकती है. फिर इसे अमेरिका की नीति माना जा सकता है. 

  • क्लाइमेट चेंज, अमीरों पर टैक्स... जी20 शिखर सम्मेलन की 5 बड़ी बातें

    क्लाइमेट चेंज, अमीरों पर टैक्स... जी20 शिखर सम्मेलन की 5 बड़ी बातें

    G20 Summit: ब्राजील के रियो डी जनेरियो में हो रहे जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल वैश्विक नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर न सिर्फ बातचीत की बल्कि एकजुटता भी जताई.

  • बिना बताए मारेंगे Vs मार के तो देखना... रूस और यूक्रेन में अमेरिकी मिसाइलों पर छिड़ गई जंग

    बिना बताए मारेंगे Vs मार के तो देखना... रूस और यूक्रेन में अमेरिकी मिसाइलों पर छिड़ गई जंग

    Ukraine Russia War: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को रूस पर हमला करने के लिए लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों का इस्तेमाल करने की हरी झंडी दे दी है. रूस ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है.

  • यूक्रेन पर रूस का बड़ा हवाई हमला, 60 मिसाइलें दागे, कीव के बंकरों में छुपे लोग

    यूक्रेन पर रूस का बड़ा हवाई हमला, 60 मिसाइलें दागे, कीव के बंकरों में छुपे लोग

    इसे यूक्रेन पर किया गया अब तक का सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. इन हमलों के दौरान अपनी जान बचाने के लिए लोगों ने बंकरों का सहारा लिया और माना जा रहा है कि वो अभी तक भी बंकरों में ही मौजूद हैं.

  • डोनाल्ड ट्रंप की फोन पर बात भी नहीं डाल पाई असर, रूस-यूक्रेन ने किए बड़े ड्रोन हमले

    डोनाल्ड ट्रंप की फोन पर बात भी नहीं डाल पाई असर, रूस-यूक्रेन ने किए बड़े ड्रोन हमले

    अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति का चुनाव जीत गए हैं. अगले साल जनवरी से वे सत्ता संभालेंगे. उनकी जीत के बाद कहा जा रहा था कि रूस और यूक्रेन में अब युद्ध समाप्त हो जाएगा. लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है. ट्रंप ने भी चुनाव प्रचार के दौरान इस बारे में खुद ही कहा था कि वे राष्ट्रपति बनने के 24 घंटों में रूस यूक्रेन युद्ध को रुकवा देंगे. उधर, चुनाव जीतने के बाद ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बात की थी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से भी बात की. अब खबर यह आ रही है कि ट्रंप की दोनों नेताओं से बात के बाद दोनों देशों ने एक दूसरे पर ड्रोन से जोरदार हमला बोला है. रूस और यूक्रेन ने एक-दूसरे पर रिकॉर्ड ड्रोन हमले किए. गौरतलब है कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से संघर्ष को न बढ़ाने का आग्रह किया था.

  • Trump Tracker : ट्रंप ने की पुतिन से बात, कहा - "यूक्रेन में युद्ध को और न बढ़ाएं"

    Trump Tracker : ट्रंप ने की पुतिन से बात, कहा - "यूक्रेन में युद्ध को और न बढ़ाएं"

    रिपोर्ट में कहा गया है कि "डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंदी कमला हैरिस को हराते हुए अपनी ऐतिहासिक जीत के कुछ दिन बाद गुरुवार (7 नवंबर) को फ्लोरिडा में अपने मार-ए-लागो एस्टेट से पुतिन को फोन किया था".

  • रूस में युद्ध करने के लिए पहुंच किम जोंग के सैनिक इंटरनेट पर क्या करने लगे, छप गई रिपोर्ट

    रूस में युद्ध करने के लिए पहुंच किम जोंग के सैनिक इंटरनेट पर क्या करने लगे, छप गई रिपोर्ट

    अब बेहद ही आश्चर्य करने वाली खबर रूस से सामने आ रही है. यूक्रेन में युद्ध के मोर्चे पर शामिल हुए उत्तर कोरियाई सैनिकों को पहली बार बिना किसी रोकटोक इंटरनेट मिल रहा है. लिमिटेड एक्सेस नहीं, अनलिमिटेड  नेट की प्राप्ति हो रही है. उत्तर कोरियाई सैनिकों को इस प्रकार नेट मिलने के बाद इन लोगों ने नेट पर फिल्में देखना आरंभ कर रखा है. द फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके परिणामस्वरूप सैन्यकर्मी ऑनलाइन अश्लील सामग्री के आदी हो गए हैं. वे काफी ज्यादा अश्लील वीडियो को देख रहे हैं. 

  • डोनाल्ड ट्रंप की जीत से गाज़ा में बढ़ेगा कहर या थमेगा इजरायल का हमलावर रुख?

    डोनाल्ड ट्रंप की जीत से गाज़ा में बढ़ेगा कहर या थमेगा इजरायल का हमलावर रुख?

    डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत हासिल की. ट्रंप की जीत के साथ ही दुनिया में जारी दो महायुद्ध के जल्द समाप्त होने की बात भी कही जाने लगी हैं. एक युद्ध इजारयल और हमास के बीच गाज़ा में जारी है तो दूसरा रूस और यूक्रेन में बीच में जारी है. वैसे इजरायल के दो फ्रंट अभी और भी खुले हुए हैं. एक लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ और दूसरा ईरान के साथ. ट्रंप की अभी जीत हुई हैं और अगले 20 जनवरी को वे राषट्रपति पद की शपथ लेंगे. लेकिन, उनकी जीत के साथ ही अब यह अटकलें लगाई जानें लगी हैं कि देश के दो हिस्सों में जारी जंग अब रुक जाएगी. ऐसा क्यों कहा जा रहा है इसके पीछे कुछ कारण इस प्रकार हैं. 

  • डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतने का युद्ध पर क्या होगा असर, पुतिन-नेतन्याहूृ से दोस्ती आएगी काम?

    डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतने का युद्ध पर क्या होगा असर, पुतिन-नेतन्याहूृ से दोस्ती आएगी काम?

    राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को मिली जीत के बाद अब इस बात की चर्चा शुरू हो गई है रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध का क्या भविष्य होगा. क्या ट्रंप युद्ध को रुकवाएंगे या यूक्रेन और इजरायल को मदद देकर किसी नतीजे पर ले जाएंगे.

  • रूसी मिलिट्री इंडस्‍ट्री बेस के समर्थन के लिए अमेरिका ने 15 भारतीय कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध

    रूसी मिलिट्री इंडस्‍ट्री बेस के समर्थन के लिए अमेरिका ने 15 भारतीय कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध

    अमेरिका ने रूस के सैन्य-औद्योगिक प्रतिष्ठानों का कथित तौर पर सहयोग करने के आरोप में भारत की 15 इकाइयों समेत 275 लोगों एवं इकाइयों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं.

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