मुंबई क्राइम ब्रांच ने बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में मकोका कोर्ट में 4950 पन्नो की चार्जशीट दायर की है. इस चार्जशीट में कई खुलासे किया गए हैं. वहीं चार्जशीट में एसआरए एंगल को रूल आउट किया गया है. चार्जशीट में बाबा की हत्या के 17 लाख की सुपारी दी गई थी जिसके लिए सबसे ज्यादा फंडिंग महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से हुई थी. बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए दी गई सुपारी की रकम की करीब 60-70 फीसदी पैसों की फंडिंग इन्ही दोनों राज्यों से की गई थी.
अब तक की जांच के दौरान मनी ट्रेल के सुराग भी क्राइम ब्रांच के हाथ लगे है. इसके मुताबिक महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में बिश्नोई गैंग से जुड़े लोगों ने अनमोल बिश्नोई और शुभम लोनकर के कहने पर कर्नाटक बैंक में खोले गए खाते में पैसे डाले थे. चहर्गशीट के अनुसार गुजरात के आणंद में कर्नाटक बैंक में आरोपी सलमान वोहरा के नाम से खाते खोले गए थे.
मामल में चार्जशीट सामने आने के बाद जीशान सिद्दीकी ने क्राइम ब्रांच की जांच पर कई सवाल उठाए हैं. चार्जशीट में एसआरए एंगलर ना होने पर मुंबई पुलिस द्वारा बिल्डरों को बचाने का भी इल्ज़ाम लगाया गया है. जीशान सिद्दीकी ने कहा, मैने पुलिस को अपने बयान में कई बिल्डरों का नाम बताया जिसपर मुझे शक है. इतने प्रोजेक्ट शुरू हुए हैं. मेरे पिता बाबा सिद्दीकी और मैं हमेशा से गरीबों की मदत करते थे, जिससे बिल्डरों को दिक्कत होती है. पुलिस बताए कि कितने बिल्डरों का बयान दर्ज किया है. अगर नहीं तो मैं संतुष्ट नहीं हूं. मैंने बचपन से देखा है कि पुलिस को जो करना होता है वो करती है कोई छुपा नहीं होता. मेरे पिता की हत्या के पहले बिल्डरों के मोबाइल या नेटवर्क चेक किया है क्या? अगर नहीं तो क्यों नहीं किया गया.
उन्होंने कहा, "इसमें लॉरेंस बिश्नोई और अनमोल बिश्नोई का नाम सामने आ रहा है. इसमें बिल्डर्स का कोई एंगल नहीं है. एसआरए का कोई एंगल नहीं है. लॉरेस बिश्नोई जेल में और अनमोल बिश्नोई विदेश की जेल में है तो क्या अनमोल बिश्नोई ने स्वीकार किया कि उन्होंने बाबा सिद्दीकी की हत्या की? क्या उन्होंने माना है कि किसी बिल्डर का इसमें हाथ नहीं है? क्या अनमोल लॉरेंस या अनमोल बिश्नोई से पूछताछ हो चुकी है?"
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं