मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के छिंदवाड़ा (Chhindwada) जिले के चौरई में 22 कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ताओं के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को बाढ़ के हालात में मुआवजे के मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान कांग्रेस के नेता बंटी पटेल ने एसडीएम सीपी पटेल का चेहरा काला कर दिया था. इस घटना के बाद पुलिस ने बंटी पटेल समेत 22 कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. छिंदवाड़ा पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ का गृह जिला है.
एसपी विवेक अग्रवाल ने बताया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा एसडीएम का चेहरा काला करने के बाद बंटी पटेल सहित 22 कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल ने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम -2005 के प्रावधानों के तहत सीपी पटेल द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. पटेल ने आरोप लगाया है कि उनका गला घोंटने की कोशिश की गई थी.
छिंदवाड़ा के पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह और कांग्रेस के युवा नेता बंटी पटेल के नेतृत्व में शुक्रवार को चौरई में एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन हुआ था. इस दौरान नारेबाजी की गई. बंटी पटेल ने एसडीएम सीपी पटेल का चेहरा काला कर दिया. जवाबी कार्रवाई में प्रशासन ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया लेकिन वह भी सही तरीके से नहीं चली. इसके बाद कार्यकर्ता बेकाबू हो गए और हलका पथराव भी हुआ.
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने तहसीलदार को 9 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा था. चौधरी गंभीर सिंह ने बताया कि बाढ़ पीड़ित क्षेत्र के गांवों में स्थिति काफी गंभीर है, 742 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. साथ ही किसानों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला. मक्के का समर्थन मूल्य भी नहीं मिला है. प्रदेश सरकार कमलनाथ का इलाका होने के कारण जिले के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है.
चेहरा काला करने की घटना को लेकर एसडीएम ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया था. बंटी पटेल ने 60 प्रभावित गांवों की 200 किलोमीटर तक की पदयात्रा की है जिसका शुक्रवार को समापन हुआ. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने और युवा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया था.
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