मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में दूसरी घटना सामने आई, जहां एम्बुलेंस नहीं मिलने की वजह से मरीज को स्कूटी से अस्पताल ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा. खंडवा में बुधवार को 65 वर्षीय शेख हामिद को भी एम्बुलेंस देने से मना कर दिया गया. यह मामला खंडवा जिले के खडकपुरा इलाके का है. ब्लड शुगर की समस्या और हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित होने के बावजूद उन्हें एक स्कूटर पर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन आखिर में चिकित्सा सहायता पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई. मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में भी ऐसा मामला सामने आया था.
मंगलवार को इंदौर के पांडू राव चांदने को उनके बड़े भाई और पत्नी एक्टिवा में बिठाकर दो तीन अस्पतालों के चक्कर लगाते रहे लेकिन कहीं उनका इलाज नहीं हुआ और एमवाय अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया था. उनके परिजनों ने बताया कि चांदने को 8-10 दिनों से बुखार था, सांस लेने में तकलीफ थी.
इंदौर में क्लॉथ मार्केट अस्पताल ने कुछ दिनों पहले उन्हें सिर्फ दवा देकर घर भेज दिया. सोमवार को भी उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई, लेकिन अस्पताल ने भर्ती नहीं किया. परिजन मंगलवार को फिर एंबुलेंस का इंतजार करते रहे, जब एंबुलेंस नहीं मिली तो स्कूटी में ही उन्हें लेकर क्लॉथ मार्केट अस्पताल से एमवाय पहुंचे लेकिन तब तक सांसें साथ छोड़ चुकी थीं.
बता दें कि मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 730 पर पहुंच गयी है. प्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई ने मंगलवार सुबह बताया कि पिछले 24 घंटे में 1171 लोगों के नमूनों की जांच की गयी. इनमें से 126 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इस प्रकार सोमवार रात तक प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 730 हो गयी है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना प्रभावित जिलों में टीकमगढ़ जिला भी जुड़ गया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं