बीते तीन दशक से सूखी कोठारी नदी पानी से लबालब, ग्रामीणों ने लाल चुनरिया ओढ़ा किया स्वागत

तूफान के साथ जिले में हुई झमाझम बारिश का फायदा भीलवाड़ा जिले के रायपुर तहसील को मिला. जहां बरसाती पानी कोठारी नदी से होता हुआ लड़की बांध में जा पहुंचा. करीब 12 फीट भराव क्षमता का लड़की बांध बीते 9 साल में पहली बार छलका है.

बीते तीन दशक से सूखी कोठारी नदी पानी से लबालब, ग्रामीणों ने लाल चुनरिया ओढ़ा किया स्वागत

दशकों बाद पानी की हुई आवक से किसानों और ग्रामीणों के चेहरे खिले हुए हैं और उत्साह का माहौल है.

राजस्थान:

भीलवाड़ा जिले की रायपुर तहसील के धूलखेड़ा गांव में बीते तीन दशक से कोठारी नदी सूखी थी. मगर गत दिनों बिफरजाय तूफान के चलते हुई बेमौसम बरसात हुई. जिसके चलते सूखी नदी में पानी आया और लोगों के चेहरे खिल गए. पानी की अगवानी करने ढोल-बाजे के साथ डीजे पर नाचते गाते गांव वाले नदी किनारे पहुंच गए. ग्रामीणों ने न केवल कोठारी नदी का स्वागत किया, बल्कि अनुष्ठान के साथ कोठारी नदी को लाल चुनरिया ओढ़ाकर अपनी खुशी का इजहार किया.

तूफान के साथ जिले में हुई झमाझम बारिश का फायदा भीलवाड़ा जिले के रायपुर तहसील को मिला. जहां बरसाती पानी कोठारी नदी से होता हुआ लड़की बांध में जा पहुंचा. करीब 12 फीट भराव क्षमता का लड़की बांध बीते 9 साल में पहली बार छलका है. इस समय बांध पर करीब 3 इंच का ओवरफ्लो हो रहा है. लड़की बांध का पानी वापस कोठारी नदी में जा रहा है, जो कि बीते 30 दशक से खाली थी.

 उस नदी में बहाव को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. लोगों ने कोठारी नदी के स्वागत अभिनंदन का कार्यक्रम रखा. वैदिक मंत्रोचार के साथ दूध दही से कोठारी नदी की जल का अभिषेक किया गया. इसके बाद गांव वालों ने कोठारी नदी को लाल चुनरी ओढ़ाई. गांव की रतन सिंह का कहना है कि उनकी उम्र 60 साल हो गई है. 40 साल नदी में पहली बार इतना पानी बहता हुआ देखा.

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वहीं, पानी की हुई आवक से किसानों और ग्रामीणों के चेहरे खिले हुए हैं और उत्साह का माहौल है. बेशक इस पानी की आवक से खेतों में बने कुए और ट्यूबवेल भी रिचार्ज होंगे. पानी का जलस्तर बढ़ने से आने वाले समय में कृषि का उत्पादन भी प्रभावित होगा.