बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाए जाने के कांग्रेस के चुनावी वादे के खिलाफ इस संगठन ने जबलपुर में कांग्रेस के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया. जबलपुर में सैकड़ों की संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया. उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की और पोस्टर फाड़ दिए.
गुरुवार को जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय पहुंच गए और उग्र विरोध प्रदर्शन करने लगे. उन्होंने कांग्रेस कार्यालय पर जमकर पत्थर फेंके. यह कार्यकर्ता सैकड़ों की संख्या में थे.
दरअसल बजरंग दल को लेकर पूरा विवाद कर्नाटक से शुरू हुआ. कांग्रेस ने अपने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर कार्रवाई करने की बात कही है. इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस में इस मुद्दे पर सियासी घमासान शुरू हो गया है.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र दो मई को जारी किया था. घोषणापत्र में कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से की है और कहा है कि अगर उन्हें सत्ता पर काबिज होने का अवसर मिला, तो वे इसे बैन करेंगे.
कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र के बाद इस मुद्दे पर विवाद शुरू हो गया. बजरंग दल ने मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के पास प्रदर्शन किया और मांग की कि पार्टी कर्नाटक में सत्ता में आने पर संगठन पर प्रतिबंध लगाने के अपने वादे को वापस ले. विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में कहा कि बजरंग दल “देश का गौरव” है और अगर कांग्रेस ने वादा वापस लेने के लिए अपने कर्नाटक चुनाव घोषणा पत्र को नहीं बदला, तो बड़े पैमाने पर देशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा.
हालांकि कड़े विरोध के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एम वीरप्पा मोइली ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई सुझाव नहीं है.
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