
- पंजाब में अगले साल तक नो-पावरकट राज्य बनने की योजना के तहत 5 हजार करोड़ रुपए की परियोजना शुरू की गई है
- रोशन पंजाब परियोजना के तहत प्रदेश में 25 हजार किलोमीटर नई केबल, 8 हजार ट्रांसफार्मर और 77 सब स्टेशंस बनेंगे
- आम आदमी पार्टी सरकार ने चार महीने में पंजाब की जनता को 2 महीने में 600 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध कराई है
पंजाब अगले साल तक "नो-पावरकट" राज्य बन जाएगा. बुधवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सीएम भगवंत मान के साथ "रोशन पंजाब" परियोजना का शुभारंभ किया. जालंधर में 5 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन की अत्याधुनिक नेटवर्क का शिलान्यास कर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि "आप" सरकार पंजाब में बिजली व्यवस्था दुरुस्त कर रही है. अब पंजाब में भी 24 घंटे बिजली पहुंचने का सपना पूरा होने जा रहा है. पूरे प्रदेश में 25 हजार किलोमीटर की नई केबल बिछाई जाएगी, 8 हजार नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे, 77 नए सब स्टेशंस बनेंगे और 200 सब स्टेशंस ओवर-हॉल किए जाएंगे. इसके बाद पूरा पावर सिस्टम एकदम मॉडर्न होगा, जिसे कंट्रोल रूम से एक बटन पर नियंत्रित किया जाएगा. अगले 1 साल में पूरे पंजाब में 24 घंटे मुफ़्त बिजली पहुंचने लगेगी. इससे पहले हमने दिल्ली में 24 घंटे मुफ्त बिजली देकर देश को दिखाया है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार के अलावा पूरे देश में कोई भी एक राज्य नहीं है, जिसने अपने नागरिकों को 24 घंटे निर्बाध बिजली देने का सपना भी देखा हो. यहां तक कि यह भी उनकी सोच के परे था कि आम जनता को बिजली मुफ्त भी दी जा सकती है. "आप" ने सरकार बनते ही चार महीने के अंदर पंजाब की जनता के लिए बिजली मुफ्त कर दी. आज 90 फीसद पंजाबियों को मुफ्त बिजली मिलती है. हर परिवार को 2 महीने में 600 यूनिट फ्री बिजली मिल रही है. पहले पंजाब के किसान रात 1-4 बजे के बीच जागकर सिंचाई करते थे, क्योंकि किसानों को आधी रात में ही बिजली मिलती थी लेकिन अब किसानों को दिन में 8 घंटे बिजली मिलती है. "आप" सरकार इंडस्ट्री को देश में चौथी सबसे सस्ती बिजली दे रही है.
अरविंद केजरीवाल की "आप" सरकार ने पंजाब के लोगों को 24 घंटे बिजली देने पर काम शुरू दिया है. बिजली फ्री करने का फायदा तभी है जब बिजली आए. अब पंजाब को जल्द ही 24 घंटे बिजली मिलनी चालू हो जाएगी. 24 घंटे बिजली की व्यवस्था करने के लिए 5 हजार करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. इस पर पिछले एक साल से काम चल रहा था. पंजाब में बिजली की कमी नहीं है, लेकिन बिजली के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन का नेटवर्क पूरी तरह से कबाड़ हो चुका है. पिछले 75 साल से बिजली के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क पर काम नहीं किया गया है.
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