Rajasthan UDH Minister Jhabar Singh Kharra visits Kota: राजस्थान सरकार में यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा शुक्रवार (19 दिसंबर) को कोटा पहुंचे. खर्रा आज नगर निगम के शिविर का निरीक्षण करेंगे. पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने चंबल रिवर फ्रंट को सफेद हाथी बताया. उन्होंने कहा कि रिवर फ्रंट लाभकारी सिद्ध नहीं हो पाया है, हम इसे कम से कम 'नो प्रोफिट ने नो लोस' में लाने के लिए बैठक करेंगे. इस संबंध में आगामी बजट सत्र से पहले जनवरी में जनप्रतनिधियों के साथ बैठक करके चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा-चंबल रिवर फ्रंट पर लगाया विश्व का सबसे बड़ा घंटा शायद ही खुल पाएगा. हमारी कई विशेषज्ञों से चर्चा हुई है, लेकिन विश्व में इसे खोलने वाले एक्सपर्ट ही नहीं मिल रहे.
मूलभूत सुविधाएं विकसित नहीं हो पाई- खर्रा
हमारे लिए सफेद हाथी साबित हुआ. जो मूलभूत सुविधाएं होनी चाहिए या हरियाली होनी चाहइए, वह विकसित नहीं हो पाई. अब हम मंथन कर रहे हैं कि किस तरह से इस रिवर फ्रंट की तरफ लोगों की रुचि बढ़े और पर्यटक भी आकर्षित हो. इस संबंध में जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे.
धारीवाल पर इशारों ही इशारों में साधा निशाना
पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में यूडीएच मंत्री रहे शांति धारीवाल को भी खर्रा ने आड़े हाथ लिया. उन्होंने बिना धारीवाल का नाम लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार को रिवर फ्रंट की बदहाली के लिए जिम्मेदार ठहराया.
उनसे पूछा गया कि भजनलाल सरकार के 2 साल के कार्यकाल पूरे होने के दौरान रिवर फ्रंट के संबंध में जांच कहां तक पहुंची? इस सवाल के जवाब में यूडीएच मंत्री ने कहा कि उस समय के कर्ता-धर्ता जो थे, उन्होंने लोकार्पण में जल्दबाजी की. यही बदहाली का मूल कारण है.
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