प्रतीकात्मक तस्वीर
कोच्चि:
नौ साल पहले अपने एक मरीज को सुझाई गयी एक दवा को चखने के बाद कोमा में चले गए 46 साल के एक आयुर्वेदिक चिकित्सक की सोमवार को मौत हो गयी. डॉक्टर की मौत कोच्चि के पास पैपरा में उनके घर में हुई.
गरीब परिवार से आने वाले डॉ. पी बैजू नौ साल से कोमा में थे. घटना जनवरी, 2007 की है, जब बैजू इडुकी जिले की बिसन वैली स्थित गवर्नमेंट आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में चिकित्सा अधिकारी के तौर पर काम करते थे. उन्होंने एक महिला को एक दवा सुझाई, लेकिन महिला ने वह दवा खाने के बाद बेहोश होने की शिकायत की. इसके बाद बैजू ने वह दवा खुद पर आजमायी और कोमा में चले गए.
डॉक्टर के भाई ने कहा कि इडुकी जिले की एक अदालत में महिला के पति के खिलाफ मामला चल रहा है जिसपर तब अपनी पत्नी की दवा में कोई खतरनाक कीटनाशक मिलाने का आरोप लगा था. बैजू का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गरीब परिवार से आने वाले डॉ. पी बैजू नौ साल से कोमा में थे. घटना जनवरी, 2007 की है, जब बैजू इडुकी जिले की बिसन वैली स्थित गवर्नमेंट आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में चिकित्सा अधिकारी के तौर पर काम करते थे. उन्होंने एक महिला को एक दवा सुझाई, लेकिन महिला ने वह दवा खाने के बाद बेहोश होने की शिकायत की. इसके बाद बैजू ने वह दवा खुद पर आजमायी और कोमा में चले गए.
डॉक्टर के भाई ने कहा कि इडुकी जिले की एक अदालत में महिला के पति के खिलाफ मामला चल रहा है जिसपर तब अपनी पत्नी की दवा में कोई खतरनाक कीटनाशक मिलाने का आरोप लगा था. बैजू का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
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