मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के सिरौंज में एक किसान कथित तौर पर रिश्वत मांगे जाने से इतना परेशान हुआ कि अपनी भैंस तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार की गाड़ी से जाकर बांध आया. किसान से 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी. यह रकम देना उनके लिए संभव नहीं था. आखिरकार उन्होंने नायब तहसीलदार को रिश्वत में भैंस सौंपने का फैसला लिया. हालांकि नायब तहसीलदार इसे किसान की पब्लिसिटी के लिए की गई हरकत बता रहे हैं.
सिरोंज ज़िले के किसान भूपेन्द्र सिंह कई दिनों से अपनी पारिवारिक ज़मीन के नामांतरण के मामले को लेकर सरकारी दफ्तर के चक्कर लगा रहे थे. उनका आरोप है कि काम के बदले उनसे 25000 रुपये की रिश्वत की मांग की गई. भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि छह महीने से मैं नायब तहसीलदार के पास आ रहा हूं, लेकिन वे काम के बदले रिश्वत मांग रहे थे. पैसे मेरे पास थे नहीं, इसलिए मैंने अपनी भैंस उन्हें दे दी.
नायब तहसीलदार सिद्धार्थ सिंघल ने हालांकि इन आरोपों को नकार दिया और कहा कि भूपेंद्र सिंह यह सब पब्लिसिटी के लिए कर रहे हैं. हालांकि, जब उनसे भूपेंद्र सिंह के पेंडिंग काम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली.
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बाद में किसान ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और कार्रवाई की मांग की. फिर वे अपनी भैंस लेकर चले गए. हालांकि नायब तहसीलदार सिद्धार्थ सिंगला पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं.
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