
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने शनिवार को ग्रामीणों की शिकायतें सुनकर अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई. दरअसल, शिवराज सिंह चौहान अपने पैतृक गांव जैत पहुंचे थे. गांव वालों ने पानी की सप्लाई नहीं आने की शिकायत की, जिसके बाद सीएम को गुस्सा आ गया और वो मौक़े पर ही अधिकारियों पर बरस गए. सीएम शिवराज ने अधिकारियों से पूछा कि क्या मैं घर-घर जाकर पानी का नल चेक करूं कि वहां पानी है या नहीं, आप लोग कर क्या रहे हैं, अगर समस्या 15 दिन के अंदर हल नहीं हुई तो आप नहीं रहेंगे.
शिवराज सिंह चौहान ने गांव वालों की समस्याएं सुनने के बाद अधिकारियों से पूछा, "जल निगम वालों कर क्या रहे हो. मेरे ही क्षेत्र में पानी नहीं जा रहा है. एक-एक आवेदन हम कहां तक देंगे. अब और कोई नहीं बोलेगा. घर-घर जाकर पानी चेक करना सीएम का काम है क्या. एक साथ सारे आवेदन दे रहा हूं और 15 दिन बाद मैं पूछूंगा... अगर एक जगह भी शिकायत आ गई तो तुम नहीं रहोगे.
मप्र के मुख्यमंत्री @ChouhanShivraj अपने पैत्रिक गांव जैत पहुंचे तो गांववालों ने पानी की सप्लाई नहीं आने की शिकायत की, सीएम मौक़े पर ही अधिकारियों पर बरस गए,पूछा कि क्या मैं घर-घर जाकर पानी का नल चेक करूं? pic.twitter.com/ZIicXlzxwR
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) November 8, 2021
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये कोई तरीका नहीं होता है. मैं क्या एक-एक टोटी चेक करूंगा. ये देखना मुख्यमंत्री का काम है क्या कि एक-एक टोंटी में पानी आ रहा है या नहीं. 15 दिन बाद कमिश्नर और कलेक्टर खुद चेक करेंगे और जहां गड़बड़ मिल गई तो मैं ठीक कर दूंगा. पूरा सर्वे करो.
उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी का पानी ले जाने के लिए सरकार ने इतना निवेश किया... आधे गांव में पानी और आधे गांव में पानी नहीं है. क्या मतलब है इसका. अधिकारी सारा सर्वे करेंगे और 15 दिन में मुझे रिपोर्ट देंगे. इसके बाद अगर जरा भी शिकायत आ गई तो फिर खैर नहीं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं