 
                                            भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई (फाइल फोटो)
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                मुंबई: 
                                        भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई शनिवार शाम बाबा हाजी अली के दरबार में माथा टेकने पहुंची. इससे पहले भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन की नूरजहां साफिया नियाज़ अपनी कार्यकर्ताओं के साथ दरगाह में ज़ियारत कर चुकी हैं.
दरगाह में प्रवेश को महिला संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई थी, सुनवाई के दौरान ट्रस्टी पुरुषों की तरह महिलाओं को मुख्य दरगाह में प्रवेश की इजाजत देने को तैयार हो गये थे.
दरगाह में चादर चढ़ाने के बाद तृप्ति ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद ही ट्रस्ट महिलाओं के प्रवेश के लिये तैयार हुए. महिलाओं को बराबरी तो मिली लेकिन वो सम्मान नहीं जिसकी वो हक़दार हैं. दरगाह में कुछ लोग महिलाओं को धक्का दे रहे थे, सरकार को महिलाओं के साथ ग़ैरबराबरी पर भी सर्जिकल स्ट्राइक करने की ज़रूरत है.'
महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में तृप्ति देसाई के आंदोलन के बाद महिलाओं को शनि मंदिर में प्रवेश की इजाज़त मिली थी. तृप्ति देसाई भूमाता रणरागिनी ब्रिगेड की संस्थापक अध्यक्ष हैं. वो त्रयंबकेश्वर और कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के लिये भी आंदोलन कर चुकी हैं.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने इसी साल महिलाओं को मजार तक जाने की इजाज़त दी थी जिसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया गया था.
                                                                        
                                    
                                दरगाह में प्रवेश को महिला संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई थी, सुनवाई के दौरान ट्रस्टी पुरुषों की तरह महिलाओं को मुख्य दरगाह में प्रवेश की इजाजत देने को तैयार हो गये थे.
दरगाह में चादर चढ़ाने के बाद तृप्ति ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद ही ट्रस्ट महिलाओं के प्रवेश के लिये तैयार हुए. महिलाओं को बराबरी तो मिली लेकिन वो सम्मान नहीं जिसकी वो हक़दार हैं. दरगाह में कुछ लोग महिलाओं को धक्का दे रहे थे, सरकार को महिलाओं के साथ ग़ैरबराबरी पर भी सर्जिकल स्ट्राइक करने की ज़रूरत है.'
महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में तृप्ति देसाई के आंदोलन के बाद महिलाओं को शनि मंदिर में प्रवेश की इजाज़त मिली थी. तृप्ति देसाई भूमाता रणरागिनी ब्रिगेड की संस्थापक अध्यक्ष हैं. वो त्रयंबकेश्वर और कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के लिये भी आंदोलन कर चुकी हैं.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने इसी साल महिलाओं को मजार तक जाने की इजाज़त दी थी जिसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया गया था.
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                                        भूमाता ब्रिगेड, तृप्ति देसाई, हाजी अली दरगाह , भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन, Bhumata Brigade, Trupti Desai, Haji Ali Dargah
                            
                        