शिवराज सिंह चौहान सीएम पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद सोशल मीडिया पर बहुत भावुक हुए.
नई दिल्ली:
मध्यप्रदेश के निवृत्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पद छोड़ने के बाद से काफी भावुक नजर आए. बुधवार को गवर्नर को इस्तीफा सौंपने के बाद उन्होंने चुनाव में बीजेपी की हार के लिए सिर्फ खुद को जिम्मेदार माना. उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया (ट्विटर और फेसबुक) पर कई संदेश दिए और लोगों के संदेशों के उत्तर दिए जिनमें वे काफी भावुक दिखे.
एक संदेश में शिवराज सिंह चौहान ने लिखा- मेरे प्रिय भाइयो-बहनो, भांजे-भांजियो; आज मुझे मध्यप्रदेश को प्रगति के पथ पर लाकर खड़ा करने का संतोष और गर्व है. सरकारें आती हैं, जाती हैं! कल मैं था, आज कोई और है, कल कोई और होगा, लेकिन प्रदेश हमेशा रहेगा. आप सदैव प्रदेश की प्रगति में अपना साथ एवं योगदान देते रहें. एक अन्य संदेश में उन्होंने कहा- मैं मध्यप्रदेश में हमेशा लोगों से प्यार और अपनापन पाकर अभिभूत हूं और गर्व महसूस करता हूं. मैं उसके फैसले का सम्मान करता हूं.
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शिवराज सिंह ने लोगों से क्षमा भी मांगी. उन्होंने लिखा- जानकर मैं कभी करता नहीं, यदि मेरे मुख्यमंत्री रहने के दौरान मेरे काम, मेरे शब्दों या मेरे भाव से अनजाने में प्रदेश वासियों के मन को कष्ट हुआ हो तो मैं हृदय से क्षमाप्रार्थी हूं. कार्यकर्ताओं के परिश्रम को प्रणाम व केन्द्रीय नेतृत्व का आभार प्रकट करता हूं.
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शिवराज सिंह ने कुछ ट्वीटों के उत्तर देते हुए लिखा- अपने मध्य प्रदेश को समृद्ध होते हुए देखना मेरा और मेरे साथियों का लक्ष्य है. आज नहीं तो कल हम इसे प्राप्त करेंगे. मैं केंद्र में नहीं जाऊंगा, मैं मध्यप्रदेश में ही जिऊंगा और मध्यप्रदेश में ही मरूंगा.
VIDEO : चौथी बार सत्ता में नहीं लौट पाए चौहान
एक संदेश के जवाब में लिखा मुझे इस बात की गर्व है और मैं इस बात को लेकर खुद को सम्मानित महसूस करता हूं कि मुझे मध्यप्रदेश की सेवा करने का मौका मिला. मेरा जीवन मध्यप्रदेश के लोगों की सेवा करने के लिए समर्पित है. मैं उसके जनादेश का सम्मान करता हूं.
एक संदेश में शिवराज सिंह चौहान ने लिखा- मेरे प्रिय भाइयो-बहनो, भांजे-भांजियो; आज मुझे मध्यप्रदेश को प्रगति के पथ पर लाकर खड़ा करने का संतोष और गर्व है. सरकारें आती हैं, जाती हैं! कल मैं था, आज कोई और है, कल कोई और होगा, लेकिन प्रदेश हमेशा रहेगा. आप सदैव प्रदेश की प्रगति में अपना साथ एवं योगदान देते रहें. एक अन्य संदेश में उन्होंने कहा- मैं मध्यप्रदेश में हमेशा लोगों से प्यार और अपनापन पाकर अभिभूत हूं और गर्व महसूस करता हूं. मैं उसके फैसले का सम्मान करता हूं.
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शिवराज सिंह ने लोगों से क्षमा भी मांगी. उन्होंने लिखा- जानकर मैं कभी करता नहीं, यदि मेरे मुख्यमंत्री रहने के दौरान मेरे काम, मेरे शब्दों या मेरे भाव से अनजाने में प्रदेश वासियों के मन को कष्ट हुआ हो तो मैं हृदय से क्षमाप्रार्थी हूं. कार्यकर्ताओं के परिश्रम को प्रणाम व केन्द्रीय नेतृत्व का आभार प्रकट करता हूं.
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शिवराज सिंह ने कुछ ट्वीटों के उत्तर देते हुए लिखा- अपने मध्य प्रदेश को समृद्ध होते हुए देखना मेरा और मेरे साथियों का लक्ष्य है. आज नहीं तो कल हम इसे प्राप्त करेंगे. मैं केंद्र में नहीं जाऊंगा, मैं मध्यप्रदेश में ही जिऊंगा और मध्यप्रदेश में ही मरूंगा.
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एक संदेश के जवाब में लिखा मुझे इस बात की गर्व है और मैं इस बात को लेकर खुद को सम्मानित महसूस करता हूं कि मुझे मध्यप्रदेश की सेवा करने का मौका मिला. मेरा जीवन मध्यप्रदेश के लोगों की सेवा करने के लिए समर्पित है. मैं उसके जनादेश का सम्मान करता हूं.
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