मुंबई:
वे बिल्डर के दफ्तर में लगे सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए बुर्का पहन कर आए थे, ताकि उनकी पहचान छिपी रहे। लेकिन मुंबई क्राइम ब्रांच ने न सिर्फ उन्हें बेनकाब कर दिया, बल्कि उनके दूसरे साथियों को भी सलाखों के पीछे भेज दिया। गिरफ्तार चार अपराधियों में गिरोह का सरगना सुमित चंद्रकांत उर्फ़ पप्पू अपनी पत्नी की डिलिवरी के नाम पर जमानत पर छूट कर आया था।
मुंबई क्राइम ब्रांच के मुखिया अतुलचंद्र कुलकर्णी के मुताबिक शूटरों तक पहुचने के लिए पुलिस ने जख्मी बिल्डर और उसके व्यवसाय से जुड़े कई लोगों से पूछताछ की। सबकी जानकरी निकाली लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उसके बाद पुलिस ने चुनाभट्टी में जहां बिल्डर का प्रोजेक्ट चल रहा था, वहां आसपास के अपराधियों की जानकारी जुटानी शुरू की। इसके बाद उन्हें पहला सुराग मिला। उसी सुराग के आधार पर तीन लोग कल्याण से पकड़े गए। उसके बाद गिरोह का सरगना भी पकड़ा गया। पुलिस ने हमले में इस्तेमाल बंदूकें भी बरामद कर ली है।
पुलिस के मुताबिक गिरोह का सरगना बिल्डर के दफ़्तर के पास चुनाभट्टी इलाके में ही रहता है। साल भर पहले उसने बिल्डिंग मैटेरियल की सप्लाई का ठेका लेने के लिए बिल्डर पर दबाव बनाया था, लेकिन तब बिल्डर ने मना कर दिया था। इसलिए उसे सबक सिखाने के लिए उसने जानलेवा हमला करवाया। 5 फ़रवरी को हुई गोलीबारी में बिल्डर जिग्नेश शाह को दो गोली लगी थी। आरोपी पप्पू पर हत्या के दो मामले पहले से दर्ज है, जिसमें से एक में उम्रकैद की सजा भी हो चुकी है। पुलिस की मानें तो जेल में ही उसने अपने दूसरे साथी के साथ मिलकर बिल्डर पर हमले की योजना बनाई थी।
मुंबई क्राइम ब्रांच के मुखिया अतुलचंद्र कुलकर्णी के मुताबिक शूटरों तक पहुचने के लिए पुलिस ने जख्मी बिल्डर और उसके व्यवसाय से जुड़े कई लोगों से पूछताछ की। सबकी जानकरी निकाली लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उसके बाद पुलिस ने चुनाभट्टी में जहां बिल्डर का प्रोजेक्ट चल रहा था, वहां आसपास के अपराधियों की जानकारी जुटानी शुरू की। इसके बाद उन्हें पहला सुराग मिला। उसी सुराग के आधार पर तीन लोग कल्याण से पकड़े गए। उसके बाद गिरोह का सरगना भी पकड़ा गया। पुलिस ने हमले में इस्तेमाल बंदूकें भी बरामद कर ली है।
पुलिस के मुताबिक गिरोह का सरगना बिल्डर के दफ़्तर के पास चुनाभट्टी इलाके में ही रहता है। साल भर पहले उसने बिल्डिंग मैटेरियल की सप्लाई का ठेका लेने के लिए बिल्डर पर दबाव बनाया था, लेकिन तब बिल्डर ने मना कर दिया था। इसलिए उसे सबक सिखाने के लिए उसने जानलेवा हमला करवाया। 5 फ़रवरी को हुई गोलीबारी में बिल्डर जिग्नेश शाह को दो गोली लगी थी। आरोपी पप्पू पर हत्या के दो मामले पहले से दर्ज है, जिसमें से एक में उम्रकैद की सजा भी हो चुकी है। पुलिस की मानें तो जेल में ही उसने अपने दूसरे साथी के साथ मिलकर बिल्डर पर हमले की योजना बनाई थी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
मुंबई पुलिस, बिल्डर पर हमला, बिल्डर पर फायरिंग, मुंबई में अपराध, Mumbai Police, Builder Shot At, Firing In Builder's Office