
- भारत की पुरुष कंपाउंड तीरंदाजी टीम ने चीन के गुआंगझोऊ में विश्व चैंपियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीता.
- ऋषभ यादव, अमन सैनी और प्रतिमेश फुगे की टीम ने फ्रांस को 235-233 के करीबी स्कोर से हराकर खिताब अपने नाम किया.
- भारतीय टीम ने फाइनल तक पहुंचने के लिए ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और तुर्की जैसी मजबूत टीमों को हराया था.
World Archery Championships: भारत के एक नहीं तीन अर्जुन का तीर निशाने पर लगा है. दक्षिण कोरिया के गुआंगझोऊ में हुई तीरंदाज़ी की वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के ऋषभ यादव, अमन सैनी और प्रतिमेश फुगे की तिकड़ी ने फ्रांस को 235-233 से हराकर वर्ल्ड तीरंदाज़ी चैंपियनशिप अपने नाम कर ली. भारतीय तिकड़ी ने निकोलस गिरार्ड, जीन फिलिप बौल्च और फ्रांकोइस डुबॉइस की फ्रांसीसी टीम को हरा दिया. जकार्ता 1995 में हुए विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में कंपाउंड टीम को पहली बार शामिल किया गया था और तब से भारतीय टीम चैंपियनशिप का स्वर्ण पदक मैच नहीं जीत पाई थी.
चीन में रचा गोल्डन इतिहास
भारतीय पुरुष कंपाउंड तीरंदाजी टीम ने विश्व चैंपियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक अपने नाम कर ली. रविवार यानी आज दक्षिण कोरिया के गुआंगझोऊ में हुए फाइनल में भारतीय टीम ने फ्रांस की मज़बूत टीम को शिकस्त दी. ऋषभ, अमन और प्रतिमेश फुगे की अमर-अकबर-एंथनी की तिकड़ी ने फ्रांस को 235 के मुकाबले 233 के बेहद नज़दीकी अंतर से हराया और खिताब अपने नाम कर लिया.
यह ऋषभ का दिन का दूसरा पदक था, क्योंकि इससे पहले उन्होंने कंपाउंड मिश्रित टीम फाइनल में ज्योति सुरेखा वेन्नम के साथ जोड़ी बनाई थी. हालांकि, भारत की जोड़ी स्वर्ण पदक मैच में माइक श्लोसेर और सैन डे लाट की डच जोड़ी से हार गई और रजत पदक से संतोष करना पड़ा.
तीरंदाजी टीम इंडिया के कोच रहे लोकेश चंद कहते हैं,"ये भारतीय तीरंदाज़ी की शानदार कामयाबी है. पहले इंडिविजुअल मेडल जीतते थे. ऋषभ, अमन और प्रतिमेश की तिकड़ी के जीतने का मतलब साफ है कि हमारा बेंच बहुत स्ट्रॉन्ग है. ये भारत के गोल्डन जेनेरेशन के तीरंदाज़ हैं."
भारतीय तीरंदाज़ी संघ के महासचिव वीरेंद्र सचदेवा कहते हैं,"ये बहुत बड़ी जीत है. हमें इस पल का बरसों से इंतज़ार रहा. इसका नतीजा अब आप ओलिंपिक्स में भी देखेंगे. 2 अक्टूबर से शुरू होने वाली दुनिया की पहली तीरंदाज़ी प्रीमियर लीग Achery Premier League को भी इससे बूस्ट- (ताकत) मिलेगा."
रोड टू फाइनल
इससे पहले फाइनल में पहुंचने के लिए भारत ने ऑस्ट्रेलिया, पावरहाउस अमेरिका और तुर्की के खिलाफ भी शानदार जीत दर्ज की. भारतीय पुरुष टीम ने दूसरे दौर में अपने अभियान की शुरुआत की. ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ चौथे राउंड के दोनों टीमों का स्कोर 232 से बराबर था. भारत ने फिर ऑस्ट्रेलियाई टीम को शूट-ऑफ (30-28) में हरा दिया. इसके बाद उन्होंने क्वार्टर फाइनल में अमेरिका पर 234-233 की मामूली जीत हासिल की. और सेमीफाइनल में तुर्किये को 234-232 से हराया.
मिक्स्ड टीम ने जीता सिल्वर
इसके अलावा, ज्योति सुरेखा वेननम और ऋषभ यादव की भारतीय मिक्स्ड टीम ने फाइनल में नीदरलैंड्स से 155-157 से हारकर रजत पदक जीता. बता दें, ऋषभ और ज्योति ने मई में शंघाई 2025 में विश्व कप के चरण 2 में 144-तीर का विश्व रिकॉर्ड तोड़ा था. जबकि सेंट्रल फ्लोरिडा 2025 विश्व कप चरण 1 में एक स्वर्ण जीता था. इस जोड़ी ने मैड्रिड 2025 विश्व कप चरण 4 में कांस्य पदक जीता था. मौजूदा टूर्नामेंट में इस जोड़ी ने सेमीफाइनल में चीनी ताइपे को 157-155 से हराकर फाइनल मैच में जगह बनाई थी.
यह भी पढ़ें: एशिया कप: भारत से ये हार कभी नहीं भुला पाएगा चीन, 43 साल पुराने मैच की दिलाई याद
यह भी पढ़ें: US Open: आर्यना सबालेंका ने लगातार दूसरी बार जीता यूएस ओपन का खिताब, फाइनल में अनिसिमोवा को हराया
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं