छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 21 मई को इंद्रावती नदी पार करकावाड़ा में मुठभेड़ हुई पुलिस ने 2 नक्सलियों को मारने का दावा किया, एक का नाम था रिशु इस्ताम जिसे प्लाटून नंबर 16 का डिप्टी कमांडर और आठ लाख का इनामी बताते हुए मार गिराया था. लेकिन आधार कार्ड के हिसाब से उसकी उम्र 15 साल है, ऐसे में इस मुठभेड़ पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं पुलिस का कहना है कि आधार कार्ड गलत हो सकता है.
दंतेवाड़ा पुलिस को 21 मई 2020 गीदम थाने के गुमलनार झिरकापार की पहाड़ी में प्लाटून नंबर 16 के कमांडर मल्लेश ए सहित 25-30 नक्सलियों के छिपे होने की सूचना मिली. खबर मिलते ही डीआरजी के 50 जवान वहां पहुंचे मुठभेड़ हुई. जिसमें पुलिस ने डिप्टी कमांडर रिशु इस्ताम और एरिया कमेटी के सदस्य मट्टा के मारे जाने की पुष्टि की हथियारों की बरामदगी भी बताई. उस दिन दंतेवाड़ा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने कहा, 'मुठभेड़ 02.30 बजे हुई ... बाद में दो नक्सलियों का शव मिला जिनकी पहचान रिशु और मट्टा के रूप में हुई ... घटनास्थल से 2 देसी हथियार, 5 किलो आईडी 2 पिठ्ठू मिला है.'
लेकिन मुठभेड़ के कई दिनों बाद जब परिजन घर से निकले तो उन्होंने आधार कार्ड दिखाया जिसके मुताबिक रिशु की उम्र 15 साल है.पुलिस कहती है रिशु पहले बाल संघम से जुड़ा था, बाद में दलम में शामिल हुआ.
दंतेवाड़ा में 21 मई को मुठभेड़ हुई पुलिस ने 2 नक्सलियों को मारने का दावा किया, एक का नाम था रिशु इस्ताम जिसे प्लाटून नंबर 16 का डिप्टी कमांडर बताया गया,लेकिन आधार कार्ड के हिसाब से वो 15 साल का है, सामाजिक कार्यकर्ता इस मुठभेड़ पर सवाल उठा रहे हैं @ndtvindia #LadakhBorder pic.twitter.com/zKpxAaxgp3
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) June 16, 2020
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा उसकी जो शिनाख्त है वो प्लाटून डिप्टी कमांडर रिशु के नाम पर हुआ है. वर्तमान उम्र 22-24 साल पता लगा है, वैसे ये आधार कार्ड मिला है उसकी विश्वसनीयता वगैरह सब जांच का विषय है. परिवार का आरोप है कि रिशु की चाची नदी पार से चावल ला रही थी, दोनों इंद्रावती नदी किनारे इंतजार कर रहे थे, उनके पास कोई हथियार नहीं था फिर भी उन्हें गोली मार दी गई.
सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी ने भी इस मुठभेड़ पर सवाल खड़े करते हुए कहा ये कैसे हो सकता है क्या वो मां के पेट में ट्रेनिंग कर रहा था, जैसे आया बंदूक पकड़ लिया. मान लो वो 15 साल का लड़का 8 लाख का इनामी था इतना बड़ा काम कैसे कर सकता है, इसका मतलब ये है कि बस्तर के युवाओं के लिये ख़तरे का संकेत है. बार बार उनका परिवार मुझसे कह रहा है कि हमारा बच्चा 15 साल का ही है, वो 8 लाख का इनामी हो ही सकता एक बार माट्टा के बारे में भी बोलते तो मान लेता, बालसंघम भी बोलते तो मान लेता लेकिन 8 लाख का इनामी ये नहीं मान सकती.
इन सबके बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ सरकार को अलर्ट जारी करते हुए कहा कि टैक्टिकल काउंटर अफेंसिव कैंपेन खत्म होते ही राज्य में बड़ा नक्सली हमला हो सकता है.
( दंतेवाड़ा से विकास तिवारी के इनपुट के साथ )
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